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रत्नाकर कुमार की ‘जया’ को मिले सात अवॉर्ड बुलावायो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, ज़िम्बाब्वे में...

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने फिल्म निर्माता रत्नाकर कुमार एक ऐसे प्रोड्यूसर हैं, जो हानि-लाभ की परवाह किये बगैर भोजपुरी सिनेमा के हित को ध्यान में रखकर फिल्मों का निर्माण करते हैं। उन्होंने जब-जब किसी फिल्म का निर्माण किया है, तो वह सब डेली रूटीन से हटकर एक नई लेकर खींचना खींचकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को नई दिशा की ओर ले जाने का सार्थक प्रयास किया है इसी कड़ी में रत्नाकर कुमार ने सामाजिक फिल्म ‘जया’ का निर्माण करके मिसाल कायम किया है। इस फिल्म में केंद्रीय भूमिका में भोजपुरी की टॉप मोस्ट एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने शानदार किया है। फिल्म निर्माता रत्नाकर कुमार द्वारा निर्मित निर्देशक धीरू यादव निर्देशित और अभिनेत्री माही श्रीवास्तव अभिनीत फिल्म ‘जया’ एक या दो नहीं बल्कि पूरे सात अवार्ड मिला है वह भी विदेश की धरती ज़िम्बाब्वे में। बता दें कि ‘बुलावायो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, ज़िम्बाब्वे 2025’ आयोजित फिल्म फेस्टिवल में फ़िल्म ‘जया’ को सराहा गया और एक साथ सात कैटेगरी का अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया। अवॉर्ड की कैटेगरी इस प्रकार है: पहला अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म – ‘जया’, दूसरा अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ निर्माता रत्नाकर कुमार, फिल्म – ‘जया’, तीसरा अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ निर्माण वर्ल्डवाइड चैनल फिल्म – ‘जया’, चौथा अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री माही श्रीवास्तव (जया के रूप में) फिल्म – ‘जया’, पाँचवां सर्वश्रेष्ठ अभिनेता दयाशंकर पांडेय (शिवधारी के रूप में) फिल्म – ‘जया’, छठा अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म – ‘जया’, सातवाँ अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ जूरी पुरस्कार (प्रेरणादायक कहानी श्रेणी) फिल्म – ‘जया’ !! इन सात कैटेगरी का अवॉर्ड मिलने पर फ़िल्म निर्माता एवं वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के एमडी रत्नाकर कुमार ने ‘बुलावायो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, ज़िम्बाब्वे’ के आयोजक एवं ज्यूरी सदस्यों को तहेदिल से धन्यवाद दिया है और आभार व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में बदलाव का बिगुल बजाने वाली फिल्म ‘जया’ सोशल मीडिया से लेकर सिनेमाघरों तक हर किसी के सराहना बनी है और जिस जिसने भी इस फिल्म को देखा है, उन सभी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि जब ऐसी फिल्में भोजपुरी सिनेमा में बनने लगेगी तो भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का दशा और दिशा अपने आप बदल जाएगी।

वर्ल्डवाइड चैनल और रत्नाकर कुमार प्रस्तुत बेहद संवेदनशील फिल्म ‘जया’ महिला समाज और जाति के द्वंद्व पर चोट करने वाली तथा पुरानी धारणाओं को भी तोड़ने वाली है। इस फिल्म के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं और निर्देशक धीरू यादव हैं, जबकि को-प्रोड्यूसर निवेदिता कुमार हैं। इस फिल्म  के मुख्य कलाकार माही श्रीवास्तव, दयाशंकर पांडेय, सुकेश आनंद, मनु कृष्णा, महेश आचार्य, धर्मेंद्र सिंह, राव रणविजय, ओमी कश्यप, रंभा साहनी, सोनाली मिश्रा, जुबेर शाह, योगेश पांडे, सोनू कुमार, निरंजन चौबे, अनामिका राय, नीरज कुमार सिंह, अनीता तिवारी, राम बिलास सिंह, सरिता सिंह, उत्पल सिंह, अभिषेक सिंह, स्वास्तिका राय (बाल अभिनेत्री) हैं। लेखक धर्मेन्द्र सिंह हैं। संगीतकार साहिल खान और धीरू यादव एवं गीतकार शकील आज़मी हैं।

  

रत्नाकर कुमार की ‘जया’ को मिले सात अवॉर्ड बुलावायो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, ज़िम्बाब्वे में

 

रत्नाकर कुमार की ‘जया’ को मिले 4 अवार्ड 10वें सबरंग फ़िल्म पुरस्कार समारोह में...

