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प्रथम विश्व सारंगी दिवस 2025: महान सारंगी सम्राट उस्ताद साबरी ख़ान साहब को समर्पित एक भव्य आयोजन...

नई दिल्ली, 22 दिसंबर 2025. विश्व उस समय एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक क्षण का साक्षी बना जब प्रथम विश्व सारंगी दिवस 2025 का आयोजन त्रिवेणी कला संगम, नई दिल्ली मे किया गया। यह आयोजन भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान स्तंभ, सारंगी सम्राट उस्ताद साबरी ख़ान साहब की स्मृति को समर्पित किया गया, जिन्होंने सारंगी को न केवल शिखर तक पहुँचाया बल्कि उसे भारत की आत्मा की आवाज़ बनाया।

उस्ताद साबरी ख़ान साहब का स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक विशिष्ट और गौरवपूर्ण स्थान है। 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि, जब भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की, उस ऐतिहासिक क्षण पर उन्होंने सारंगी पर “वंदे मातरम्” की प्रस्तुति दी जिसने सारंगी के माध्यम से राष्ट्र की आत्मा को स्वर प्रदान किया। यह क्षण न केवल कलात्मक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अद्वितीय था।

विश्व सारंगी दिवस 2025 का आयोजन उनकी अतुलनीय विरासत को सम्मान देने तथा सारंगी को एक वैश्विक सांस्कृतिक वाद्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया। इस ऐतिहासिक पहल का नेतृत्व किया उस्ताद कमाल साबरी ने, जो अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सारंगी वादक, सौरंग संगीत सोसायटी के अध्यक्ष एवं उस्ताद साबरी ख़ान साहब के सुपुत्र हैं। 400 वर्ष पुरानी मुरादाबाद घराने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, उस्ताद कमाल साबरी ने अपना जीवन सारंगी के संरक्षण, नवाचार और वैश्विक प्रसार के लिए समर्पित किया है।

इसके सह आयोजक थे श्री विमल श्रीवास्तव, प्रबंध निदेशक, इग्नाइट मीडिया एंड एंटरटेनमेंट लिमिटेड, जिनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका है।

विश्व सारंगी दिवस 2025 के अवसर पर उस्ताद साबरी ख़ान स्मृति पुरस्कार उन विशिष्ट व्यक्तित्वों को प्रदान किए गए जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत, कला एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार में असाधारण और आजीवन योगदान दिया है। इस पुरस्कार ने समर्पण, कलात्मक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक संरक्षण में उनके प्रभावशाली योगदान को मान्यता प्रदान किया।

इस आयोजन ने विश्वभर के संगीतज्ञों, विद्वानों, सांस्कृतिक संस्थानों और रसिकों को एक मंच पर लाया, जहाँ सारंगी की समृद्ध परंपरा, उसके विकास और उसकी समकालीन प्रासंगिकता का उत्सव मनाया गया। यह दिवस भविष्य में वार्षिक वैश्विक उत्सव के रूप में स्थापित करने की परिकल्पना रखता है—उस वाद्य को समर्पित, जिसने सदियों से भारत की गहन भावनाओं को स्वर दिया है।

लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड पं. एल. के. पंडित – महान शास्त्रीय गायक, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में उनके अतुलनीय योगदान के लिए और उस्ताद साबिर ख़ान – तबला सम्राट एवं फ़र्रुख़ाबाद घराने के ख़लीफ़ा, भारतीय ताल परंपरा के संरक्षण एवं विस्तार हेतु दिया गया.

डॉ. किरण सेठ – संस्थापक, स्पिक मैके जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय कलाओं को देश-विदेश में लाखों युवाओं तक पहुँचाया उन्हें भी सम्मानित किया गया.

कल्चरल एक्सीलेंस अवॉर्ड श्री वीरेंद्र मिश्रा को भारतीय संस्कृति पर आधारित सार्थक सिनेमा के लिए दिया गया. ग्लोबल कल्चरल एक्सीलेंस अवॉर्ड सुश्री संजना जॉन को और ग्लोबल कल्चरल एम्बेसडर अवॉर्ड श्री रूबेन गौची, माल्टा के भारत में माननीय राजदूत को दिया गया.

कार्यक्रम में उस्ताद कमाल साबरी द्वारा विशेष सारंगी प्रस्तुति दी गई, जिसमें वे अपने पिता द्वारा स्वतंत्रता की ऐतिहासिक घड़ी में प्रस्तुत “वंदे मातरम्” को पुनः जीवंत किया। साथ ही, उस्ताद साबरी ख़ान साहब एवं उनके पुत्र जनाब गुलफ़ाम साबरी की स्मृति को समर्पित शास्त्रीय रचनाएँ भी प्रस्तुत की गई।

अन्य विशिष्ट अतिथि मे शामिल थे श्री सैयद नासिर हुसैन सांसद, राज्यसभा, श्री जमाल साबरी ग्रुप सीईओ, अल्मोए ग्रुप ऑफ़  कंपनीज, यूएई, श्री राजकुमार एडीजी, गृह मंत्रालय, श्री संतोष अजमेरा निदेशक, यूपीएससी, सुश्री मंजू छिब्बर अखिल भारतीय अध्यक्ष, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया.

प्रथम विश्व सारंगी दिवस 2025: महान सारंगी सम्राट उस्ताद साबरी ख़ान साहब को समर्पित एक भव्य आयोजन

Guardian Turns Predator: SRA Puts 2,500 Families’ Housing Dreams In Jeopardy In Worli...

Worli Redevelopment Thrown Into Turmoil as SRA Action Rekindles Decades-Old Uncertainty.

A long-delayed slum redevelopment project in Mumbai’s Worli, offering hope to nearly 2,500 families after almost three decades, has been thrown back into uncertainty by sudden administrative action. Despite securing all statutory approvals in October 2024 and commencement of on-ground construction, SRA CEO issued a Section 13(2) notice seeking removal of the developer mid-project.

The timing and absence of transparent justification have alarmed residents, already scarred by years of stalled promises. Allegations of coercive pressure and financial impropriety have deepened concern, prompting appeals to Devabhau, Hon’ble CM for urgent intervention to uphold due process and prevent another generational betrayal of rehabilitation rights.

Guardian Turns Predator: SRA Puts 2,500 Families’ Housing Dreams In Jeopardy In Worli

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नेस्टीवा मेडिकेयर के छठे सालगिरह पर मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन...

पटना, 7 दिसंबर। गर्दनीबाग रोड नंबर 1 स्थित नेस्टिवा मेडिकेयर अस्पताल में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगा कर जरूरतमंदों का निःशुल्क इलाज किया गया। आयोजित जांच शिविर के दौरान 189 मरीजो ने स्वास्थ्य लाभ लिया। इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को गंभीर बीमारियों के शुरुआती लक्षण, बचाव और समय पर जांच की महत्ता समझाई गई। नाटक के माध्यम से बताया गया कि ब्रेस्ट कैंसर की आशंका होने पर स्क्रीनिंग कराना बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहने पर टीबी की जांच के लिए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की अपील की गई।अस्पताल प्रशासन द्वारा नेस्टीवा नेस्टिवा मेडिकेयर के छठे एनिवर्सरी को यादगार बनाते हुए बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। भव्य कार्यक्रम के अंत मे अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ व तमाम कर्मचारियों के साथ पटना के कई समाजसेवी जिन्होंने समाज के उत्थान में मदद किया है उनको सम्मानित भी किया गया।

मौके पर जीएम ऋतु शर्मा के कहा नेस्टीवा मेडिकेयर आज अपना छठा सालगिरह मना रहा है। बिताया हुआ तमाम वर्ष गौरवशाली रहा। आज प्रदेशभर में हमारे लाखो संतुष्ट लाभार्थी हैं। सेवा भाव से नेस्टीवा मेडिकेयर आज राजधानी के प्रमुख मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटलस में से एक है। सच्ची सेवा के माध्यम से अधिक से अधिक मरीजो को स्वास्थ्य लाभ पहुँचाना ही हमारा एक मात्र लक्ष्य है।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डिप्टी मेयर रेशमी चंद्रवंशी ने गरीब मरीजों को किफायती इलाज और समर्पित सेवा प्रदान करने के लिए अस्पताल के निदेशक अंकेश कुमार तथा जीएम डॉ. रीतु शर्मा की सराहना की। इस मौके पर डॉ. दीपक कुमार, रेशमी चंद्रवंशी, कुम्हरार के विधायक संजय गुप्ता,बीजेपी प्रवक्ता मुकेश नंदन,अक्षय कुमार, सुमन,अमित, राहुल, विकास वर्णवाल सहित कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।

नेस्टीवा मेडिकेयर के छठे सालगिरह पर मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन

 

Mumbai Global’s 27th Mumbai Awards Night And Fashion Show Concludes With Grandeur...

The 27th Mumbai Awards Night and Fashion Show, organized by Mumbai Global, was held in a grand and dignified atmosphere at the prestigious Elite Banquet Hall in Mumbai. This mega event was organized by Rajkumar Tiwari, CEO of Mumbai Global newspaper, and was attended by numerous renowned personalities from the film, television, music, fashion, media, social service, and business sectors.

The event was managed by Puneet R. Khare (Owner of Mayuri Media Works), while Vaibhav Sharma hosted the ceremony with impressive flair. Senior journalist Chaitanya Padukone, actor Raju Tonk, and social worker, actor, and producer Dr. Ajay Sahay were also present at the event.

International actor J. Brandon Hill (Global Iconic Bollywood Actor) was present as a VIP guest. Puneet, R.P. Sharma, and Vaibhav Sharma played a crucial role in making the event a success as co-organizers. Renowned playback singer Bali Brahmbhatt graced the occasion with his presence as a special guest.

Awards were presented in three main categories at this grand event: Mumbai Global Iconic Award, Global India Divine Award/Contest, and Hindustan Ratna Award.

Hindustan Ratna Award Winners:

Natasha Fernandes (Film Andaaz 2 – Best Negative Role),

Akaisha Vats (Film Andaaz 2 – Best Lead Actress).

Mumbai Global Iconic Award Winners:

Music director Rashid Khan, actress Sunidhi Chauhan, actress Patrali Chattopadhyay, international singer Alka Bhatnagar, and Bollywood, Sandalwood, and Nepali film actor Kamal Ghimire were honored.

Global India Divine Award Winners:

Actress Pooja Rana, actress Yashika Basera, and actress Shubhati Das received this award. The brand ambassadors for this event were

Angel Tetarbe (Miss Glamourface World India, International Peace Ambassador – USA, Fashion Style Icon Winner – Germany), Suparna Kumar, Annu Singh, Heena Khan, Neelam Narayan, and fashion choreographer Shonette Anthony Barretto.

Professional makeup artists were also honored with certificates and trophies at the event, including Zareen Shaikh, Fatima, Anisa Dalal, Nishreen Electricwala, Qaiser Fatima, and Fatima Kapasi.

Special Guests and Distinguished Contribution Awards

The special guests at the event included actress Arjuman Mughal, actress Akira Singh, and renowned comedian Rafiq Shaikh.

Dr. Ajay Sahay, senior journalist Chaitanya Padukone, Dr. M. R. Ansari (National President, World Human Rights Council), Advocate.  Dr. Keval Kumar (Chairman Leo Media Digital), Sanjeev Kumar (Bureau Chief, Maharashtra & Goa, Swadesh News Satellite Channel), and Priyankah Chauhan (actress, social worker, and founder of Bolly Bonanza) were honored for their contributions to media, social service, and other distinguished fields.

