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Parth Singh Chauhan My Ambition Is To Become A Multi Talented Actor Like Salman Khan...

सलमान खान जैसा मल्टी टैलेंटेड एक्टर बनना चाहता हूँ : पार्थ सिंह चौहान।

“क्रीना” की शूटिंग के दौरान शहबाज खान से मैंने बहुत कुछ सीखा

—  पार्थ सिंह चौहान

बॉलीवुड इन दिनों परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। प्रयोग करनेवाले लोग सफलता के नये मापदंड स्थापित कर दर्शकों की रूचि बदलने में कामयाब  हो रहे हैं। निर्माता हरविंद सिंंह चौहान ने कुछ ऐसा ही प्रयोग किया है अपनी पहली फिल्म “क्रीना” के साथ, जो 8 जून को प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म में हालाँकि इडस्ट्री के कई वरिष्ठ कलाकार हैं मगर नायक एक नया लड़का है। जी हां यह लड़का फिल्म का हीरो होकर भी लड़का ही है। जी हां, “क्रीना” का नायक पार्थ सिंह चौहान अभी हाई स्कूल में ही पढ़ रहा है। हरविंद सिंह चौहान स्वयं हीरो नहीं बन सके थे। लेकिन अपने बेटेे पार्थ को  “क्रीना” का नायक बना कर उन्होंने अपनी इच्छा पूरी की। किशोर पार्थ से इस फिल्म को लेकर हुई बातचीत के अंश पेश किए जा रहे हैं:

◆  जब आपने पहली बार कैमरे का सामना किया तो कैसा अनुभव रहा ?

★  पहले शॉट में ही मुझे रोने को कहा गया। पहले तो हँसी आयी, फिर रोना आने लगा कि जबर्दस्ती रोऊं कैसे ? नहीं हो रहा था सही शॉट। चेहरे पर वो भाव ही नहीं आ रहा था जो चाहिए था। पहले शॉट में मेरे साथ शहबाज खान सर का भी काम था। जब मैं नर्वस होने लगा तब उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया। कुछ तरीक़े बताये, टिप्स दिए। मैं उनका कृतज्ञ हूूँ। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा।

◆ पहली फिल्म के लिए कोई ट्रेनिंग ली थी, वर्कशॉप, रिहर्सल किया था ?

★  जी नहीं। किसी ट्रेनिंग का समय ही नहीं मिला। शूटिंग के सिर्फ तीन महीने पहले मुझे बताया गया कि मैं फिल्म कर रहा हूँ। स्कूल छोड़कर कहीं ट्रेनिंग के लिए जाना मुश्किल था। इसलिए सीधे सेट पर गया।

◆  अभी किस कक्षा में पढ़ते हो, पार्थ ?

★  गोल्ड क्रेस्ट इंटरनेशनल स्कूल, वाशी, मुम्बई में आठवीं कक्षा में पढ़ता हूँ।

◆  ऐसा नहीं लगता कि बहुत कम उम्र में फिल्म लाईन में चले आए ?

★  देखिये फिल्म में क्रीना की जो उम्र है वह मेरी उम्र से मैच करती है। हाँ, मैच्योर हीरो के लिए मैं अभी बच्चा ही हूँ। लेकिन,कुछ साल में मैं भी मैच्योर हो जाऊंगा। हाई स्कूल और फिर कॉलेज भी पहुंच जाऊंगा।

◆  हीरो की हीरोइन भी होती है। फ़िल्म में तुम्हारी नायिका कौन है ?

★  तुनिषा शर्मा इसमे मेरी हीरोइन है। साथ में इंडस्ट्री के सीनियर एक्टर्स हैं। जैसे, शहबाज खान, इंदर कुमार, दीपशिखा, सुदेश बेरी, सुधा चन्द्रन । फ़िल्म के संगीतकार दिलीप सेन है।

◆ फिल्म अब रिलीज पर है। फ़िल्म करने से पहले के पार्थ और अब के पार्थ मेंं क्या फर्क आया है ?

