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Chhattisgarh – A Numismatic History Teaser and Poster of Movie Released...

छत्तीसगढ़: :- ए न्यूमिस्मैटिक हिस्टोरी का पोस्टर व् टीज़र जारी

फिल्म में देखिये छत्तीसगढ़ के सिक्कों की ऐतिहासिक विरासत

30 अगस्त 2018 को प्रेस क्लब रायपुर में आयोजितएक प्रेस कॉन्फरेंस में फिल्म छत्तीसगढ़:-ए न्यूमिस्मैटिक हिस्टोरी’ का पोस्टर व् टीज़र जारी किया गया! इस फिल्म की शूटिंग जून माह में रायपुर में ही की गयी थी जिसमे डॉ० भानु प्रताप सिंह के संग्रह में से छत्तीसगढ़ के स्थानीय राजाओं द्वारा जारी किये गए सिक्कों पर यह फिल्म बनायीं गयी है! इस अवसर पर फिल्म से सम्बंधित सभी लोग उपस्थित थे जिसमे प्रोडूसर आदित्य प्रताप सिंह, डायरेक्टर व् लेखक डॉ० भानु प्रताप सिंह व् अभिनेत्री अस्मिता अरोरा थीं!

 

आदित्य प्रताप सिंह एंटरटेनमेन्ट्स के बैनर तले बनी यह फिल्म:-

‘छत्तीसगढ़:-ए न्यूमिस्मैटिक हिस्टोरी’ आदित्य प्रताप सिंह एंटरटेनमेन्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनायीं गयी है! जिनमे आदित्य प्रताप सिंह व् डॉ० भानु प्रताप सिंह डायरेक्टर है! इस बैनर के अंतर्गत पिता-पुत्र की यह जोड़ी मंटोस्तान, ए मैन बोर्न फॉर न्यूमिस्मैटिक्स और ए हिस्टोरिकल डिस्कवरी ऑफ़ साउथ कोसला बना चुके हैं! और उनकी एक महत्वपूर्ण फिल्म गाँधी मेमोरैबिलिया भी प्री-प्रोडक्शन स्टेज में है तथा उसका टीज़र जारी हो चुका है, यह फिल्म माह अक्तूबर में रिलीज़ होगी !

आदित्य प्रताप सिंह पेशे से इंजिनियर हैं और भारत पाक विभाजन मशहूर उर्दू लेखक सादत हसन मंटो की कहानियों पर आधारित अपनी पहली फिल्म ‘मंटोस्तान’ से अपनी पहचान बना चुके हैं! ज्ञातव्य है कि पिता-पुत्र की यह जोड़ी पूर्व में भी मंटोस्तान, द स्ट्रोंग फैथ व् अन्य फीचर व् लघु फिल्म बना चुकी है जिसे फ़िल्मी दुनिया व् दर्शकों से अच्छा प्रतिसाद मिला है!

सातवीं सदी ईसा पूर्व से शुरू होगी कहानी:-

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फिल्म के डायरेक्टर व् लेखक डॉ० भानु प्रताप सिंह ने बताया वे बचपन से ही सिक्के जमा करते हैं! और छत्तीसगढ़ का निवासी होने के कारण उनका विशेष ध्यान छत्तीसगढ़, प्राचीन दक्षिण कोसल के सिक्कों पर रहा है! उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के सिक्कों का इतिहास दुनिया के किसी भी प्राचीनतम सभ्यताओं के सिक्कों जितना ही समृद्ध है! डॉ० सिंह ने छत्तीसगढ़ के सिक्कों पर पी० एच० डी० व् डी० लिट् किया है !

उन्होंने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ के सिक्कों में दुनिया के अन्य सिक्कों से अलग कुछ विशेषताएं हैं, जैसे मौर्यन पंचमार्ग सिक्कों में ब्राह्मी ‘म’ का अंकन, सिरुर व् बस्तर के विचित्र रिपौजी सिक्के आदि! कलुचारी सिक्कों में विभिन्न प्रतीकों का उपयोग जैसे गज़ाभिषेकित लक्ष्मी, हाथी पर आक्रमण करता हुआ सिंह, हनुमान आदि!