Fashion Show: The Center of Attraction

The fashion show held during the event featured talented models from India and abroad showcasing their talent on the ramp. Annu Singh, Heena Khan, Suparna Kumar (Miss Asia World Winner 2025), Neelam Narayan, actress and dancer Kabina Maharjan, Sapna Singh, Pooja Singh, Babita Mishra, Swati Saroj, and Pooja Mahesh gave spectacular performances on the runway.

The 27th Mumbai Award Night and Fashion Show proved to be a wonderful blend of art, culture, fashion, and recognition. This event not only served as a platform to honor established artists but also as a powerful source of inspiration for emerging talents.

 

Mumbai Global’s 27th Mumbai Awards Night And Fashion Show Concludes With Grandeur

Sandip Soparrkar’s High-Voltage Performance Gulliga Gulliga Becomes Talk Of South Industry...

The high-octane number, released after Zee Music acquired the film’s audio rights, celebrates the power and mystique of the fierce coastal deity Guliga, whose legend has garnered nationwide attention.

Penned by writer-director Sudheer Attavara, the rap-style track blends regional folklore with contemporary musicality. The song is composed by Gopi Sundar, with impactful vocals by Javed Ali and Attavara himself. Sundar has also contributed additional vocal sections, enriching the musical layers of the anthem.

At the heart of the visual spectacle is Soparrkar, who not only choreographed the entire sequence along with his assistant Ashutosh Arya but, also Soparrkar performs the intense and spiritually charged Guliga dance. His portrayal stands out for its raw strength, measured aggression, and the trance-like energy that embodies the deity’s aura.

Sandip Soparrkar said, “Playing Gulliga Daiva in the film Koragajja felt less like a role and more like a sacred responsibility. It allowed me to surrender to a divine energy far greater than myself. I am thankful to my director Sudheer Attavar and producer Trivikram Sapalya as they connected me to the living soul of our folk traditions. I feel blessed and honoured to bring this powerful spirit-form to the screen.”

The song also features actor Sardar Satya as Panjurli, Kabir Bedi and Actress Bhavya adding depth to a crucial narrative moment where Guliga and Panjurli come together to meet Koragajja.

The song’s shoot was an ambitious undertaking. Filmed at Someshwara Beach, Mangaluru, the production deployed two 100-foot cranes and five cameras to capture the grandeur and rhythm of the performance. Despite environmental and logistical hurdles—from unpredictable tides to large-crowd management—producer Thrivikram Sapalya ensured the shoot progressed smoothly, even securing police protection to complete the sequence safely.

Produced by Success Films and Thrivikrama Cinemas, Koragajja is currently in post-production and is gearing up for a January 2026 release.

Sandip Soparrkar’s High-Voltage Performance Gulliga Gulliga Becomes Talk Of South Industry

Anwar Ali Khan Backs Refreshing Romance ‘Tedhi Hai Par Meri Hai’ Starring Jitendra Kumar & Mahvash...

Producer Anwar Ali Khan, known for backing content-driven cinema such as Laal Rang 2,  And Veer Savarkar is set to bring another refreshing story to audiences with the upcoming romantic-comedy Tedhi Hai Par Meri Hai. Presented by Remo D’Souza and directed by Jayesh Pradhan, the film stars Jitendra Kumar and Mahvash in the lead roles.

With Tedhi Hai Par Meri Hai, Anwar Ali Khan continues his association with rooted, relatable narratives that reflect real emotions and flawed relationships. The film embraces the idea that love doesn’t need to be perfect—it just needs to be honest, messy, and real.

The quirky romantic entertainer is written by Pradeep Singh and produced by Ishan Shilpi Verma, Vishal Tyagi, and Anwar Ali Khan, in association with Kuree Studio and Shaisha Motion Pictures.

Speaking about the film, Produce Anwar Ali Khan shared,

“Tedhi Hai Par Meri Hai celebrates imperfection in relationships. It’s about finding your kind of madness in someone else. Having Jitendra Kumar, who effortlessly balances comedy and vulnerability, makes this story even more special.”

With Anwar Ali Khan’s continued focus on meaningful storytelling, combined with Remo D’Souza’s vision and a relatable lead pair, Tedhi Hai Par Meri Hai promises to be a heartfelt, humorous celebration of love in its most imperfect form.

https://m.imdb.com/name/nm14675231/

Anwar Ali Khan Backs Refreshing Romance ‘Tedhi Hai Par Meri Hai’ Starring Jitendra Kumar & Mahvash

धीरज पंडित के निर्देशन में उदय भगत की हिंदी फिल्म ‘महक’ की शूटिंग शुरू आजमगढ़ में...

फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र मे उतरी आरुश्री इंटरटेनमेंट की पहली हिंदी फ़िल्म ‘महक’ की शूटिंग आजमगढ़ के विभिन्न लोकेशन पर शुरू हो चुकी है। समेदा गांव मे स्थानीय निवासी व जिला पंचायत सदस्य मुन्ना सिंह समेदा के हाथो फ़िल्म का मुहूर्त क्लेप दिया गया।

महक के निर्देशक हैं धीरज पंडित, जिन्होंने उदय भगत की कहानी को पटकथा और संवाद मे ढाला है। फ़िल्म मे नैना सिंह ‘महक’ के किरदार में है, जबकि राजू सिंह माही उनके पति की भूमिका मे हैं। जाने माने अभिनेता सुशील सिंह का कई रूप इस फ़िल्म मे देखने को मिलेगा।

जिनमें एक स्पोर्ट्समैन से लेकर रिक्शा चालक तक के रूप मे वे नजर आएंगे। आरुश्री एंटरटेनमेंट के उदय भगत ने बताया कि ‘महक’ मानवीय संवेदना को झकझोरने वाली फ़िल्म है, जो नारी सशक्तिकरण पर आधारित है। किस तरह एक अनपढ़ महिला शिक्षा और खेलकूद के महत्त्व को समझते हुए अपनी बेटी को प्रेरित करते हैं।’ उन्होंने आगे बताया कि ‘फ़िल्म का उद्देश्य व्यावसायिक ना होकर सामाजिक चेतना है।

‘महक’ के अन्य प्रमुख कलाकारों में प्रियंका महाराज, माही खान, बेबी चाहत, वीरेंद्र झा, नीरज कुमार, सागर झा, अलका सिंह आदि मुख्य भूमिका में हैं। स्पोर्ट्स पर आधारित इस फ़िल्म की शूटिंग समेदा गांव से शुरू हुई है, जबकि समापन स्टेडियम में होगी।’

धीरज पंडित के निर्देशन में उदय भगत की हिंदी फिल्म ‘महक’ की शूटिंग शुरू आजमगढ़ में

भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के सेट पर भोजपुरी भाषा में ही बातचीत करने का कड़ा निर्देश दिया निर्देशक धनंजय तिवारी ने...

भोजपुरी सिनेमा की स्टार एक्ट्रेस अंजना सिंह और अभिनेता विशाल तिवारी के शानदार अभिनय से सजी भोजपुरी फिल्म ‘शुभ आरती’ की शूटिंग कंप्लीट हो गई है। फिल्म निर्देशक धनंजय तिवारी के निर्देशन में बन रही इस फिल्म के निर्माता मनोज के गुप्ता हैं। इस फिल्म की पूरी शूटिंग उत्तर प्रदेश के जिला भदोही के गोपीगंज के विभिन्न क्षेत्रों में की गई है।

गौरतलब है कि भोजपुरी फिल्म ‘शुभ आरती’ की शूटिंग के दौरान फिल्म के निर्देशक धनंजय तिवारी ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पर शूटिंग के सेट पर कड़ा निर्देश देते हुए सबसे कहा कि ‘भोजपुरी फ़िल्म की शूटिंग के सेट सब लोग भोजपुरी में ही बात करें… जो भी क्रू मेंबर भोजपुरी में बात नहीं करेगा, उसे फाइन देना पड़ेगा।’ इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ‘हम सब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग यूपी और बिहार के रहने वाले हैं और जब हम सब अपने घर वालों से, नात-रिश्तेदार से अपने गांव की भाषा में बात करते हैं तो शूटिंग के सेट पर क्यों ना हम सब अपनी मीठी भाषा भोजपुरी में ही बात करें। क्योंकि हम फिल्म करते हैं भोजपुरी… संवाद बोलते हैं भोजपुरी भाषा में… तो भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के सेट पर भी हम लोगों को भोजपुरी में ही बात करनी चाहिए।’

वहीं अभिनेत्री अंजना सिंह ने कहा कि ‘भोजपुरी भाषा के सम्मान के लिए ये बहुत बड़ी क्रांतिकारी पहल है। इससे भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के सेट पर हर किसी के बीच एक अपनापन का एहसास होता नजर आया है। इसके लिए हमारे डायरेक्टर धनंजय तिवारी को साधुवाद।’

अभिनेता विशाल तिवारी ने कहा कि ‘ये निर्णय हमारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को बहुत पहले ही लेना चाहिए था। खैर निर्देशक धनंजय तिवारी का यह फैसला ‘भोजपुरी में ही बोलल बतियावल जाव’ का मैं सपोर्ट कर रहा हूँ। हम लोग जबसे एक दूसरे से सेट पर भोजपुरी में बात कर रहे हैं तो बहुत अच्छा लग रहा है और अपनापन का एहसास हो रहा है।’

फिल्म ‘शुभ आरती’ के निर्माता मनोज के गुप्ता ने  मुक्तकंठ से धनंजय तिवारी की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ‘अरे भइया ई त बड़ अच्छी बात हो गईल, अईसन लागत बा कि हम सब फिलिम के शूटिंग में नाही, बल्कि अपने-अपने घर-परिवार संघे बानी जा…’

उल्लेखनीय है कि किन्नरी फिल्म्स प्रोडक्शन बैनर के तले बनाई जा रही भोजपुरी फिल्म ‘शुभ आरती’ के निर्माता मनोज के गुप्ता हैं। निर्देशक धनंजय तिवारी  हैं। इस फिल्म की कथा धनंजय तिवारी ने लिखा है, जबकि पटकथा सभा वर्मा और नीरज मिश्रा ने लिखा है, वहीं संवाद नीरज मिश्रा ने लिखा है। संगीतकार साजन मिश्रा, डीओपी नीरज त्रिपाठी, डांस मास्टर विवेक थापा, फाइट मास्टर दिनेश यादव, डायरेक्शन टीम बिट्टू यादव, विशाल शर्मा, आर्ट डायरेक्टर विकास राज प्रतापगढ़ी, ईपी अंकित तिवारी, प्रोडक्शन कंट्रोलर अंकित तिवारी, प्रोडक्शन मैनेजर अमित पाठक, पीआरओ रामचन्द्र यादव हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार अंजना सिंह, विशाल तिवारी, देवेंद्र पाठक, मनोज गुप्ता, ज्ञान आर्या, अंशु तिवारी, डॉली सिंह, मिंटू शाह, रंजीत निषाद, अमित पाठक और बाल कलाकार कायरा हैं।

विशाल तिवारी, अंजना सिंह, धनंजय तिवारी, मनोज गुप्ता की फिल्म ‘शुभ आरती’ की शूटिंग कंप्लीट

प्रोड्यूसर इमरोज़ अख्तर (मुन्ना) की फिल्म ‘दानवीर’ में पवन सिंह और समर सिंह दिखाएंगे जौहर...

भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह, देसी स्टार समर सिंह के साथ प्रोड्यूसर इमरोज़ अख्तर (मुन्ना) ने बतौर निर्माता भोजपुरी फिल्म ‘दानवीर’ की शूटिंग लखनऊ में शुरू कर दिया है। इस फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले विधिवत ग्रैंड मुहूर्त किया गया। फिल्म की शूटिंग शुरू होने और दो बड़े सुपरस्टार पवन सिंह और समर सिंह को लेकर फिल्म बनाने के लिए इमरोज अख्तर मुन्ना को चहुंओर से बधाई एवं शुभकामनाएं देने का ताँता लगा हुआ है।

गौरतलब है कि सामाजिक सरोकार, दमदार एक्शन और भावनात्मक कहानी से सजी भोजपुरी फिल्म ‘दानवीर’ की शूटिंग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक स्थलों पर की जा रही है।

वाई सी प्रॉपर्टीज़ एंड इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड और मारफा म्यूज़िक बैनर के तले बनाई जा रही फिल्म ‘दानवीर’ के निर्माता प्रेम पाल और अमृत कुमार हैं। इस फिल्म के को-प्रोड्यूसर इमरोज़ अख्तर (मुन्ना) हैं, जो पिछले दो दशक से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं। उन्होंने कई सुपरहिट भोजपुरी फिल्मों के निर्माण में अहम योगदान दिया है। फिल्म इंडस्ट्री में उनका महत्वपूर्ण स्थान है। इस फिल्म के लेखक और निर्देशक मनोज नारायण हैं, जिन्होंने कई सुपरहिट फ़िल्मों की मेकिंग व निर्देशन किया है। गीतकार छोटू, रत्नेश सिंह, संगीतकार प्रियांशु सिंह, सरगम, डीओपी देवेंद्र तिवारी, डांस मास्टर गोल्डी जायसवाल, सोनू, आर्ट डायरेक्टर पवन प्रजापति, ईपी आदित्य सिंह, प्रोडक्शन कंट्रोलर बबलू, प्रोडक्शन मैनेजर नितिन हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार पवन सिंह, समर सिंह, महिमा सिंह, प्रकाश जैस, संजय वर्मा, निशा झा, सुनीता मौर्य आदि हैं।

इस फिल्म को लेकर पावर स्टार पवन सिंह ने कहा कि ‘दानवीर एक ऐसी फिल्म है, जिसमें एक्शन, इमोशन, पारिवारिक मूल्य और सामाजिक सरोकारों का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलेगा।’ उन्होंने अपने फैंस और दर्शकों से अपील करते हुए कहा कि ‘जब ये फिल्म आएगी तो आप लोग अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें, क्योंकि फ़िल्म ‘दानवीर’ में एक नया अंदाज देखने को मिलेगा।

वहीं देसी स्टार समर सिंह ने कहा कि ‘ये फिल्म दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेगी, साथ ही समाज को मजबूत बनाने का संदेश भी देगी। मैं और पवन भइया पहली बार एक साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं। इससे हमारे फैंस में एक अलग ही उत्साह बना हुआ है।’

प्रोड्यूसर इमरोज़ अख्तर (मुन्ना) ने बताया कि ‘इस फिल्म का निर्माण भव्य पैमाने पर किया जा रहा है। जिसे लेकर फिल्म इंडस्ट्री में खास चर्चा का विषय बना हुआ है। बड़े कैनवास की ये फिल्म पवन सिंह और समर सिंह के करियर में एक और यादगार अध्याय जोड़ने का काम करेगी।’

 

पवन सिंह, समर सिंह के साथ प्रोड्यूसर इमरोज़ अख्तर (मुन्ना) ने शुरू किया फिल्म ‘दानवीर’ की शूटिंग लखनऊ में

 

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गीत ‘चाँद’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने किया रिलीज...

कश्मीरी गर्ल बनकर माही श्रीवास्तव ने अपने फैंस और ऑडियंस के लिए कश्मीर की कली का एहसास करा रही हैं। वह भोजपुरी सिंगर गोल्डी यादव की मधुर आवाज में गाया हुआ भोजपुरी गीत ‘चाँद’ लेकर आईं हैं। बता दें कि करोड़ों दिलों की धड़कन भोजपुरिया सिनेप्रेमियों की लाडली मोस्ट पॉपुलर एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव इन दिनों नये-नये स्वैग के साथ अपने हुश्न  का जलवा बिखेरते हुए नजर आ रही हैं। इस गीत ‘चाँद’ के जरिये एक बार फिर माही श्रीवास्तव कातिल अदाओं से अपने फैंस एवं ऑडियंस का दिल जीत रही हैं। उनकी दिलकश अदाओं से सजा ये सांग वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है। इस गाने के वीडियो में माही श्रीवास्तव कश्मीरी पोशाक पहने बला की खूबसूरत लग रही हैं और अपने खूबसूरती और नजाकत से सभी को दीवाना मस्तना बना रही हैं। वह फूलों से भरी नाव डल झील पर चलाते हुए कश्मीर की कली लग रही हैं। इस गीत की शूटिंग कश्मीर की मनोरम वादियों, बर्फीले पर्वत, निर्मल पानी से भरी झील आदि रमणीय स्थलों पर किया गया है।

इस गीत के वीडियो में दिखाया गया है कि कश्मीर की हरी भरी वादियों में लकड़ी का गठ्ठर लेकर जाते हुए एक कश्मीरी हैंडसम लड़के से टकरा जाती है, जिससे उसकी लकड़ियाँ गिरकर बिखर जाती है और तब वह लड़का माही का हेल्प करता है। और उसी समय माही को उस लड़के से पहली नजर का पहला प्यार हो जाता है। वह उमंग भरी प्यार से गुनगुनाते हुए कह रही हैं कि…

‘अब त भगवान जी से अतने दुआ माँगी, तू जे मिलि जा सनम त अउर हम का माँगी, दिल के संगीत के सुर के तोहके ताल बना लेतीं, तोहरे के धड़कन तोहके जान बना लेतीं, चलनी से देखे वाला चाँद बना लेतीं…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत भोजपुरी गाना ‘चाँद’ के प्रोड्यूसर रत्नाकर कुमार हैं। सिंगर गोल्डी यादव की आवाज इस गीत में कानों में मिसिरी की मिठास की घोल का एहसास करा रही है। इसके वीडियो में एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने कश्मीरी लड़की के रूप में सादगी भरा अभिनय करके सबका ध्यान खींच लिया है। म्यूज़िक विनय विनायक और लिरिक्स पिंकू बाबा का है। डायरेक्टर समीय मलिक, सिनेमैटोग्राफर सैयद मुज़फ़्फ़र, एडिटर एंड कलरिस्ट सैयद मुज़फ़्फ़र, असिस्टेंट सिनेमैटोग्राफर सज्जाद मलिक हैं। लाइटिंग कैसर शब्बीर ने किया है। इस गाने का आल राइट्स वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।

इस गीत को लेकर माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘ये गाना काफी यूनिक बनाया गया है। इसकी शूटिंग में एक अलग ही एहसास हुआ है और एक नया अनुभव मिला है। वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी म्यूजिक कंपनी के एमडी रत्नाकर सर ने कमाल का गाना बनाया है। इस सांग में काम करके मुझे बहुत खुशी है। इस गाने को अपना भरपूर प्यार देने के लिए सभी फैंस एवं ऑडियंस दिल से थैंक्यू।’

माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गीत ‘चाँद’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने किया रिलीज

सिर्फ़ 6 साल के मोहम्मद अशर ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में मुख्य भूमिका निभाई...

मुम्बई.  प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती है.  इसका ताजा उदाहरण है मात्र 6 साल के मोहम्मद अशर जिन्होंने निर्देशक बी एस अली की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में मुख्य भूमिका निभाई है. दिग्गज ऐक्टर रमेश गोयल ने भी इस वेब सीरीज में काम किया है और वह मोहम्मद अशर के दादा की भूमिका में नजर आएंगे. ठाणे के रहने वाले चाइल्ड ऐक्टर ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी सीरीज मे मेन लीड किया है जिनकी शूटिंग हो गई है. जल्द ही इसे रिलीज किया जाएगा.

अल्ताफ अहमद और हुदा रहमान के पुत्र मोहम्मद अशर को डांस और गायकी का शौक है.

निर्माता निर्देशक बी एस अली द्वारा नए कलाकारों को मौका दिया जा रहा है और उन्हें अभिनय की ट्रेनिंग भी दी जाती है. उनकी ही खोज हैं मोहम्मद अशर जो अपने प्रोजेक्ट को लेकर उत्साहित हैं.

बी एस अली ने कहा कि इस वेब सीरीज की शूटिंग मुंबई में पूरी हो गई है. सीरीज की कहानी दर्शको को बांध कर रखेगी और उन्हें भरपूर मनोरंजन प्रदान करेगी।

मोहम्मद अशर ने निर्देशक बीएस अली की प्रशंसा की और उनका शुक्रिया अदा किया है।

  

सिर्फ़ 6 साल के मोहम्मद अशर ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में मुख्य भूमिका निभाई

सिर्फ़ 11 साल की रिद्धि मंगेश पाटिल ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में रमेश गोयल के साथ किया अभिनय...

मुम्बई.  सिर्फ 11 साल की रिद्धि मंगेश पाटिल ने अपने अभिनय से सबको  आश्चर्यजनक कर दिया है. उनकी प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं है.  रिद्धि मंगेश पाटिल ने निर्देशक बी एस अली की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दिग्गज ऐक्टर रमेश गोयल ने भी इस वेब सीरीज में काम किया है और उन्होने रिद्धि मंगेश पाटिल की अदाकारी की प्रशंसा की है.

भिवंडी ठाणे की रहने वाली चाइल्ड एक्ट्रेस ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी सीरीज मे बहुत अच्छा रोल किया है जिनकी शूटिंग हो गई है. जल्द ही इसे रिलीज किया जाएगा.

शौक अभिनय, खेल

मंगेश कमलाकर पाटिल और मोना मंगेश पाटिल की पुत्री रिद्धि मंगेश पाटिल को अभिनय और खेल का शौक है. उन्हें मराठी, हिंदी, अंग्रेजी भाषाएं आती है. उनके पिता एस्टेट एजेंट हैं जबकि माता ब्यूटीशियन हैं.

प्रोड्यूसर डायरेक्टर बी एस अली द्वारा नए कलाकारों को अवसर दिया जा रहा है और उन्हें अभिनय की ट्रेनिंग भी दी जाती है. उनकी ही खोज हैं रिद्धि मंगेश पाटिल जो अपने प्रोजेक्ट को लेकर एक्साइटेड हैं.

बी एस अली ने बताया कि इस वेब सीरीज की शूटिंग मुंबई में कम्प्लीट हो गई है. सीरीज की स्टोरी दर्शको को पसंद आएगी और उन्हें भरपूर एंटरटेनमेंट प्रदान करेगी।रिद्धि मंगेश पाटिल बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं. इस आयु मे भी उनकी प्रतिभा अद्भुत है.

रिद्धि मंगेश पाटिल ने निर्देशक बीएस अली की तारीफ की और उनको धन्यवाद दिया है।

 

सिर्फ़ 11 साल की रिद्धि मंगेश पाटिल ने ग्रीन वर्ल्ड मीडिया प्रोडक्शन की हिंदी वेब सीरीज “कच्चे रिश्ते पार्ट 2” में रमेश गोयल के साथ किया अभिनय

दीपक सारस्वत: समाज सेवा की मिसाल, फिल्मों के साथ-साथ संवार रहे हैं जरूरतमंदों की तकदीर...

