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गौरी संदीप कवडे — एक ऐसी महिला जिन्होंने अपने दर्द को अपनी पहचान बना लिया।

गौरी संदीप कवडे — एक ऐसी महिला जिन्होंने अपने दर्द को अपनी पहचान बना लिया।

सिर्फ 17 साल की उम्र में गौहर शेख ने ब्यूटी इंडस्ट्री में कदम रखा।

आज, गौरी संदीप कवडे के नाम से जानी जाने वाली वे मुंबई मरीन लाइन में अपना सफल सैलून और एकेडमी चला रही हैं।

22 वर्षों के अनुभव के साथ वे एक स्किन और हेयर स्पेशलिस्ट होने के साथ-साथ फिटनेस ट्रेनर भी हैं।

शादी के बाद उनकी जिंदगी ने कठिन मोड़ लिया।

पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की वजह से 2020 में उनका आपसी सहमति से तलाक हुआ।

गौरी ने बिना कोई एलिमनी (भरण-पोषण राशि) लिए, आत्मसम्मान के साथ नई शुरुआत की — वो भी कोविड के मुश्किल समय में।

कभी सिर्फ बिस्किट और पानी से दिन गुज़ारे, लेकिन हिम्मत नहीं हारी।

आज वे न केवल सफल बिजनेसवुमन हैं, बल्कि दो एनजीओ चलाती हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करते हैं — खासतौर पर उन सिंगल मदर्स के लिए जो जीवन में अकेली हैं।

“मैं नहीं चाहती कि कोई और महिला वो दर्द सहे जो मैंने झेला। आत्मनिर्भर बनना ही असली ताकत है,” — गौरी संदीप कवडे

गौरी संदीप कवडे — एक ऐसी महिला जिन्होंने अपने दर्द को अपनी पहचान बना लिया।

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