10वें सबरंग फिल्म पुरस्कार समारोह में फिल्म मेकर रत्नाकर कुमार द्वारा निर्मित भोजपुरी फिल्म ‘जया’ को बेस्ट चार अवार्ड्स से सम्मानित किया गया है। जिसमें फिल्म की अभिनेत्री माही श्रीवास्तव को बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला है। वहीं जया को बेस्ट फिल्म, निर्माता रत्नाकर कुमार को बेस्ट प्रोड्यूसर और अभिनेता दयाशंकर पांडे को बेस्ट स्पोर्टिंग रोल मेल के अवार्ड से नवाज़ा गया है। इस बार सबरंग में बस एक ही रंग दिखा वो है जया का। वही भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने फिल्म निर्माता की नारी सशक्तिकरण पर आधारित सामाजिक फिल्म ‘जया’ ने जहां देश और विदेश में कई अवार्ड पाकर भोजपुरी सिनेमा का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।

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बात की जाय फिल्म ‘जया’ की तो इस फ़िल्म को  सबरंग फिल्म अवार्ड में मिले अवॉर्ड से फ़िल्म मेकर रत्नाकर कुमार काफी खुश हैं। उनका मानना है कि ‘जया’ ये सभी अवार्ड को डिजर्व करती है क्योंकि इस फिल्म की मेकिंग और कॉन्सेप्ट दोनों ही लाजवाब है।

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गौरतलब है कि विगत 10 वर्षों से मुंबई में आयोजित किया जा रहा सबरंग फिल्म अवार्ड एक प्रतिष्ठित भोजपुरी फिल्म अवार्ड के रूप में जाना जाता है। हर वर्ष इसमें पूरी भोजपुरी इंडस्ट्री बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती है और सभी सितारे अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं। ऐसे में इस वर्ष भी भोजपुरी सिनेमा के मेगा स्टार व सांसद मनोज तिवारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और इस अवार्ड सेरेमनी की मुक्तकंठ से प्रशंसा किया। वहीं जुबली स्टार व पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ, भोजपुरी सुपरस्टार अभिनेत्री आम्रपाली दूबे, एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव, सुपरस्टार यश कुमार मिश्रा, मनोज सिंह टाइगर, फिल्म निर्माता रत्नाकर कुमार सहित बहुत से नामचीन दिग्गज हस्तियां मौजूद रहीं।

रत्नाकर कुमार की ‘जया’ को मिले 4 अवार्ड 10वें सबरंग फ़िल्म पुरस्कार समारोह में

माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का लोकगीत ‘दिल दे देम’ ने एक मिलियन व्यूज किया पार...

करोड़ों दिलों की धड़कन भोजपुरी सिनेमा की मोस्ट पॉपुलर अदाकारा माही श्रीवास्तव कभी फिल्मों के टीजर व ट्रेलर को लेकर तो कभी वायरल सुपरहिट गानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में छाई रहती हैं। ऐसे में माही श्रीवास्तव के खूबसूरत अंदाज में वायरल भोजपुरी लोकगीत ‘दिल दे देम’ से एक बार फिर माही श्रीवास्तव सुर्खियां बटोर रही हैं। क्योंकि यह गाना यूट्यूब पर एक मिलियन व्यूज पार कर गया है। इस गाने को मधुर आवाज में पापुलर सिंगर गोल्डी यादव ने गाया है। इस गाने में गोल्डी यादव अपनी सुरीली आवाज से महफिल में शमां बाँध रही है और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रही हैं। वहीं इसके वीडियो में माही श्रीवास्तव कमाल की अदाकारी करके अपने हुश्न से कयामत ढा रही हैं। वह अपने सादगी भरे लुक से दर्शकों को दीवाना बना दिया है और अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया है। यह गाना वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड से भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है, जिसे यूट्यूब पर दर्शकों का खूब प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है।

इस गाने में माही श्रीवास्तव अपने ऑनस्क्रीन पति को उसकी पुरानी गर्लफ्रेंड से मिलने से मना कर रही हैं और कह रही हैं कि अगर उसने मिलना बंद नहीं किया तो मैं भी अपने पुराने प्रेमी से फिर से मिल लूंगी। माही श्रीवास्तव अपने पति को चेतावनी भरे लहजे में समझा रही हैं कि…

‘जदि रहन ना सुधरबा ए राजा जी, शादी बादो बिगड़बा ए राजा जी, जनि बुजिहा कि तोहरा के ढील दे देब, पिया ढील दे देब, जदि मिलल ना छोड़बा पुरनकी से, राजा हमहू पुरनका के दिल दे देम…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत लोकगीत ‘दिल दे देम’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर गोल्डी यादव ने गाया है। इसके वीडियो में एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने जोरदार परफॉर्मेंस किया है। इस गाने को गीतकार पिंकू बाबा ने लिखा है, जबकि संगीतकार विनय विनायक ने मधुर संगीत दिया है। वीडियो डायरेक्टर गोल्डी जायसवाल, डीओपी राजन वर्मा, कोरियोग्राफर सनी सोनकर, एडिटर आलोक गुप्ता हैं। डीआई रोहित सिंह ने किया है। इस गाने का ऑल राइट वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।

माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का लोकगीत ‘दिल दे देम’ ने एक मिलियन व्यूज किया पार

Grand Release Of “Anantata Ki Rah Par” — A Powerful Biography On Dr. Sandeep Marwah Unveiled At 11th Global Literary Festival Noida...