मनोरंजन जगत की चकाचौंध से दूर, फिल्म निर्माता और समाजसेवी दीपक सारस्वत ने समाज सेवा के क्षेत्र में एक ऐसी लकीर खींच दी है, जो लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। दीपक सारस्वत केवल फिल्मों के निर्माता ही नहीं हैं, बल्कि वे उन ‘उम्मीदों के निर्माता’ भी हैं जो समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को बेहतर जीवन का सपना दिखाते हैं।

7 साल, एक संकल्प और अटूट सेवा भाव

​पिछले 7 वर्षों से दीपक सारस्वत ने अपने जन्मदिन को व्यक्तिगत जश्न के बजाय ‘परोपकार का उत्सव’ बना दिया है। हर साल लाखों रुपये की मदद और निरंतर जमीनी सेवा के माध्यम से उन्होंने हजारों चेहरों पर मुस्कान बिखेरी है।

पिछले 5 वर्षों का सेवा रिकॉर्ड: एक नज़र में

​दीपक सारस्वत के सेवा कार्यों का सफर हर साल नए आयाम स्थापित कर रहा है।

पिछले 5 वर्षों का उनका रिकॉर्ड उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है:

*  2021 – भीषण ठंड के बीच 500 बेसहारा लोगों को कपड़े और कंबल वितरित कर राहत पहुंचाई।

*  2022 – एड्स पीड़ित मासूम बच्चों को अपनी बहन मानकर उनकी सेवा की और समाज को संवेदनशीलता का संदेश दिया।

*  2023 – जन्मदिन को ‘जन्म सप्ताह’ के रूप में मनाया और 7 दिनों के भीतर जरूरतमंदों को ₹1 लाख की आर्थिक मदद दी।

*  2024 – पूरा सप्ताह सड़क किनारे रहने वाले लोगों के बीच बिताया, उन्हें मिठाई, कपड़े और कंबल वितरित किए।

*  2025 – इस वर्ष गाजियाबाद स्थित वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की सेवा, उनके साथ समय बिताकर और बड़े स्तर पर अनुदान देकर अपना जन्मदिन समर्पित किया।

गरीबों की बुलंद आवाज

​दीपक सारस्वत का मानना है कि ईश्वर ने हमें जो कुछ भी दिया है, उसका एक अंश समाज के उन लोगों के पास जाना चाहिए जिन्हें उसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। इसी सोच के कारण आज वे गरीबों और जरूरतमंदों की सबसे मजबूत आवाज बनकर उभरे हैं।

प्रेरणा का स्रोत बना व्यक्तित्व

​सिनेमा की दुनिया में सक्रिय रहते हुए भी दीपक ने कभी अपनी जड़ों को नहीं भुलाया। उनके इस निरंतर प्रयास ने न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों को प्रेरित किया है। उनके जन्मदिन पर होने वाले ये सेवा कार्य अब एक जन-आंदोलन का रूप ले चुके हैं।

​”दीपक सारस्वत का यह निस्वार्थ सेवा भाव यह सिखाता है कि उत्सव का असली आनंद दूसरों के दुख दूर करने में ही निहित है।”

दीपक सारस्वत: समाज सेवा की मिसाल, फिल्मों के साथ-साथ संवार रहे हैं जरूरतमंदों की तकदीर

कटनी के निर्माता विकास शर्मा का पूरा हुआ ख्वाब मल्टीप्लेक्स में छा गया है “अपना अमिताभ”...

कटनी (मध्यप्रदेश) के विकास शर्मा की बहुप्रतीक्षित इच्छा पूर्ण हो गई है। अपने गृह नगर से मायानगरी मुंबई तक आने का उनका सफर सफल रहा है और देखा सोचा बुना हुआ सपना साकार हो गया है। आज की तिथि में एक सफल उदीयमान फिल्म प्रोड्यूसर की सूची में विकास शर्मा का नाम शुमार हो गया है। शर्मा के प्रोडक्शन हाउस क्लासिक एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी पहली फिल्म “अपना अमिताभ” इस १२ दिसम्बर, २०२५ से सिनेमाघरों में प्रदर्शित है। इस सोशल ड्रामा के लेखक एवं निर्देशक अजय आनंद हैं। फिल्म गांव के किशोरों के जीवन संघर्ष पर आधारित है। एक सफाईकर्मी का लड़का किस तरह पास पड़ोस के लोगों के ताने विरोध को सीने से लगाए अपनी स्थिति सुदृढ़ करता है, इसे एक ग्रामीण पृष्ठभूमि में रखते हुए बड़े सलीके से दिखाया गया है। एक दिन वही लड़का उनका प्रेरणास्रोत बनता है, यह कहानी का मुख्य बिन्दु है। अजय आनंद के सुलझे निर्देशन में चित्रित “अपना अमिताभ” देखने लायक है। फिल्म गांवों में व्याप्त जाति प्रथा और ऊॅंच नीच जैसी कुव्यवस्था पर चोट करती है।

फिल्मों का शौकीन विजय इस फिल्म का नायक है। वह अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा फैन है। उसकी दिनचर्या की शुरुआत ही अमिताभ बच्चन की फिल्मी स्टाइल से शुरु होती है। उठना बैठना, चलना फिरना सब अमिताभ शैली में होने लगता है। उसकी यह चपलता ग्रामीणों को खलती है। उसे तरह तरह की बातें सुनने को मिलती हैं। विजय इस उलाहना को हथियार बना लेता है। फिर जो होता है उसके लिए थियेटर पहुंचें और देखें “अपना अमिताभ”।

“अपना अमिताभ” के मुख्य कलाकार हैं : विजय रावल, अंजलि मिश्रा, जय ठक्कर, हेमंत महाउर, मुकेश भट, बच्चन पचेरा, शरत सोनू, सुरुचि वर्मा, हनुमान गुदसा, जीतेन्द्र सिंह, अमित घोष, शिल्पी कुकराती, विनय अम्बष्ट, ज्योत सिंह और अनुपम श्याम। को- प्रोड्यूसर रमेश शर्मा, एडिटर चैतन्य वी. तन्ना, सिनेमैटोग्राफर शम्भु शर्मा, बैकग्राउंड स्कोर भूपेश शर्मा और संगीत निर्देशन राजेश झा का है। अभी कटनी के विकास शर्मा और मुंबई के अजय आनंद “अपना अमिताभ” के निर्माता व निर्देशक के रूप में चर्चा में हैं।

——-  उमेश सिंह चंदेल

कटनी के निर्माता विकास शर्मा का पूरा हुआ ख्वाब मल्टीप्लेक्स में छा गया है “अपना अमिताभ”

आनंद पांडे उद्योगपति–समाजसेवी ने रचा इतिहास शून्य से शिखर तक का प्रेरक सफर...

कुंडा प्रतापगढ़ से मुंबई तक का सफ़र — आज देश के लिए मिसाल

प्रतापगढ़/मुंबई। : उत्तर प्रदेश के कुंडा क्षेत्र के परानूपुर गांव में जन्मे उद्योगपति एवं समाजसेवी आनंद पांडे बीते दिनों अचानक राष्ट्रीय सुर्खियों में छा गए। 10 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक प्रतापगढ़ में आयोजित भव्य रामकथा समागम ने ऐसा अध्याय जोड़ दिया, जिसे प्रतापगढ़ ही नहीं पूरा प्रदेश हमेशा याद रखेगा।

इस अद्भुत आयोजन में कथावाचक राजन जी महाराज की पावन उपस्थिति और लाखों श्रद्धालुओं का सागर प्रतापगढ़ के लिए अप्रत्याशित और ऐतिहासिक दृश्य लेकर आया।

पहली बार कथा स्थल पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई, जिसने पूरे आयोजन को भावनाओं, आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा के अविस्मरणीय संगम में बदल दिया। आयोजन के सूत्रधार आनंद पांडे इन दस दिनों तक हर ओर चर्चा का केंद्र बने रहे।

सरल स्वभाव, विनम्र भाषा और आध्यात्मिक दृष्टि रखने वाले आनंद पांडे ने यह साबित किया कि ईमानदारी और दृढ़ संकल्प इंसान को किसी भी ऊंचाई तक पहुंचा सकते हैं।

मुंबई में ₹7–8 हज़ार की नौकरी से शुरुआत, आज बिजनेस टाइकून

आनंद पांडे का जीवन संघर्ष, विश्वास और सफलता का अद्भुत संगम है।

2011–12 के दौरान वे रोज़गार की तलाश में मुंबई पहुंचे और महीने के केवल 7–8 हज़ार रुपये की नौकरी से जीवन की शुरुआत की।

कुछ वर्षों की नौकरी के बाद उनके भीतर एक सपना आकार लेने लगा —

“अपना काम करो, अपनी कंपनी बनाओ… और अपने साथ दूसरों का जीवन भी संवारो।”

2018–19 में उन्होंने अपने बिजनेस की नींव रखी। सत्यनिष्ठा, मेहनत और पारिवारिक मूल्यों को आधार बनाकर उन्होंने ऐसा व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया कि आज वे उद्योग और समाजसेवा दोनों क्षेत्रों में प्रेरणास्रोत बन चुके हैं।

राजनीति से दूरी — सेवा ही लक्ष्य

कई बार लोगों ने अनुमान लगाया कि भविष्य में आनंद पांडे राजनीति में उतर सकते हैं, लेकिन उन्होंने स्वयं इस बात से स्पष्ट इनकार किया। उनका मानना है —

“मानव सेवा ही भगवान की सेवा है।”

आज वे गरीब कन्याओं के विवाह, शिक्षा सहायता, ज़रूरतमंदों के इलाज, आश्रयहीनों के सहयोग और समाजोपयोगी कार्यों में लगातार सक्रिय हैं।

गरीबी से उठकर सफलता की चोटी तक

आनंद का जीवन संघर्ष का जीवंत उदाहरण है।

उनके पिता कभी सिक्योरिटी गार्ड रहे और ऑटो रिक्शा चलाते थे। आनंद खुद पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे, फिर जीवन ने करवट ली और वे मुंबई आ गए।

माता-पिता का आशीर्वाद, कर्म की निष्ठा और सादगी ने किस्मत को बदल दिया।

आज आनंद पांडे युवा वर्ग के आदर्श और प्रेरणा बन चुके हैं। कुंडा से मुंबई तक — हर जगह उनका नाम संघर्ष, मेहनत और उपलब्धि की मिसाल के तौर पर लिया जा रहा है।

युवाओं के नाम संदेश

“कोई भी काम छोटा नहीं होता। मेहनत और ईमानदारी से किया गया प्रयास इंसान को शून्य से शिखर तक पहुंचा देता है।”

आस्था, सेवा और सफलता का संगम

आनंद पांडे आज उन चुनिंदा नामों में शुमार हैं, जिन्होंने आर्थिक उन्नति के साथ सामाजिक योगदान को प्राथमिकता दी।

प्रतापगढ़ के इतिहास में उनके द्वारा रचा गया रामकथा समागम हमेशा एक प्रेरक उदाहरण रहेगा। आने वाली पीढ़ियाँ इसे आस्था और व्यवस्थापन क्षमता की अनूठी मिसाल के रूप में याद करेंगी।

केवल प्रतापगढ़ ही नहीं, पूरा उत्तर प्रदेश और मुंबई का कारोबारी जगत आज उनके सफर को अद्भुत उपलब्धि और मानवीय मूल्यों की जीत के रूप में देख रहा है।

 

आनंद पांडे  उद्योगपति–समाजसेवी  ने रचा इतिहास शून्य से शिखर तक का प्रेरक सफर

लाल परी फेम सिंगर सिमर कौर की आवाज में आर सिरीज रिलीज कर रहा है म्युज़िक वीडियो ‘कजला’ रेहा खान ने किया अभिनय...