★  पहले का पार्थ नर्वस था। अब वह समझदार और आत्मविश्वास हो गया है।

◆  आगे क्या पढ़ने का इरादा है ?

★  मैं ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग करना चाहता हूँ।

◆  एक्टिंग और पढ़ाई में तालमेल कैसे बैठेगा ?

★  बैठ जायेगा, जैसे इस फ़िल्म को करने के दौरान बैठा, कुछ करने का जज़्बा हो तो फिर रास्ते निकल ही आते है।

◆  कैसा अभिनेेेता बनने की चाहत रखते है ?

★  सिर्फ चाहने से नहीं होता। लेकिन फिर भी आपने पूछा है तो मैं सलमान खान से प्रभावित हूँ। वह मल्टी टैलेंटेड एक्टर और स्टार हैं। एक्शन, रोमांस, कॉमेडी सब में परफेक्ट दिखते हैं।

Krina Hindi Film Is Story Of Young Boy With Super Power – Director Shyamal K. Mishra...

‘क्रिना’ सुपर पावर रखने वाले युवा की कहानी है: निर्देशक श्यामल के. मिश्रा

‘क्रिना’ और क्रिश, दोनो सुपर हीरो हैं मगर कहानी एकदम अलग है: निर्देशक श्यामल के. मिश्रा

मुम्बई वास्तव में एक मायानगरी है जहां चमत्कार होते रहते है, इंसान यहां बनने कुछ और आता है और बन कुछ और जाता है। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर  से एक नौजवान श्यामल के. मिश्रा कुछ काम करने के लिए मुंबई आया  था। लेकिन किस्मत उसे फिलमी दुनिया मे ले गई और विपुल शाह की फिल्म  “आँखें” में सहायक निर्देशक के तौर पर शुरुआत की। इसके बाद श्यामल टेलीविजन में व्यस्त हो गए। दूरदर्शन के लिए  “संकट मोचन हनुमान” धारावाहिक स्वतंत्र निर्देशक के रूप में किया। फिर आस्था हेतु  “जय जय जय बजरंगबली” की भी कमान संभाली। लेकिन मन फिल्मों को डायरेक्ट करने का बना चुके थे। उनकी पहली फिल्म “रेशम डंक” सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही प्रदर्शित हो पायी। पर, खूब सराही गयी। श्यामल इन दिनों अपनी दूसरी फिल्म  “क्रिना”  को लेकर चर्चा में हैं, जो 8 जून को समस्त भारत मे प्रदर्शित हो रही है। निर्देशक श्यामल के. मिश्रा से बातचीत पेश की जा रही है।

◆  क्या है फिल्म “क्रिना” ?

  • “क्रिना” कबायली क्षेत्रों की कहानी है। एक क्षेत्र का सरदार आतातायी है, जो लोगों की ज़िंदगी नर्क बनाए हुए है। क्रिना निर्वासित जीवन जी रहा एक किशोर है। हालात कुछ ऐसे बदलते है कि वह अपने कबीले में वापस आता है। अपने क्षेत्र की दुर्दशा, लोगों का नरकीय जीवन  देख कर वह खौल उठता है। फिर पता चलता है कि उसके माता पिता जीवित हैं और कबीले के कमीने सरदार की क़ैद में हैं।

फिर क्रिना में सुपर पावर आ जाती है और कुछ विशिष्ट होता है। किन्तु, क्रिश जैसा नहीं है ! क्रिना माता का भक्त है। वह मां से शक्ति मांगता है, उसकी प्रार्थना स्वीकार होती है और उसमे कुछ अद्भुत शक्ति आ जाती है।

◆   क्रिना की भूमिका किसने निभाई है ?

  •  फ़िल्म का टाइटल रोल पार्थ सिंह चौहान ने निभाया है। नया एक्टर होते हुए भी उसने बड़ा ही सुलझा और सधा हुआ काम किया है। मुझे  खुशी इस बात की है कि उसने मेरे हर निर्देश और हर इशारे को बड़ी बारीकी से समझा और क्रिना जैसे चुनौतीपूर्ण किरदार को जीवंत कर दिया।

◆  फ़िल्म में और कौन कौन से कलाकार है और वे किस रूप में दिखाई देंगे ?