डॉ० सिंह ने आगे बताया यह फिल्म वृत्त चित्र न होकर अन्य फिल्मो से अलग, छत्तीसगढ़ के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत व् मुद्रा विधा के इतिहास पर आधारित है! इस फिल्म में छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण व् प्राचीन व् ऐतिहासिक स्थलों को उनके सांस्कृतिक और मुद्रा सम्बन्धी इतिहास के साथ फिल्मांकित किया गया है ! यह फिल्म छत्तीसगढ़ के उन राजवंशो, राजाओं पर भी रौशनी डालती है, जिन्होंने इस क्षेत्र में सातवी सदी ईसा पूर्व से राज्य किया था !

डॉक्टर से फिल्म निर्माता बने डॉ० भानु प्रताप सिंह

डॉ० भानु प्रताप सिंह पेशे से डॉक्टर हैं ! और रायपुर में अम्बेडकर हॉस्पिटल में क्षय रोग विभाग में कार्यरत हैं! सिक्कों के संग्रह के शौक के चलते उन्होंने प्राचीन भारतीय इतिहास में एम० ए० किया पश्चात् सिक्कों से सम्बंधित चार विषयों पर पी० एच० व् डी० लिट् किया ! उनके दो शोध प्रबंध और एक डी० लिट् दक्षिण कोसल (प्राचीन छत्तीसगढ़) के सिक्कों पर है! उनके सग्रह में सातवी सदी ईसा पूर्व से लेकर 17वीं सदी तक के दक्षिण कोसल के स्थानीय शासकों द्वारा जारी सिक्कों का विशाल संग्रह है ! साथ ही दक्षिण कोसल के स्थानीय शासकों द्वारा जारी सिक्कों पर कई लेख व् किताबें लिखी हैं !

आदित्य को भी है सिक्का संग्रह का शौक

फिल्म के निर्माता आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि वह बचपन से पिता डॉ० भानु प्रताप सिंह के संग्रहण पर ध्यान रखते आये हैं और वह स्वयं भी सिक्का संग्रहण में विशेष रूचि रखते हैं! छत्तीसगढ़ के सिक्कों की समृद्धि से दुनिया को अवगत कराने हेतु ही उनके मन में इस फिल्म को बनाने का विचार आया ! इस प्रोजेक्ट में उनके साथ दिल्ली से उनकी ब्लॉगर मित्र अस्मिता अरोरा भी साथ हैं!

प्राची देसाई, राधिका मदान, रितिका बदियानी, व् अस्मिता अरोरा इस फिल्म में हैं

बॉलीवुड से मशहूर अभिनेत्रियाँ प्राची देसाई, राधिका मदान, रितिका बदियानी व् दिल्ली से मॉडल अस्मिता अरोरा फिल्म में रोल निभा रही हैं! ये सभी अभिनेत्रियाँ छत्तीसगढ़ के सिक्कों की प्रदर्शनी देखने आती हैं! उन्होंने कहा कि फिल्मों के बिना दुनिया अधूरी है तथा फिल्म किसी भी विषय को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम है! फिल्मे हमें हंसाने, रुलाने ख़ुशी व् शिक्षा प्रदान में सक्षम हैं ! परन्तु छत्तीसगढ़:- ए न्यूमिस्मैटिक हिस्टोरी जैसे फिल्म हमें सामाजिक जीवन, जिंदगी, इतिहास व् जीवन दर्शन से परिचय कराती है! उन्होंने कहा कि यह इतिहास पर आधारित उनका यह पहला प्रोजेक्ट है और इसमें काम करने का अवसर पाकर वह बेहद खुश हैं! यह फिल्म अन्य फिल्मों से अलग है! सभी छत्तीसगढ़ के सिक्कों की अनोखी विशेषताओं व् समृद्धि से अत्यंत प्रभावित है!

मुद्रा कला के इतिहास पर पड़ेगी रौशनी

जैसा कि नाम से ही पता चलता है ‘छत्तीसगढ़;- ए न्यूमिस्मैटिक हिस्टोरी’ यह फिल्म छत्तीसगढ़ के मौद्रिक इतिहास पर रौशनी डालती है इस फिल्म के निर्माण का उद्देश्य ही छत्तीसगढ़ के समृद्ध मुद्रा कला के इतिहास पर प्रकाश डालना है !

Twinkle Tandan – A Famous Fashion Blogger From Raipur Turns As An Actress...