मुम्बई. प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस रेहा खान अब नया म्युज़िक वीडियो लेकर आ रही हैं जिसका नाम है “कजला” ये शानदार म्युज़िक वीडियो म्युज़िक लेबल आर सीरीज से रिलीज हो रहा है.

इस गाने को “लाल परी” गीत गाने वाली सिंगर सिमर कौर ने आवाज दी है. गाने को सिमर कौर के साथ लव दत्ता ने गाया है. म्युज़िक विडिओ में रेहा खान और लव दत्ता ने फीचर किया है. इमोशन और सदाबहार म्युज़िक के तालमेल से भरे इस गाने को डायरेक्ट किया है वरुण बिल्ला ने जबकि इसके लीरिक्स और कंपोजिशन तैयार किए हैं लव दत्ता और बिग शंकि डी ने. म्युज़िक वीडियो के डीओपी प्रभ सैनी, म्युज़िक प्रोड्यूसर ग्रामी, इपी हिमांशु अग्रवाल हैं.

रेयानतो स्टूडियोज के प्रॉडक्शन मे तैयार “कजला” गाने को लेकर रेहा खान बहुत उत्साहित हैं. गाना चंडीगढ़ मे शूट किया गया है और बहुत ही खूबसूरत है उन्हें विश्वास है कि ये गीत भी लाल परी जैसा ब्लॉकबस्टर सिद्ध होगा. बता दें कि रेहा खान ने अपनी म्युज़िक कंपनी आर सीरीज आर सिरीज से कई हिट गाने रिलीज किए हैं.

रेहा खान एक एनजीओ फरिश्ता सोशल फाउंडेशन भी चलाती हैं जिस के अंतर्गत वह जरूरतमंदों को राशन किट, स्वीट्स और ड्राई फ्रूट्स देकर मदद करती है.

फ़िल्म अभिनेत्री और सोशल एक्टिविस्ट रेहा खान को दिव्यांगों की मदद करना पसन्द है.

मुंबई प्रतिनिधी : रमाकांत मुंडे

 

लाल परी फेम सिंगर सिमर कौर की आवाज में आर सिरीज रिलीज कर रहा है म्युज़िक वीडियो ‘कजला’ रेहा खान ने किया अभिनय

Actress Nandini Upadhyay The Success Story Of Singer And Her Melodious Flight In The City Of Dreams...

Mumbai. Every day, thousands of people arrive in the city of dreams, Mumbai, with the intention of turning their aspirations into reality. While some get lost in the struggle, others reach the pinnacle of success through hard work, dedication, and talent. One such inspiring journey is that of singer and actress Nandini Upadhyay, who is currently in the spotlight for her work and rapidly growing popularity.

With her soulful voice and impressive acting skills, Nandini Upadhyay has carved a special place in the hearts of audiences in a short span of time. Whenever she sings, listeners are left mesmerized, completely absorbed in her voice. Her fan following on social media is also increasing steadily, clearly reflecting her rising popularity.

Originally from the Sultanpur district of Uttar Pradesh, Nandini Upadhyay came to Mumbai to try her luck in the city of dreams. Her hard work, discipline, and continuous practice paid off, as she received one good opportunity after another, allowing her career to progress consistently.

Blessed with a charming personality, Nandini Upadhyay attributes her success to her parents. She says that the values, guidance, and blessings of her mother Poonam Upadhyay and father Harishankar Upadhyay have helped her reach this milestone. The journey from a small town to Mumbai was not easy, but her family’s support has always been her greatest strength.

In the coming times, several major projects of Nandini Upadhyay are set to be unveiled before the audience. Considering the way she is moving forward with her melodious voice and strong acting skills, it would not be wrong to say that the day is not far when Nandini Upadhyay will rule the hearts of people with her talent.

Notably, in the bustling city of Mumbai—where everyone remains occupied with their own pursuits—the journey of Nandini Upadhyay has also been strongly supported by her associate, industrialist and social worker Bahubali Rahul Pandey. Nandini Upadhyay has expressed her gratitude for his valuable support in her career journey.

Actress Nandini Upadhyay The Success Story Of Singer  And Her Melodious Flight In The City Of Dreams

Actress -Model Munazza Sabuwala Is Consistently Worked On Modeling Assignments, Ramp Walks, Print Shoots & Advertising Campaigns...

Munazza Sabuwala, who is rapidly making her mark on the journey from model to actress, will soon be seen by audiences in several new and exciting projects. In the coming months, she will showcase her acting talent in a reality show, a music video, and a television serial.

Munazza began her career as a model, always prioritizing self-reliance. In her early days, she worked a job to avoid depending on anyone for her needs. She used her earnings to get her photoshoots done and create her portfolio. This self-belief and hard work propelled her forward.

Following this, Munazza consistently worked on modeling assignments, ramp walks, print shoots, and advertising campaigns. She won the Miss Pune title and received several awards. She participated in many prestigious modeling shows not only in India but also abroad, establishing a unique identity for herself. After making a strong presence in the modeling industry, she is now starting a new and powerful chapter in her career as an actress.

Munazza believes that “when we dream a dream or set a goal, we should continuously work hard to achieve it, because those who try never fail.” This mindset is the greatest strength behind her success.

Extremely self-respecting, confident, and multi-talented, Munazza says that if she weren’t an actress, she would have definitely made her mark as a model, anchor, or reporter. Besides acting and being comfortable in front of the camera, she is also an excellent tarot card reader. She loves learning new things, which makes her personality even more special.

When it comes to cinema, she is a big fan of Sanjay Leela Bhansali and Karan Johar. She is very much attracted to Nora Fatehi’s dance style, while Katrina Kaif and Kareena Kapoor are among her favorite actresses. She aspires to play lively roles like those in the film Jab We Met and strong characters like Jasmeet in Namaste London. Munazza Sabuwala is a perfect blend of struggle, confidence, and talent—she is not only living her dreams but also becoming an inspiration for others through her hard work.

  

Actress -Model Munazza Sabuwala Is Consistently Worked On Modeling Assignments, Ramp Walks, Print Shoots & Advertising Campaigns

रत्नाकर कुमार, शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ पार किया तीन मिलियन व्यूज...

फिल्म निर्माता रत्नाकर कुमार, भोजपुरी की फेमस सिंगर शिल्पी राज और भोजपुरी की बेस्ट एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव की तीकड़ी नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। जी हाँ! उनकी तिकड़ी में आया बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ रिलीज होते ही वायरल हो गया है और देखते ही देखते तीन मिलियन व्यूज यूट्यूब पर पार कर गया है। ये भोजपुरी गाना वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज होते ही वायरल हो गया है। इस गाने के तीन मिलियन क्लब में शामिल होने पर सिंगर शिल्पी राज और एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने जश्न मनाया है। बता दें कि इस गाने को पिक्चराइजेशन काफी रिच और महँगे क्लब में किया गया है, जोकि भोजपुरी गानों की मेकिंग के लिए बहुत बड़ी बात है। इसके वीडियो में दिखाया है कि माही श्रीवास्तव लेदर की जैकेट और हाफ पैंट पहने किसी क्लब में जाती हैं, जहाँ पर हॉट लुक में बहुत लड़कियां नकाब पहने इतराते हुए नजर आ रही है। डिस्को म्यूजिक पर माही श्रीवास्तव  ठुमका लगाते हुए कहती हैं कि…

‘केतनो डेरवइबा राजा केतनो धमकइबा हो, आइब ना बात में केतनो फुलाइबा हो, रहे वाली नइखे तोहसे डर के पिया, जदि चाही ले भलाई अपना घर के पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया, न त मरि जाइब कुछ करिके पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर शिल्पी राज ने अलग अंदाज में गाया है।  एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने वेस्टर्न और इंडियन लुक में अपनी कातिल अदाओं का जलवा बिखेरा है। डायरेक्शन टीम रावये फिल्म्स, डांसर्स लुक मनीषा टांक, आर्टिस्ट मेकअप इंद्रजीत दास, हेयर पीहू का है। आर्ट डायरेक्टर सोनू एसके, असिस्टेंट डायरेक्टर रवि थापा, रजत वैद और रितिका बीटीएस और स्टिल फोटोग्राफर सौरव हैं। लोकेशन एच एल वी फिल्म सिटी, कॉस्ट्यूम रजत मनचंदा का है।

इस गीत को लेकर सिंगर शिल्पी राज ने कहा कि ‘जब इस सांग को गाने आफर मेरे पास आया था तो इस गाने का बोल सुनकर तभी मुझे लगा था कि ये गाना तो हिट है बॉस। अब ये सांग ऑडियंस भर-भर कर अपना प्यार दे रहे हैं, इसके लिए सभी को दिल से थैंक्यू, साथ ही इतना बेस्ट सांग बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को तहेदिल धन्यवाद!’

एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘मनोरंजन से भरपूर यह लोकगीत तीन मिलियन व्यूज यूट्यूब पर पार कर गया है, यह मेरे लिए किसी जश्न से कम नहीं है। इस बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना में परफॉर्म करके मुझे बहुत खुशी मिली है। इतना बढ़िया लोकगीत बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूँ और भरपूर प्यार देने के लिए सभी ऑडियंस को दिल से धन्यवाद देती हूँ।’

तीन मिलियन व्यूज पार किया शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का वायरल भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’

Global Sovereignty Index Flags India’s Cognitive Deficit, Sparks Urgent Debate on Education and Knowledge Autonomy...

India, December 16, 2025:  The release of the world’s first Sovereignty Index by the International Burke Institute, assessing all UN member states across political, economic, technological, informational, cultural, cognitive, and military dimensions, has sparked urgent debate on India’s education and knowledge autonomy.  Early findings on cognitive sovereignty have placed India under the spotlight.

The Index, unveiled on December 14, indicates that despite India’s demographic strength and economic momentum, the country needs further structural reforms to improve its ability to independently produce knowledge, nurture critical thinking, and control its intellectual and digital ecosystems. As per International Burk Institute ranking India occupies 24th rank in overall Index, however in  Cognitive Sovereignty Index, the country ranks 130th out of 193 countries.

The findings have triggered sharp commentary from education and knowledge-system experts. Commenting on India’s ranking, Priyanka Yadav, Vice President of ONEFUTURE and Director of Educational Policy Research for India–Israel Cooperation, and Gabriel Mart, Scientific Secretary of the International Burke Institute, argued that cognitive sovereignty needs to be treated as a national priority as it plays a crucial role in shaping ideas, narratives, and innovation in an increasingly competitive global order.

The Sovereignty Index evaluates how effectively nations cultivate independent thinking, critical reasoning, and control over their own knowledge ecosystems.  According to the Institute’s findings, India’s cognitive sovereignty indicators lag behind its economic and geopolitical ambitions, exposing vulnerabilities in education systems, digital knowledge infrastructure, and intellectual autonomy.

Commenting on the findings, Priyanka Yadav, an expert on education reform and cognitive sovereignty, said, “When a nation does not shape its own knowledge systems, it gradually surrenders its ability to shape its future. India needs to bridge sovereignty gap urgently.”

Post-pandemic assessments across multiple Indian states reveal that foundational learning outcomes remain weak, with large numbers of children unable to read or comprehend age-appropriate material. At the higher education level, skill-based studies show that only a fraction of graduates demonstrate critical reasoning and applied problem-solving abilities. Together, these indicators suggest a systemic issue rather than isolated failures.

Yadav emphasized that the roots of the challenge are historical as much as institutional. “India’s education structure still carries the imprint of colonial-era designs that prioritized compliance over curiosity. We have reformed policies and curricula over time, but the deeper architecture of how minds are trained has not fully shifted toward intellectual independence,” she said.