◆   सुदेश बेरी और शहबाज खान दो अलग अलग कबीले के सरदार के रोल में हैं। सुदेश जहाँ दिल के अच्छे इंसान हैं और क्रिना को आश्रय देते हैं ; वहीं शहबाज आतातायी हैं। सुधा चंद्रन वह पहली स्त्री हैं जो विरोध का स्वर बुलंद करती हैं। दीपशिखा और इंदर कुमार क्रिना के माता पिता हैं और शहबाज खान की कै़द में हैं। तुनिषा शर्मा वह लड़की है, जो क्रिना की मदद करती है। वह सुदेश बेरी की बेटी है और क्रिना से प्रेम भी करने लगी है।

◆  इंद्र कुमार के साथ आपने इसमे काम किया, उनसे कितना सहयोग मिला था आपको ?

  • इंदर कुमार ने बहुत सहयोग किया। हमेशा दोस्त जैसा व्यवहार किया। दुर्भाग्यवश वह अब हमारे बीच नहीं रहे। अफसोस होता है कि हमने एक अच्छा अभिनेता, एक प्यारा इंसान खो दिया।

◆  एक्शन वाली फिल्म में गीत संगीत की सिचुएशन निकालना मुश्किल होता है?

  • बेशक यह फिल्म एक्शन वाली है और भरपूर एक्शन भी है। आर. पी. यादव का एक्शन शानदार है। लेकिन, संंगीत का बेहतर स्कोप है ।संगीतकार दिलीप सेन ने लंबे अर्से बाद किसी फिल्म में संगीत दिया है और बड़ी

अच्छी कर्णप्रिय धुनें बनाई है।

◆  फ़िल्म के निर्माता के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे ?

  • मैं हरविंद सिंह चौहान का बेहद शुक्रिया अदा करता हूँ कि उन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी। मुझ पर भरोसा किया। वह एक सज्जन पुरुष हैं और भाई की तरह सहयोग दिया, सलाह करते रहे, हर तरह की सुविधाएं मुझे मुहैया कराई।

◆  कैसी फिल्में बनाना आपको पसन्द है ?

  • एक्शन फिल्में बनाने में मेरी रूचि अधिक है। एक्शन फिल्में एवरग्रीन होती हैं।

◆  आपके प्रिय निर्देशक कौन हैं ?

  • मैं रोहित शेट्टी का जबरदस्त फैन हूँ। वह मल्टी टैलेंटेड डायरेक्टर हैं। जितनी अच्छी उनकी एक्शन फिल्में होती हैं, उतनी ही कॉमेडी भी। मैं उनकी मेकिंग, स्टोरी टेलिंग और नरेशन का कायल हूँ।

– दर्शकों से आप अपनी फिल्म को लेकर क्या कहना चाहेंगे?

* मैं तमाम सिनेमा प्रेमियों से यही कहना चाहूंगा कि वह 8 जून को अपने करीबी थिएटर में फ़िल्म क्रीना देखें, उन्हें निराशा नही होगी। एक पैसा वसूल फ़िल्म है।

Producer Harvind Singh Chauhan – Krina Is Afilm Where Krina Arrives To Destroy The Criminals...