So , being a fashion blogger , Twinkle Tandan’s journey of being an Actress was not that easy, she faced a lot of difficulties and sacrificed her parents dream to become a revolution for her city , she always dreamt of being an enterpreneur , wanted to fly high & as a result she’s Miss India khadi cg 2018 , keeping blogging aside , she fought for two beauty paegents & successfully marked herself by becoming top 7 & winner though ! she gracefully took part in khadi tasks & gave her 100% to spread awareness about khadi . while having a conversation with her parents , they shared their views on her daughter’s achievement which made her parents cry out of happiness ! After winner khadi show , she was engaged with her shoots on daily basis but never dropped blogging , she always said ” blogging is love but Ramps are life” !

 

similarly while having her shoot in delhi , she got an amazing offer to have a magazine shoot with none another than Mr Aaditya pratap singh ( director of aaditya pratap singh entertainments pvt ltd ) & did a wonderfull shoot for his production house , As a result she has now became an Exclusieve model for Aaditya pratap Singh Entertainments under Dr bhanu pratap Singh guidence and direction . She shared her best moment that was when she signed a film contract with aaditya pratap singh entertainments pvt. Ltd. as an actress & said to wait for a surprise.

Being Tusshar Dhaliwal’s & Archana Tomer’s MRS INDIA UNIVERSE 2018, Press Conference...

A press conference was held to introduce the Gold (21-35) and Platinum (35-50) Categories winner of “MRS INDIA UNIVERSE 2018” at G77 Club, Goldfinch Hotel, where support of sponcers were also acknowledged.

Winner’s in Gold were Preeti Meena (Universe), Shamyuktha Prem (Globe), Apsara Guha Thakurta (Earth), Shuchi (World) & Teena Mali (International). In Platinum Ruby Machra (Universe), Sangeeta Sinha (Globe), Shweta Kaushal (Earth), Anita Singh (World) & Arundhuti Maitra (International).

 

Grand Finale of Mrs India Universe 2018, was held in Pune at the Hotel Orchid. The 51 stunning contestants participated for Universal, Globe, World, Earth & International. Judge’s for finale were, Kunal Kapoor, Rakesh Sabharwal, Pawan Kaushik, Smriti Khanna, Pankaj Berry, Rumana Sinha Sehgal, Mrs Universe 2018 North West Asia and fashion designer Miku Kumar.

https://www.youtube.com/watch?v=uAqP_a_dIHg

https://www.youtube.com/watch?v=OlCgo3SZHMA

बीइंग तुषार धालीवाल एवं अर्चना तोमर की “मिसेज़ इंडिया यूनिवर्स २०१८” की प्रेस कांफ्रेंस।

“मिसेज़ इंडिया यूनिवर्स २०१८” की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोल्ड (२१-३५), और प्लैटिनम (३५-५०) कैटेगरी के विजेताओं को अंधेरी के गोल्डफिन्च होटल में पत्रकारों से परिचित कराया गया।

गोल्ड कैटेगरी के विजेता थे प्रीती मीना (यूनिवर्स), शमयुक्ता प्रेम (ग्लोब), अप्सरा गुहा ठाकुर्था (अर्थ), शुचि (वर्ल्ड) एवं टीना माली (इंटरनेशनल)। प्लेटिनम कैटेगरी में रुबी माछरा (यूनिवर्स), संगीता सिन्हा (ग्लोब), श्वेता कौशल (अर्थ), अनिता सिंह (वर्ल्ड) एवं अरुन्धुति मैत्रा (इंटरनेशनल)।

इसका ग्रैंड फिनाले पुणे के होटल आर्किड में सम्पन्न हुआ। ५१ प्रत्याशियों ने यूनिवर्सल, ग्लोब, वर्ल्ड, अर्थ एवं इंटरनेशनल के लिए भाग लिया। इसके जज थे कुणाल कपूर, राकेश सभरवाल, पवन कौशिक, स्मृति खन्ना, पंकज बैरी, रूमाना सिन्हा सहगल (मिसेज़ यूनिवर्स २०१८ नार्थ वेस्ट एशिया) एवं फैशन डिज़ाइनर मीकू कुमार।

If the poem comes out of the heart of the poet and touches the heart of the reader, then it becomes variable. This talk applies to Shri Vinod Kumar Tripathi’s poetry...