Gabriel Mart, an Israeli global public health researcher and Scientific Secretary of the International Burke Institute echoed this concern from a global perspective. “India possesses immense demographic and intellectual capital. Yet its education and information systems often reward rote performance rather than inquiry. Cognitive sovereignty depends on the ability to question, critique, and generate original knowledge — not simply to absorb it,” he said.

The Burke Institute’s analysis contrasts India’s trajectory with examples such as Uruguay, a smaller nation that has deliberately invested in cognitive infrastructure. Through its long-running Plan Ceibal initiative, Uruguay combined universal digital access with curriculum redesign, media literacy, and institutional autonomy. The result has been near-universal internet penetration, strong research concentration, and a population better equipped to navigate complex information environments.

For India, the irony is profound. Long before modern sovereignty indices existed, the subcontinent was a global center of cognitive autonomy. Ancient universities such as Nalanda, Takshashila, and Vikramashila attracted scholars from across Asia, operating as hubs of original research in philosophy, medicine, mathematics, astronomy, and statecraft. These institutions thrived on curricular freedom, pluralistic debate, and rigorous inquiry — principles that modern systems now seek to rediscover.

“India once exported knowledge rather than importing frameworks. Its scholars controlled both what was taught and how truth was evaluated. That is the essence of cognitive sovereignty,” Mart said.

The experts pointed out that colonial interventions dismantled much of this indigenous knowledge infrastructure, redirecting education toward administrative utility and epistemic dependence. According to Yadav, the long-term impact has been a shift from knowledge production to consumption. “What we see today is not just underinvestment in schools or technology. It is the cumulative effect of epistemic disruption that reduced India’s control over its own intellectual agenda,” she emphasized.

India’s National Education Policy (NEP) 2020 represents a meaningful attempt to reverse this trend by emphasizing multidisciplinary learning, critical thinking, and linguistic diversity. Both experts acknowledge its promise, while cautioning that policy intent must be matched by systemic reform in assessments, teacher training, and institutional incentives.

Beyond classrooms, the Burke Index flags emerging digital vulnerabilities. Limited household internet access, uneven teacher readiness in information and communication technologies, and reliance on foreign-controlled digital platforms raise concerns about who ultimately shapes India’s information environment.

“When a nation’s cognitive space is governed externally, sovereignty is diluted. This is not merely a technology issue; it is a strategic one,” Mart warned.

As the full Sovereignty Index is out now, experts stressed that India’s findings should be read not as a verdict, but as a call to action. With the world’s youngest population and a rich intellectual heritage, India has the capacity to reclaim cognitive leadership — provided it treats intellectual autonomy as a core pillar of national strategy.

“India’s future will be written not only in economic figures or diplomatic statements. Reclaiming cognitive sovereignty is not nostalgia — it is necessity,” Yadav concluded.

About the Authors

Gabriel Mart

Israeli global public health researcher and Scientific Secretary at the International Burke Institute, specializing in knowledge systems.

Priyanka Yadav

Vice President of ONEFUTURE; Director of Educational Policy Research for India–Israel Cooperation. Senior policy researcher focused on cognitive sovereignty, educational reform, and international collaboration in knowledge systems.

 

Global Sovereignty Index Flags India’s Cognitive Deficit, Sparks Urgent Debate on Education and Knowledge Autonomy

 

देशभर में कई बड़े वित्तीय मामले सुलझा रही है विनय कुमार दुबे की VKDL NPA Advisory Council...

नई दिल्ली / मुंबई: देश में तेजी से बढ़ते Non-Performing Assets (NPA) आज बैंकिंग और वित्तीय व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बने हुए हैं। ऐसे समय में वित्तीय समाधान के क्षेत्र में एक भरोसेमंद नाम बनकर उभरी है विनय कुमार दुबे के नेतृत्व वाली VKDL NPA Advisory Council, जिसने अपनी विशेषज्ञता और रणनीतिक कार्यप्रणाली के माध्यम से देशभर में कई बड़े और जटिल एनपीए मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया है।

VKDL NPA Advisory Council ने बैंक, वित्तीय संस्थानों और व्यापारियों के बीच संतुलन बनाते हुए ऐसे समाधान प्रस्तुत किए हैं, जिनसे न केवल बकाया वसूली संभव हुई है, बल्कि प्रभावित व्यापारियों को भी दोबारा वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने का अवसर मिला है। परिषद का कार्य केवल वसूली तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाधान-आधारित और पुनर्वास-केंद्रित दृष्टिकोण पर काम करती है।

अनुभवी टीम और रणनीतिक दृष्टिकोण

VKDL की टीम में अनुभवी बैंकिंग विशेषज्ञ, वित्तीय सलाहकार, कानूनी विशेषज्ञ और डेटा-एनालिस्ट शामिल हैं, जो एनपीए से जुड़े मामलों का गहन अध्ययन कर डेटा-आधारित और कानूनी रूप से सुदृढ़ रणनीति तैयार करते हैं। परिषद की कार्यशैली में समयबद्ध निर्णय, पारदर्शिता और बैंकिंग कानूनों की गहरी समझ प्रमुख भूमिका निभाती है।

परिषद द्वारा SARFAESI Act, ऋण पुनर्गठन, One Time Settlement (OTS), वसूली प्रक्रिया, वित्तीय विवाद समाधान और बैंक-ग्राहक समन्वय जैसे विषयों पर विशेष रूप से काम किया जाता है। इसी कारण उच्च मूल्य और लंबे समय से अटके मामलों में भी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

व्यापारी, बैंक और सरकार—तीनों के हितों का संरक्षण

VKDL NPA Advisory Council का मानना है कि एनपीए समस्या का समाधान तभी स्थायी हो सकता है जब व्यापारी, वित्तीय संस्थान और सरकार—तीनों के हित सुरक्षित रहें। परिषद का उद्देश्य केवल बकाया राशि की वसूली नहीं, बल्कि व्यापारियों को जागरूक करना, सही वित्तीय योजना बनाना और उन्हें अपनी संपत्ति गंवाए बिना समाधान तक पहुँचाना है।

देशभर में विस्तार

वर्तमान में VKDL केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि मुंबई, लखनऊ, बेंगलुरु, कोलकाता सहित देश के कई प्रमुख शहरों में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। विभिन्न राज्यों में फैले अपने मजबूत नेटवर्क के माध्यम से परिषद छोटे, मध्यम और बड़े—हर स्तर के एनपीए मामलों को दक्षता के साथ निपटा रही है।

जागरूकता के लिए कॉन्फ्रेंस और मीटिंग

VKDL NPA Advisory Council समय-समय पर विभिन्न राज्यों में कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और इंटरएक्टिव मीटिंग्स का आयोजन भी करती है, ताकि व्यापारी और आम लोग एनपीए मामलों की जटिलताओं को समझ सकें। इन कार्यक्रमों के माध्यम से यह बताया जाता है कि किस प्रकार सही समय पर और सही प्रक्रिया अपनाकर बकाया भुगतान किया जा सकता है और कानूनी परेशानियों से बचा जा सकता है।

चेयरमैन का बयान

VKDL के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार दुबे ने बताया कि,  “हमारा प्रयास है कि एनपीए मामलों का समाधान ऐसे तरीके से हो, जिससे व्यापारी भी दोबारा खड़े हो सकें, वित्तीय संस्थानों को उनकी राशि समय पर मिले और सरकार को भी उचित राजस्व प्राप्त हो। हमारी अनुभवी टीम और देशभर में फैला नेटवर्क हमें हर पैमाने के मामलों को सफलतापूर्वक निपटाने में सक्षम बनाता है।”

भविष्य की योजनाएँ

VKDL NPA Advisory Council आने वाले वर्षों में और अधिक जटिल और उच्च-मूल्य वाले एनपीए मामलों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में अग्रसर है। परिषद का लक्ष्य है कि भारत की वित्तीय व्यवस्था को मजबूत करने में वह एक सशक्त और भरोसेमंद साझेदार के रूप में उभरे।

देशभर में कई बड़े वित्तीय मामले सुलझा रही है विनय कुमार दुबे की VKDL NPA Advisory Council

रत्नाकर कुमार, शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ पार किया एक दिन में दो मिलियन व्यूज...

भोजपुरी की फेमस सिंगर शिल्पी राज और भोजपुरी की बेस्ट एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव की सुपरहिट जोड़ी में रिलीज हुआ बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ एक दिन में दो मिलियन व्यूज पार कर गया है। ये भोजपुरी गाना वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज होते ही वायरल हो गया है। इस गाने के दो मिलियन क्लब में शामिल होने पर सिंगर शिल्पी राज और एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने जश्न मनाया है। बता दें कि इस गाने को पिक्चराइजेशन काफी रिच और महँगे क्लब में किया गया है, जोकि भोजपुरी गानों की मेकिंग के लिए बहुत बड़ी बात है। इसके वीडियो में दिखाया है कि माही श्रीवास्तव लेदर की जैकेट और हाफ पैंट पहने किसी क्लब में जाती हैं, जहाँ पर हॉट लुक में बहुत लड़कियां नकाब पहने इतराते हुए नजर आ रही है। डिस्को म्यूजिक पर माही श्रीवास्तव  ठुमका लगाते हुए कहती हैं कि…

‘केतनो डेरवइबा राजा केतनो धमकइबा हो, आइब ना बात में केतनो फुलाइबा हो, रहे वाली नइखे तोहसे डर के पिया, जदि चाही ले भलाई अपना घर के पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया, न त मरि जाइब कुछ करिके पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर शिल्पी राज ने अलग अंदाज में गाया है।  एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने वेस्टर्न और इंडियन लुक में अपनी कातिल अदाओं का जलवा बिखेरा है। डायरेक्शन टीम रावये फिल्म्स, डांसर्स लुक मनीषा टांक, आर्टिस्ट मेकअप इंद्रजीत दास, हेयर पीहू का है। आर्ट डायरेक्टर सोनू एसके, असिस्टेंट डायरेक्टर रवि थापा, रजत वैद और रितिका बीटीएस और स्टिल फोटोग्राफर सौरव हैं। लोकेशन एच एल वी फिल्म सिटी, कॉस्ट्यूम रजत मनचंदा का है।

इस गीत को लेकर सिंगर शिल्पी राज ने कहा कि ‘जब इस सांग को गाने आफर मेरे पास आया था तो इस गाने का बोल सुनकर तभी मुझे लगा था कि ये गाना तो हिट है बॉस। अब ये सांग ऑडियंस भर-भर कर अपना प्यार दे रहे हैं, इसके लिए सभी को दिल से थैंक्यू, साथ ही इतना बेस्ट सांग बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को तहेदिल धन्यवाद!’

एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘मनोरंजन से भरपूर यह लोकगीत दो मिलियन व्यूज यूट्यूब पर पार कर गया है, यह मेरे लिए किसी जश्न से कम नहीं है। इस बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना में परफॉर्म करके मुझे बहुत खुशी मिली है। इतना बढ़िया लोकगीत बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूँ और भरपूर प्यार देने के लिए सभी ऑडियंस को दिल से धन्यवाद देती हूँ।’

रत्नाकर कुमार, शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ पार किया एक दिन में दो मिलियन व्यूज

शाहजहांपुर के देव करन सिंह को मिला वेबसीरीज सार्या में मुख्य किरदार...