ज़ालिमों का नाश करने के लिए आता है क्रीना : निर्माता हरविंद सिंह चौहान।

“क्रीना” अनाचार के ऊपर सदाचार की विजय की कहानी है

—-  निर्माता हरविंद सिंह चौहान

फ़िल्म के नाम से लेकर फ़िल्म की कहानी और सब्जेक्ट तक कुछ नया और अलग करने की कोशिश आज हर निर्माता निर्देशक की होती है। पार्थ फिल्म्स् इंटरनेशनल के बैनर तले बनी निर्माता हरविंद सिंह चौहान की हिन्दी मूवी “क्रीना” भी एक नये विषय को लेकर युवाओं को प्रेरित करती एक सामाजिक फिल्म है। अलीगढ़ के ठाकुर हरविंद सिंह  “क्रीना” से बहुत बहुत उम्मीद रखते हैं। बिजनेस मैन चौहान की बतौर निर्माता भले ही यह पहली फिल्म है, लेकिन उन्होंने फिल्म निर्माण की सारी बारीकियों को नजदीक से देखा सुुुना और समझा है ताकि फ़िल्म बनाने में तकनीकी स्तर पर कोई कमी न रह जाये । “क्रीना” को लेकर निर्माता एच. एस. चौहान से हुई बातचीत के अंश प्रस्तुत किये जा रहे हैं :

◆ फिल्म “क्रीना”को आप कैसे डिस्क्राइब करेंगे?

★ देखिये यह आदिवासियों के जीवन पर आधारित एक सामाजिक चेतना जगाने वाली फिल्म है। दरअसल यह आदिवासी कबीलों की कहानी है। कबीले का सरदार ज़ालिम है। वह दरिंदगी की हद तक जाकर अपने क्षेत्र के लोगों का जीना दूभर कर देता है। जल संकट पैदा कर देता है। आवाज उठानेवालों को कारागार में बंद कर देता है, मार देता है।

◆ फिर फ़िल्म में हीरो की एंट्री कैसे होती हैं ?

★ हीरो बचपन में घर से गायब होने के बाद जवान होकर क्रीना बन कर लौटता है। देखता है कि कबीले के सारे लोग त्रस्त हैं। उनका सरदार जबरन अनाप शनाप कर वसूलता है। मनमानी करता है और विरोध करने वाले लोगों को या तो कारागार में बंद कर देता है या फिर रास्ते से हटाकर अपनी दहशत का डंका बजाकर हाहाकार मचा देता है।  क्रीना का गरम खून उबाल लेने लगता है। वह अपनी प्रेमिका रूहानी के माता पिता को कारागार से कैसे निकालता है और अत्याचारी का अंत कैसे करता है… यही है  “क्रीना” की कहानी।

◆ आदिवासियों के जीवन की त्रासदी के चित्रण में गीत संगीत और मनोरंजन का कितना स्कोप है ?

★ “क्रीना” में भरपूर मनोरंजन है। दिलीप सेन का मधुर संगीत है। एक्शन भी कमाल का है। शिव कुमार गौड़ा का छायांकन बेहद खूबसूरत है। फिल्म सबको पसंद आयेगी।

◆ “क्रीना” की कहानी क्या आपने अपने बेटे को ध्यान में रखकर चुनी थी ?

★  देखिये बचपन से ही मेरा सपना था कि मैं भी बिग स्क्रीन पर नज़र आऊं। लेकिन, समय निकलता गया। और फिर जब स्थिति बनी तो सोचा, मैं जो नहीं कर सका, क्यों न बेटे से करा दूँ ! इसलिए कहानी ऐसी चुनी जिसमें मेरा बेटा (पार्थ सिंह चौहान) फिट बैठ रहा था, कहानी उसके किरदार के ही इर्दगिर्द घूमती है।

◆ फिल्म में आपके पुत्र के अलावा कौन कौन से आर्टिस्ट हैं ?

★ मेरा पुत्र पार्थ सिंह चौहान शीर्षक भूमिका में है। उसकी नायिका है तुनिषा शर्मा। सहयोगी कलाकार के रूप में हैं — इंदर कुमार, दीपशिखा, सुदेश बेरी, शाहबाज खान, सुधा चंद्रन। श्यामल मिश्र निर्देशक हैं और सह निर्मात्री हैं अर्चना सिंह चौहान।

◆  दर्शकों को  “क्रीना” के दर्शन कब होंगे ?

* फ़िल्म 8 जून को रिलीज करने का इटादा है। मुझे उम्मीद है कि फ़िल्म को दर्शक पसन्द करेंगे क्योंकि इसमें कहानी, डायलॉग, सिनेमेटोग्राफी, एक्टिंग और निर्देशन कमाल का है।

Parth Singh Chauhan – My Ambition Is To Become Multi Talented Actor Like Salman Khan...