Noida: A moment of pride and inspiration marked the 11th Global Literary Festival Noida as the much-awaited biography of Dr. Sandeep Marwah, titled “Anantata Ki Rah Par”, was grandly released amidst a gathering of distinguished authors, diplomats, and literary personalities.

Written by Ms. Shreeya Katyal, the book in Hindi beautifully captures the extraordinary journey of Dr. Sandeep Marwah — a visionary, educator, media pioneer, and global cultural ambassador — whose life continues to inspire millions across the world.

The book was formally released by an eminent panel comprising H.E. Capaya Rodriguez Gonzalez, Ambassador of Venezuela, Awadhesh Singh, Renowned Author; Arvind Mishra, Renowned Author; Pawan Mathur, Renowned Author; Sanjay Chandra, Renowned Author, Coach, Arbitrator & Strategy Consultant; ; Dr. Sushil Bharti, Festival Director, Dr. P.K. Rajput, Thought Leader & Author; and Karan Puri, Author & Digital Entrepreneur.

Also present on the occasion were Mr. Alfredo Caldera from the Embassy of Venezuela, Ms. Lakshmi Valluri, Writer, Editor and Educationist, and Ambassador Sandeep Mehta, Secretary General & Chairman, International Diplomatic Mission.

Speaking on the occasion, Dr. Sandeep Marwah, President of Marwah Studios and Founder of Noida Film City, expressed heartfelt gratitude to the author and all dignitaries for their support. “This book is not just about my journey — it’s about faith, perseverance, and the limitless power of dreams. I dedicate it to everyone who believes that passion, when guided by purpose, can create history,” he said.

“Anantata Ki Rah Par” chronicles Dr. Marwah’s remarkable path — from founding one of the world’s most vibrant film cities and educational institutions to representing India on countless global platforms, promoting art, culture, and media diplomacy.

The book release turned into a celebration of creativity, resilience, and visionary leadership, embodying the spirit of the Global Literary Festival — where words meet wisdom and inspiration meets infinity.

Grand Release Of “Anantata Ki Rah Par” — A Powerful Biography On Dr. Sandeep Marwah Unveiled At 11th Global Literary Festival Noida

“As Long As Music Lives, Didi Lives On.” — Pt. Hridaynath Mangeshkar Leads Didi Puraskaar Presentation Ceremony On Lata Mangeshkar’s 96th Birth Anniversary...

The immortal voice of Bharat Ratna Lata Mangeshkar, fondly remembered as Didi, was celebrated on her 96th birth anniversary at the grand Didi Puraskaar Presentation Ceremony at Yashwantrao Chavan Natyagruha, Kothrud, Pune. The evening, organized by Shirish Theatre, brought together leading voices and cultural stalwarts for a night steeped in melody and emotion.

The prestigious Didi Puraskaar was conferred upon noted vocalist Madhura Datar and was presented by Ashish Shelar in recognition of her contribution to music and her ability to carry forward the timeless legacy of India’s nightingale.

Pt. Hridaynath Mangeshkar shared special and untold memories of Lata Didi, saying “As long as there is a resonant voice, sound, music, and compassion, my didi is immortal.”

Ashish Shelar said, “Lata Didi’s music is eternal. She was the voice of India’s soul, and celebrating her memory through the Didi Puraskaar ensures that future generations continue to draw strength and inspiration from her.”

Expressing her gratitude, Madhura Datar said, “Receiving the Didi Puraskaar is the greatest honour of my musical journey. To be recognized in Lata Didi’s name is both humbling and inspiring, and I will strive to keep her legacy alive through my music.”

The Hindi–Marathi musical program “Mee Lata Deenanath…” featured soulful performances by Madhura Datar, Manisha Nischal, and Vibhavari Joshi, who paid tribute to Lata Didi through stirring renditions.

Distinguished guests including Sushil Kulkarni, Mohan Joshi, Prajakta Mali, and MP Medha Kulkarni graced the occasion.

The Didi Puraskaar Presentation Ceremony stood out as one of Pune’s most poignant cultural evenings, reaffirming that though her voice may have gone silent, the soul of Didi will always remain alive in every note of Indian music.

   

“As Long As Music Lives, Didi Lives On.” — Pt. Hridaynath Mangeshkar Leads Didi Puraskaar Presentation Ceremony On Lata Mangeshkar’s 96th Birth Anniversary