एक्टर देव करन वेबसीरीज सार्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, देव करन ने बताया कि इस से पहले उन्होंने कई बार ऑडिशन दिया लेकिन सफलता नहीं मिली इसके बाद देव करन ने एक्टिंग क्लास ज्वाइन किया एक्टिंग की बारीकियां सीखीं और अब वेबसीरीज सार्या में अपने टैलेंट को दिखाने का मौका मिला है देव करन ने बताया कि अगर आप के अन्दर टैलेंट है तो आप को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता और इसी वजह से पहले एक्टिंग की बारीकियां सीखीं और अब वेबसीरीज सार्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं शाहजहांपुर के रहने वाले देव करन बहुत जल्द ही रुपहले पर्दे पर नजर आएंगे

जो बहुत बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी इस प्रोजेक्ट को लेकर बहुत उत्साहित है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट के बाद वो एक अलग पहचान बना पाएंगे

परिवार की उम्मीदों को पूरा करना ही जीवन का लक्ष्य रखा है यहां तक पहुंचने में पिता निर्मल सिंह का बहुत बड़ा योगदान है जो इस प्रोजेक्ट के मिलने से पूरा होता दिख रहा है

रीगल फिल्म्स द्वारा बन रही इस वेबसरीज़ के निर्माता निर्देशक विनोद कुमार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की शुटिंग दिल्ली और मुंबई में होगी इससे पहले भी निर्माता निर्देशक विनोद कुमार बहुत सारे फिल्म व टीवी सीरियलों का निर्माण कर चुके हैं आज वेबसीरीज के चलन के युग में उनकी जाल भी दर्शकों को पसंद आएगी

 

शाहजहांपुर के देव करन सिंह को मिला वेबसीरीज सार्या में मुख्य किरदार

निर्माता हरि नारायण चौरसिया की हॉरर–कॉमेडी फिल्म ‘सिहरन’ पूरे भारत में रिलीज...

“चोटी कटवा चुड़ैल” का आतंक अब सिनेमा घरों में

मुंबई । ओम शिवाय फिल्म्स के बैनर तले बनी बहुचर्चित हॉरर–कॉमेडी फिल्म सिहरन अब पूरे भारत के सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म का ऑफिशियल ट्रेलर रेड बल्ब स्टूडियो से 10 तारीख को वर्ल्डवाइड लॉन्च किया गया था, जिसे दर्शकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली।

फिल्म के निर्माता हरि नारायण चौरसिया ने बताया कि सिहरन एक जबरदस्त हॉरर और कॉमेडी का कॉम्बिनेशन है, जिसमें डर के साथ-साथ भरपूर मनोरंजन और एक सशक्त सामाजिक संदेश भी दिया गया है।

इस फिल्म की मुख्य अभिनेत्री आराधना सचान हैं, जबकि प्रमुख भूमिकाओं में अभिषेक शर्मा, जितेंद्र यादव और मधुश्री शाह नजर आ रहे हैं। फिल्म का  लेखन, कहानी, स्क्रीनप्ले और निर्देशन मनीष कुमार वर्मा द्वारा किया गया है, जिन्होंने हॉरर-कॉमेडी के साथ-साथ दमदार एक्शन को भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है।

फिल्म की कहानी में पान की खेती का विशेष कॉन्सेप्ट शामिल किया गया है, जो निर्माता हरि नारायण चौरसिया के सुझाव पर रखा गया। कृषक समाज से जुड़े पान उत्पादकों की समस्याओं, उनके व्यवसाय और छोटे गांवों से लेकर बड़े शहरों तक होने वाले शोषण को फिल्म में सशक्त रूप से दिखाया गया है।

फिल्म की सह-निर्माता आभा चौरसिया ने बताया कि यह फिल्म ग्रामीण परिवेश में फैली रूढ़िवादी सोच, महिलाओं के बीच रंगभेद और सामाजिक भेदभाव जैसे मुद्दों को उठाती है। यह फिल्म नारी सशक्तिकरण पर आधारित है और यह संदेश देती है कि यदि महिला ठान ले, तो वह हर कठिनाई को पार कर सकती है।

फिल्म में निर्माता की सुपुत्री प्रियंशी चौरसिया ने एक न्यूज रिपोर्टर की भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि उन्हें फिल्म की कहानी बेहद पसंद आई और इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना उनके लिए यादगार अनुभव रहा। वहीं डॉ. आकांक्षा गांव की महिला नीलिमा के किरदार में दमदार अभिनय करती नजर आती हैं।

इस फिल्म की कास्टिंग डायरेक्टर और प्रोजेक्ट हेड भी आराधना सचान हैं, जिन्होंने अभिनय के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाया है।

फिल्म के सिनेमेटोग्राफर राज यादव हैं, जिनके कैमरा वर्क ने फिल्म को शानदार विज़ुअल टच दिया है।

फिल्म का एक्शन बीर मास्टर द्वारा डिजाइन किया गया है, जो पूरी तरह साउथ फिल्मों के स्तर का दमदार एक्शन दर्शाता है। सतना और छतरपुर जैसे क्षेत्रों में फिल्माई गई इस फिल्म में दर्शकों को भरपूर एक्शन और थ्रिल देखने को मिलेगा।

फिल्म में कुल चार खूबसूरत गाने हैं, जिनका संगीत डब्लू साहिस ने दिया है और जिन्हें अनुष्का बैनर्जी ने अपनी मधुर आवाज़ में गाया है। बैकग्राउंड म्यूजिक अनिकेत भारद्वाज और संकेत गुंडेकर का है। आर्ट डायरेक्शन सीपी सेन और असिस्टेंट आर्ट डायरेक्टर रवि रंगीला ने संभाला है, जबकि मेकअप का कार्य गुड्डू गोल्डन ने किया है।

निर्माता हरि नारायण चौरसिया ने जानकारी दी कि फिल्म की शूटिंग 15 अक्टूबर 2023 से शुरू होकर लगभग 30 दिनों तक चली। फिल्म के प्रमुख दृश्य खजुराहो जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अतरा सरकार जी के हनुमान मंदिर, आसपास के जंगलों और विभिन्न लोकेशनों पर फिल्माए गए हैं।

फिल्म में ध्रुव सिंह बघेल भी अहम किरदार में नजर आते हैं, जबकि दुर्गेश कुमार एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक भूमिका में दिखाई देते हैं। इस फिल्म में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मुंबई के लगभग 80–90 कलाकारों और तकनीकी सहयोगियों ने योगदान दिया है।

निर्माता हरि नारायण चौरसिया ने फिल्म में एसोसिएट डायरेक्टर की भूमिका के साथ-साथ पुलिस इंस्पेक्टर अजय नायक का किरदार भी निभाया है। छतरपुर जिले के कई कलाकारों ने भी फिल्म में अहम भूमिकाएँ निभाई हैं, जिनमें विधायक की भूमिका में राजेश महंतो विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।

इससे मूवी से  पहले निर्माता हरि नारायण चौरसिया विंध्य की विरासत नाम की डॉक्यूमेंट्री के 52 एपिसोड बना चुके है  जो कि दूरदर्शन चैनल पर टेलीकास्ट हो चुके है ।

जिसके लिए उन्हें उनके काम की बहुत  सराहना  मिली । उन्होंने पान पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई थी ।

फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश की खूबसूरत लोकेशनों जैसे गढ़ी मल्हरा, आसपास के गांव, छतरपुर शहर, सतना, माधौगढ़ का किला और ए.के.एस. यूनिवर्सिटी में की गई है। फिल्म में सतना, छतरपुर, रीवा, इंदौर, इटारसी, ग्वालियर, मुंबई और उत्तर प्रदेश के कलाकारों को अवसर दिया गया है।

फिल्म में बॉलीवुड कलाकार मुस्ताक खान और जूनियर मेहमूद ने कॉमेडी रोल निभाकर दर्शकों को खूब हंसाया है, जबकि मुख्य विलेन की भूमिका सत्यम शुक्ला ने निभाई है। अन्य प्रमुख कलाकारों में विजय मानवतकर, अजय श्रीवास्तव, नीरज सिंह राजपूत, के.एल. रंधावा, प्रताप वर्मा, अंजू रस्तोगी सहित कई नाम शामिल हैं।

फिल्म में योगदान देने वाले अन्य कलाकार एवं सहयोगी

अतुल वत्सल, ब्रिज किशोर पटेल, राजू हरसाना, अब्दुल गफ्फार, ममता सिंह, सोनिया राजपूत, हैरी ओबेरॉय, दुर्गेश अवस्थी, तारिक बारिशी, विवेक सिंह, संजय साहनी, रवि रंगीला, योगिता कोइराला, मीरा मंडल, सोनिया आर. के. गोस्वामी, जैतोष कुमार, राम जायसवाल, सत्यम, मोनू, सोनू डगुपुरिया, विकास नरवरिया , राजू सोनी  सहित कई कलाकारों ने इस फिल्म में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

फिल्म का पैन-इंडिया डिस्ट्रीब्यूशन पिकल एंटरटेनमेंट  द्वारा किया गया है।

निर्माता हरि नारायण चौरसिया ने बताया कि 12 दिसंबर से रिलीज हुई यह फिल्म सिनेमा घरों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है।

दर्शकों से अपील है कि वे अपने नज़दीकी सिनेमा हॉल में जाकर हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘सिहरन’ का आनंद अवश्य लें।

निर्माता हरि नारायण चौरसिया की हॉरर–कॉमेडी फिल्म ‘सिहरन’ पूरे भारत में रिलीज

पटना में मेडिकल क्रांति, Dr. राजीव सिंह ने लॉन्च की बिना घुटना प्रत्यारोपण वाली आधुनिक तकनीक...

पटना। बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाई देने वाले डॉक्टरों की सूची में अगर सबसे भरोसेमंद नाम किसी का है तो वह है साईं हेल्थ केयर वैलनेस सेंटर के संस्थापक और बिहार के सुप्रसिद्ध दर्द रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव सिंह। मरीजों के लिए सहज उपलब्धता, मानवीय व्यवहार और अत्याधुनिक उपचार—इन तीनों गुणों ने डॉ. सिंह को बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वी भारत में एक जाना-माना नाम बना दिया है।

सालों से वे न सिर्फ इलाज करते आए हैं बल्कि हर साल सैकड़ों मरीजों को मुफ्त चिकित्सा देकर समाजिक जिम्मेदारी भी निभाते हैं। यही कारण है कि आज भी दर्द से परेशान कोई भी मरीज सबसे पहले साईं हेल्थ केयर का नाम लेता है।

नई तकनीक – बिना सर्जरी, बिना घुटना बदले इलाज

इस बार डॉ. राजीव सिंह ने अपने सेंटर में एक ऐसी मशीन जोड़ी है जो बिहार में चिकित्सा जगत के लिए किसी क्रांति से कम नहीं है। यह मशीन है Knee Decompression Machine, जो घुटनों में नेचुरल गैप (Joint Space) बनाकर दर्द को जड़ से खत्म करती है और बिना घुटना प्रत्यारोपण (Knee Replacement) किए ही घुटनों के गंभीर से गंभीर रोगों का इलाज कर देती है।

तकनीक की बड़ी खासियतें: बिना ऑपरेशन, बिना इंजेक्शन, बिना घुटना बदले, बिना दर्द, घुटनों में स्वाभाविक गैप बनाकर तुरंत राहत

विशेषज्ञों के अनुसार यह तकनीक उन मरीजों के लिए वरदान है जिनकी हड्डियों में लंबे समय से दर्द रहता है या जिनकी उम्र बढ़ने के साथ घुटनों में समस्या बढ़ गई है।

चाहे सर्वाइकल (गर्दन दर्द), हील पेन (एड़ी दर्द), लम्बर (पीठ दर्द), जोड़ों का पुराना दर्द, या घुटनों की जकड़न और सूजन—

इस मशीन के जरिए डॉ. सिंह ने कई मरीजों का ऐसा इलाज किया है कि वे सालों पुराना दर्द भूलकर दोबारा सामान्य जीवन जीने लगे हैं।

डॉ. सिंह का मानना है कि मरीज को आराम मिलना चाहिए। वे कहते हैं: दर्द दिखता नहीं है, लेकिन किसी का जीवन रोक देता है। अगर तकनीक से बिना सर्जरी राहत मिल सकती है तो उसे मरीज तक पहुंचाना मेरी जिम्मेदारी है।

साईं हेल्थ केयर वैलनेस सेंटर बिहार का पहला ऐसा संस्थान है जहां यह अत्याधुनिक Knee Decompression Machine स्थापित की गई है। सालों की सेवा, हजारों सफल केस और समाजिक कार्यों में निरंतर योगदान के लिए डॉ. राजीव सिंह को कई राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त हुए हैं।

पटना में मेडिकल क्रांति, Dr. राजीव सिंह ने लॉन्च की बिना घुटना प्रत्यारोपण वाली आधुनिक तकनीक

स्पिक मैके (SPIC MACAY) मुंबई के स्कूलों और कॉलेजों में 150 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेगी...