सलमान खान जैसा मल्टी टैलेंटेड एक्टर बनना चाहता हूँ : पार्थ सिंह चौहान।

“क्रीना” की शूटिंग के दौरान शहबाज खान से मैंने बहुत कुछ सीखा

—  पार्थ सिंह चौहान

बॉलीवुड इन दिनों परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। प्रयोग करनेवाले लोग सफलता के नये मापदंड स्थापित कर दर्शकों की रूचि बदलने में कामयाब  हो रहे हैं। निर्माता हरविंद सिंंह चौहान ने कुछ ऐसा ही प्रयोग किया है अपनी पहली फिल्म “क्रीना” के साथ, जो 8 जून को प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म में हालाँकि इडस्ट्री के कई वरिष्ठ कलाकार हैं मगर नायक एक नया लड़का है। जी हां यह लड़का फिल्म का हीरो होकर भी लड़का ही है। जी हां, “क्रीना” का नायक पार्थ सिंह चौहान अभी हाई स्कूल में ही पढ़ रहा है। हरविंद सिंह चौहान स्वयं हीरो नहीं बन सके थे। लेकिन अपने बेटेे पार्थ को  “क्रीना” का नायक बना कर उन्होंने अपनी इच्छा पूरी की। किशोर पार्थ से इस फिल्म को लेकर हुई बातचीत के अंश पेश किए जा रहे हैं:

◆  जब आपने पहली बार कैमरे का सामना किया तो कैसा अनुभव रहा ?

★  पहले शॉट में ही मुझे रोने को कहा गया। पहले तो हँसी आयी, फिर रोना आने लगा कि जबर्दस्ती रोऊं कैसे ? नहीं हो रहा था सही शॉट। चेहरे पर वो भाव ही नहीं आ रहा था जो चाहिए था। पहले शॉट में मेरे साथ शहबाज खान सर का भी काम था। जब मैं नर्वस होने लगा तब उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया। कुछ तरीक़े बताये, टिप्स दिए। मैं उनका कृतज्ञ हूूँ। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा।

◆ पहली फिल्म के लिए कोई ट्रेनिंग ली थी, वर्कशॉप, रिहर्सल किया था ?

★  जी नहीं। किसी ट्रेनिंग का समय ही नहीं मिला। शूटिंग के सिर्फ तीन महीने पहले मुझे बताया गया कि मैं फिल्म कर रहा हूँ। स्कूल छोड़कर कहीं ट्रेनिंग के लिए जाना मुश्किल था। इसलिए सीधे सेट पर गया।

◆  अभी किस कक्षा में पढ़ते हो, पार्थ ?

★  गोल्ड क्रेस्ट इंटरनेशनल स्कूल, वाशी, मुम्बई में आठवीं कक्षा में पढ़ता हूँ।

◆  ऐसा नहीं लगता कि बहुत कम उम्र में फिल्म लाईन में चले आए ?

★  देखिये फिल्म में क्रीना की जो उम्र है वह मेरी उम्र से मैच करती है। हाँ, मैच्योर हीरो के लिए मैं अभी बच्चा ही हूँ। लेकिन,कुछ साल में मैं भी मैच्योर हो जाऊंगा। हाई स्कूल और फिर कॉलेज भी पहुंच जाऊंगा।

◆  हीरो की हीरोइन भी होती है। फ़िल्म में तुम्हारी नायिका कौन है ?

★  तुनिषा शर्मा इसमे मेरी हीरोइन है। साथ में इंडस्ट्री के सीनियर एक्टर्स हैं। जैसे, शहबाज खान, इंदर कुमार, दीपशिखा, सुदेश बेरी, सुधा चन्द्रन । फ़िल्म के संगीतकार दिलीप सेन है। ◆ फिल्म अब रिलीज पर है। फ़िल्म करने से पहले के पार्थ और अब के पार्थ मेंं क्या फर्क आया है ?