कविता अगर शायर के दिल से निकले और पढ़नेवालों के दिल को छू जाय तो वो चरितार्थ हो जाती है। ये बात श्री विनोद कुमार त्रिपाठी जी की शायरी पर पूरी तरह लागू होती है

कविता अगर शायर के दिल से निकले और पढ़नेवालों के दिल को छू जाय तो वो चरितार्थ हो जाती है। ये बात श्री विनोद कुमार त्रिपाठी जी की शायरी पर पूरी तरह लागू होती है जिनकी किताब “ मेरी ज़मीन मेरा आसमां” हिंदुस्तान के उर्दू के जाने माने प्रकाशक अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू (हिंद) ने अभी हाल ही में प्रकाशित की है और जो उर्दू हलक़े में अपने नएपन और ईमानदार अभिव्यक्ति के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है।

विनोद कुमार त्रिपाठी जी भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी है जो कमिशनर इनकम टैक्स के पद पर तैनात थे और आज कल रिलायंस ग्रूप में प्रेज़िडेंट के पद पर कार्यरत हैं. इसके पूर्व वो कुछ समय के लिए नैशनल टेक्सटाइल्स कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डिरेक्टर भी थे।

त्रिपाठी जी इलाहाबाद के रहने वाले हैं और इस किताब के प्रकाशन से पूर्व उन्होंने उर्दू भी सीखी और यही वजह है की उनकी शायरी उर्दू में पहले प्रकाशित हुई। इसका हिन्दी संस्करण राधा कृष्ण प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है और जल्दी ही पाठकों के सामने आ जाएगा। इनकी किताब के चंद शेर आपके सामने प्रस्तुत हैं –

“अब यहाँ कोई ख़रीदार नहीं ख़्वाबों का

मैंने बाज़ार में कल रात हक़ीक़त बेची “

या फिर

“बात जो मुझमें शोर करती है

मुझसे कहने से रह गयी होगी “

या फिर

“नींद टूटी तो “बशर” जाके ये एहसास हुआ

जिसको हाथों से सँवारा था वो सपना निकला “

विनोद कुमार त्रिपाठी जी ‘बशर’ तख़ल्लुस से शायरी करते हैं। उनका एक मजमुआ “मेरी ज़मीन के लोग” २००२ में प्रकाशित हो चुका है।त्रिपाठी जी यूइंग क्रिश्चियन कॉलेज इलाहाबाद में राजनीति शास्त्र के लेक्चरर भी रहे है और समाज सेवा के साथ साथ खेलकूद में भी काफ़ी रुचि रखते हैं। शायद यही वजह है कि वो भावनात्मक स्तर पर इंसान से भरपूर परिचित है और ये बात उनकी शायरी में बख़ूबी दिखती है जब वो लिखते हैं कि

“हरेक फ़र्ज़ का रिश्ता तो बस ज़मीर से है

किसी पे हम कोई एहसां कभी नहीं करते”

या फिर

“ हमारे हिस्से में सागर था, हाथ क्या आता

ज़मीं को बांटा यूँ किसने, निज़ाम किसका था”

त्रिपाठी जी की ये किताब Amazon पर भी उपलब्ध है और साथ ही साथ उर्दू के सभी मशहूर बुक स्टोर पर भी पायी जा सकती है

My Digital Buddy Which Has 3 Years Experience In Social Media Marketing...

माय डिजिटल बड्डी :My Digital Buddy
हमारे आज कल के रहन सहन में सोशल मीडिया कहीं न कहीं एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। चाहे हमे बिज़नेस डील करनी हो या दोस्तों के साथ टाइम पास करना हो , सोशल मीडिया हर जगह हमारी मदद करती है ।

जैसा कि कुछ लोग अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से ही बिज़नेस या खुद को मार्किट में रिप्रेजेंट करते हैं तो इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हम सबको कहीं न कहीं एक ऐसे ‘डिजिटल बड्डी’ की आवश्यकता होती है जो हमारे सोशल मीडिया को मैनेज कर सके और हमारी ऑनलाइन बिज़नेस या प्रमोशन में सहायता कर सके। तो मिo अक्षय पाठक लेकर आये हैं डिजिटल बड्डी जो कि “My Digital Buddy” (www. mydigitalbuddy.com ) के निर्माता हैं जो कि दिल्ली NCR की सोशल मीडिया मार्केटिंग फर्म है ।
3 वर्ष के अनुभव में वह एंटरटेनमेंट, फिटनेस , ब्लॉगिंग आदि क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न फेमस चेहरों के सोशल मीडिया हैंडल्स मैनेज कर चुके हैं।