★  पहले का पार्थ नर्वस था। अब वह समझदार और आत्मविश्वास हो गया है।

◆  आगे क्या पढ़ने का इरादा है ?

★  मैं ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग करना चाहता हूँ।

◆  एक्टिंग और पढ़ाई में तालमेल कैसे बैठेगा ?

★  बैठ जायेगा, जैसे इस फ़िल्म को करने के दौरान बैठा, कुछ करने का जज़्बा हो तो फिर रास्ते निकल ही आते है।

◆  कैसा अभिनेेेता बनने की चाहत रखते है ?

★  सिर्फ चाहने से नहीं होता। लेकिन फिर भी आपने पूछा है तो मैं सलमान खान से प्रभावित हूँ। वह मल्टी टैलेंटेड एक्टर और स्टार हैं। एक्शन, रोमांस, कॉमेडी सब में परफेक्ट दिखते हैं।

Nagpuri Film Mauha Bags Many Awards At Jharkhand Film Festival...

झारखण्ड फ़िल्म फेस्टिवल में नागपुरी फ़िल्म ‘महुआ’ को कई अवार्ड्स ।

निर्माता सत्यन् श्रीवास्तव एवं निर्देशक संजय वर्मा की यह महिला प्रधान फ़िल्म सन्देश देती है,

हाल ही में रिलीज़ हुई शैल्ज़ा मूवीज़ के बैनर तले झारखण्ड की धरती पे बनी नागपुरी फ़िल्म ‘महुआ’ ने झारखण्ड फ़िल्म फेस्टिवल में अपने नाम कई अवार्ड्स कर लिए है। झारखण्ड सरकार की फिल्म पॉलीसी को आत्मसात कर निर्माता सत्यन् श्रीवास्तव एवं सह-निर्माता अविषेक आनंद द्वारा निर्मित इस फिल्म के निर्देशक संजय वर्मा हैं, इस फ़िल्म को झारखण्ड फ़िल्म फेस्टिवल में न केवल कई श्रेणियों में नामांकित किया गया बल्कि कई कैटगरी में अवार्ड्स भी दिए गए।

जैसे  बेस्ट फ़िल्म के लिए निर्माता सत्येन श्रीवास्तव, बेस्ट स्टोरी बिलाल गुरु, बेस्ट गीतकार विजय प्रभाकर, बेस्ट डेब्यू ऐक्ट्रेस स्टेफी पटेल, बेस्ट सिनेमेटोग्राफर सुमित सचदेवा,के लिए नॉमिनेशन और अवार्ड्स मिले।

समाज की कुरीतियो और असामाजिक तत्वों से कैसे एक महिला लड़ती है और कैसे समाज को एक नया आयाम देती है इस महिला प्रधान फ़िल्म में यह दर्शाया गया है। यह फ़िल्म आज के युवा दर्शको को प्रेरणा दे रही है और दर्शक इस फ़िल्म को बेहद पसंद भी कर रहे है।

 

झारखण्ड के विभिन्न लोकेशनों पर फिल्माई गई इस संदेशपरक फिल्म के मुख्य कलाकार हैं- स्टेफी पटेल,प्रिंस सोंधी, अली खान, मनोज वर्मा शक्ति सिंह, पूनम सिंह, दिनेश देवा, काजल सिंह , राज सिन्हा, अजय घोष आदि, साथ ही साथ इस फिल्म में आईटम क्वीन ग्लोरी  भी आइटम सॉंग में अपने नृत्य का जलवा बिखेरती नज़र आ रही है।

इस फिल्म के लेख़क बलाल अंसारी और राजीव रंजन सिंह, कला निर्देशक श्याम जी संस्कार, और सिनेमेटोग्राफर सुमित सचदेवा हैं। इस फिल्म के लिए गीतकार विजय प्रभाकर और केशव केसरीया अमन द्वारा लिखे कुल 6 गानों को संगीतकार उपेन्द्र पाठक ने अपने मधुर धुनों से सजाया है।

Akhlesh Singh (PRO)

TV Actor Prashant Shrivastav Inder Kumar, Is Going To Debut Bollywood with Hindi film Krina Starring Deepshikha...

टीवी एक्टर प्रशांत श्रीवास्तव इंद्र कुमार, दीपशिखा अभिनीत हिंदी फिल्म ‘क्रिना’ से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रहे हैं

दिवंगत प्रतिभा शाली एक्टर इन्दर कुमार, दीपशिखा, सुदेश बेरी, शाहबाज़ खान, सुधा चंद्रा अभिनीत जल्द रिलीज़ होने वाली हिंदी फिल्म ‘क्रिना’में एक और अदाकार प्रशांत श्रीवास्तव की अहम् भूमिका है. वह इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं. टीवी सीरियल की मशहूर निर्मात्री एकता कपूर, रश्मि शर्मा और अन्य निर्माताओं के सीरियल जैसे चन्द्र नंदिनी, संतोषी माँ, ‘मेरे अंगने में’ सहित कई धारावाहिकों में विविध किरदार निभाने के बाद प्रशांत श्रीवास्तव क्रीना से बॉलीवुड में अपना कैरियर शुरू करने जा रहे हैं. दिल्ली से सम्बन्ध रखने वाले प्रशांत निर्देशक श्यामल के मिश्रा की फिल्म क्रीना में एक ग्राम प्रधान की भूमिका में हैं.

उल्लेखनीय है कि हिंदी फिल्म “क्रीना” की चर्चा इसके यूनिक टाइटल के कारण भी हो रही है. आप को बता दें कि मुंबई के शानदार फाइव स्टार होटल में मशहूर कलाकार अरबाज़ खान ने फिल्म “क्रीना” का म्यूजिक लॉन्च किया था, इस अवसर पर अभिनेत्री ज़रीन खान भी मौजूद थी.

प्रशांत श्रीवास्तव  निर्देशक श्यामल के मिश्रा का शुक्रिया अदा करना नहीं भूलते जिन्होंने सच्चे अर्थो में उन्हें बॉलीवुड में ब्रेक दिया. वह कहते हैं ‘निर्देशक श्यामल के मिश्रा ने एक बहुत ही बढ़िया फिल्म बनाई है. बोलीवुड में कुछ नया काफी समय से नहीं हुआ है और यह फिल्म एक नया प्रयास है. इस रिवेंज ड्रामा की कहानी आदिवासियों के जीवन पर आधारित है. एक कबीला है दो सरदार हैं. मुख्य पात्र वीर बालक है जिसका नाम क्रिना है. दरअसल कृष्ण से ही बना नाम है ‘क्रिना’. थ्रिल व रहस्य से भरपूर फिल्म के गाने भी बहुत कर्णप्रिय हैं.टी सिरीज़ ने इसका संगीत जारी किया है. इस फिल्म की शूटिंग पनवेल, पुणे और फिल्म सिटी मुंबई में हुई है.

स्वर्गीय इंद्र कुमार के बारे में प्रशांत श्रीवास्तव कहते हैं ‘इंद्र कुमार बड़े मिलनसार स्वाभाव के व्यक्ति और अद्भुत कलाकार थे. बेहद अच्छे इन्सान थे. बड़े दुःख की बात है की फिल्म की रिलीज़ से पहले ही उनका देहांत हो गया. हमारी फिल्म की पूरी टीम उन्हें मिस करती है.’

प्रशांत श्रीवास्तव एक और फिल्म ‘बदमाश राऊडी में मुख्य खलनायक के रूप में दिखेंगे. वह कहते हैं ‘राजस्थान में इस एक्शन फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे चोट भी लग गई थी. दरअसल यह फिल्म का एक शर्टलेस फाइटिंग सीन था जिसमे एक्शन के दौरान मैं ज़ख़्मी हुआ था लेकिन खैर यह भी काम का एक हिस्सा था.’

———Akhlesh Singh (PRO)