मुंबई, 14 दिसंबर, 2025 — स्पिक मैके (सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंगस्ट यूथ) मुंबई चैप्टर के संस्थापक और पद्मश्री पुरस्कार विजेता डॉ. किरण सेठ हाल ही में शहर के दौरे पर आए थे। डॉ. सेठ ने कम उम्र में ही युवा छात्रों को भारत की समृद्ध शास्त्रीय कलाओं और योग से परिचित कराने की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया, और बताया कि कैसे ये अभ्यास एकाग्रता, धैर्य और आंतरिक अनुशासन को बढ़ा सकते हैं, जिससे वे शिक्षा, उद्योग और अपने चुने हुए किसी भी करियर पथ में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगे।

हाल ही में नालंदा पब्लिक स्कूल, मुलुंड में आयोजित एक कार्यक्रम और प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जिसमें पंडित सतीश व्यास (पद्मश्री पुरस्कार विजेता और संतूर कलाकार), उस्ताद कमाल साबरी (सारंगी उस्ताद) और उस्ताद राजा मियां (हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक) और पंडित रोनू मजूमदार (पद्मश्री पुरस्कार विजेता और बांसुरी वादक) जैसे भारतीय शास्त्रीय संगीत के दिग्गज शामिल हुए, डॉ. सेठ ने अपना विज़न साझा किया।

शहर के अपने दौरे के दौरान, डॉ. सेठ ने IIT बॉम्बे, SBI पेमेंट्स टीम के साथ बातचीत की, रोटरी क्लब इंटरनेशनल और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स एवं शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों जैसे पिल्लई यूनिवर्सिटी, न्यू पनवेल से मुलाकात की।

इसी विज़न के तहत, उन्होंने जनवरी और मार्च 2026 के बीच मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के स्कूलों और कॉलेजों में लगभग 150 शास्त्रीय कला कार्यक्रम आयोजित करने की एक व्यापक योजना की घोषणा की। इस पहल में नगर निगम, सहायता प्राप्त और निजी शैक्षणिक संस्थान शामिल होंगे, और इसमें लेक्चर-डेमोंस्ट्रेशन, वर्कशॉप और कॉन्सर्ट शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य हजारों युवा दिमागों को प्रेरित करना है। इस पहल को SBI पेमेंट्स जैसे भागीदारों का सपोर्ट प्राप्त है, साथ ही SRF जैसे अन्य भी हैं, जो युवाओं के बीच भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए SPIC MACAY की प्रतिबद्धता को साझा करते हैं।

दुनिया भर में फैली मानसिक बीमारियों के मुद्दे को संबोधित करते हुए डॉ. सेठ ने एक बढ़ती हुई वैश्विक चिंता पर प्रकाश डाला: “हर जगह छात्र चिंता, तनाव और अवसाद की महामारी का सामना कर रहे हैं। कई लोग अपने मन को नियंत्रित करने और ध्यान केंद्रित करने के लिए संघर्ष करते हैं, वे लगातार तनाव में रहते हैं, चिंतित रहते हैं और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ होते हैं, जिससे अवसाद होता है, जिस से शैक्षणिक परिणाम खराब होते हैं। हमारा शास्त्रीय संगीत और योग, अगर स्कूलों में पेश किया जाए – भले ही छात्र सिर्फ सुनें – तो इन समस्याओं को कम करने और शिक्षा और वे जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ते हैं, उसमें बेहतर परिणाम लाने में मदद मिल सकती है।”

मुंबई में शुरू की गई इस पहल की एक महत्वपूर्ण पृष्ठभूमि एसपीआईसी मैके के संस्थापक-अध्यक्ष डॉ. किरण सेठ द्वारा वर्ष 2024 में पूरी की गई अखिल भारतीय एकल साइकिल यात्रा है। इस यात्रा के दौरान, डॉ. सेठ ने 200 से अधिक राज्यों, शहरों, कस्बों और गांवों में 14000 किलोमीटर की दूरी तय की और छात्रों, शिक्षकों, स्वयंसेवकों और स्थानीय समुदायों के साथ संवाद स्थापित किया। इस साइकिल यात्रा का उद्देश्य शिक्षा में संस्कृति की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना, शारीरिक फिटनेस, पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व और सादा जीवन शैली को प्रोत्साहित करना और इस विचार को रेखांकित करना था कि सांस्कृतिक जागरूकता जिम्मेदार नागरिकता का अभिन्न अंग है।

इस पहल के बारे में बात करते हुए, स्पीक मैके के पूर्व राष्ट्रीय सचिव सब्यसाची डे ने कहा, “स्पीक मैके मुंबई चैप्टर का उद्देश्य इस पहल के माध्यम से शहर के सभी छात्रों और बच्चों तक पहुंचना है। हमें उम्मीद है कि इस पहल से हर बच्चा और छात्र महाराष्ट्र राज्य और शहर के सभी शिक्षण संस्थानों में हमारी शास्त्रीय कलाओं और विरासत में निहित सूक्ष्मता, सुंदरता, अमूर्तता, धैर्य और मूल्यों की सराहना करेगा।”

 

स्पिक मैके (SPIC MACAY) मुंबई के स्कूलों और कॉलेजों में 150 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेगी

AAFT’s 18th Global Film Festival Noida 2025 Opens With Spectacular Grandeur — Crowned The Biggest Academic Film Festival In The World...

Noida, 11 December 2025: The 18th Global Film Festival Noida (GFFN) 2025, presented by the AAFT, burst into life at the legendary Marwah Studios, Film City Noida, with an atmosphere charged with excitement, global participation, and an exceptional lineup of distinguished guests.

Dr. Sandeep Marwah, President of AAFT and Global Film Festival, formally inaugurated the festival, proudly declaring it “the biggest academic film festival of the world,” marking yet another milestone in AAFT’s legacy of excellence.

The opening ceremony was a remarkable gathering of film legends, global diplomats, industry pioneers, and cultural leaders, making it one of the most prestigious film festival inaugurations ever hosted by an educational institution.

Mrs. Maneka Sanjay Gandhi, Environmentalist, Former Union Minister & Founder of People for Animals, delivered a compelling address on the newly launched CINEKIND Award, an initiative committed to promoting kindness, compassion, and human values through cinema. A deeply impressed T.P. Agarwal stated, “I have never seen a film festival of such stature, size, and grandeur in any institution in the world. It is beyond the reach of any institution to match a festival of this scale.”

Padma Shri Madhur Bhandarkar, National Award–winning filmmaker, expressed heartfelt gratitude and admiration for AAFT, praising the festival for nurturing young creative minds and shaping the future of Indian cinema. Sunita Ahuja, popular social media influencer and wife of Bollywood icon Govinda, applauded the students, saying she was amazed by the vibrancy and magnitude of AAFT during her first visit to the campus.

Leading figures from the Indian film fraternity expressed enthusiastic support: Abhay Sinha, President IMPPA & President Elect FFI (2026), appreciated the festival’s global vision and AAFT’s consistent leadership in film education. Firdausal Hasan, President FFI, shared his pride in the achievements of AAFT and Marwah Studios. Sakshi Mehra, President MPA, remarked that “Marwah Studios is an industry in itself.” Tushar Amrish Goel, Director of The Taj Story, praised the festival’s professional execution and inspiring atmosphere. Mukesh Tyagi, Actor & BJP Spokesperson, lauded the festival’s contribution to nurturing the next generation of filmmakers.

The powerful presence of international ambassadors highlighted India’s growing influence as a global cultural bridge. H.E. Juris Bone, Ambassador of Latvia, launched the Indo-Latvia Film and Cultural Forum, calling it a “historic, visionary initiative”. H.E. Alberto Antonio Guani, Ambassador of Uruguay, expressed deep admiration for Dr. Marwah’s global cultural initiatives. H.E. Karlito Nunes, Ambassador of Timor-Leste, shared his delight at witnessing such a massive cultural movement. Cdr. K.L. Ganju, Hon. Consul General of the Union of Comoros, added, “Miracles take place at Marwah Studios every time I come here.”

Also gracing the occasion were:  G.D. Mehta and Rajinder Singh of MPA,  Renowned Actor  Arjan Bajwa, Nishant Ujjwal of IMPPA, Inga Skruzmane, Deputy Head of Mission, Embassy of Latvia, Faisal Mahmud, Press Minister, Bangladesh High Commission, Metsing Ediel Lemphane, Counsellor, High Commission of Lesotho, Ms. Nohely Salinas Gonzalez & Ms. Ediza Marlene Jimenez Moreno, Embassy of Panama, and Mr. Ibrahim Besthawi, Counsellor, Embassy of the State of Palestine.

The festival grounds were vibrant, colourful, and pulsating with energy as thousands of film lovers, students, professionals, and cultural delegates gathered to celebrate the world of cinema.

Across three thrilling days, the festival will host: 52 curated events, Film screenings from India and across the world, Workshops & masterclasses by acclaimed filmmakers, Seminars, discussions & cultural showcases, Exhibitions and interactive sessions With its unparalleled programming and massive participation, the 18th GFFN stands as one of the most diverse and impactful film festivals internationally.

For nearly two decades, the Global Film Festival Noida has served as a powerful bridge between academia and global cinema, strengthening India’s presence on the world cultural map. The 2025 edition reaffirms AAFT’s commitment to world-class education, creative innovation, and international cultural diplomacy.

The festival continues to inspire, empower, and ignite passion—solidifying AAFT’s place as a global leader in film and creative arts education. Film Director Ashok Tyagi also Secretary General of ICMEI paid vote of thanks.

  

AAFT’s 18th Global Film Festival Noida 2025 Opens With Spectacular Grandeur — Crowned The Biggest Academic Film Festival In The World

जदयू दिल्ली प्रदेश कार्यालय में महासदस्यता अभियान का भव्य शुभारंभ, एक सप्ताह में 5 लाख नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य...

सर्वेश कश्यप को प्रदेश महासचिव, राहुल मिश्रा को प्रधान महासचिव,अनिल झा प्रदेश अध्यक्ष,पूर्वांचल मोर्चा व  युवा जदयू दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ब्रज किशोर किये गए नियुक्त

नई दिल्ली। जनता दल (यूनाइटेड) दिल्ली प्रदेश कार्यालय में आज महा सदस्यता अभियान की  भव्य शुरुआत की गई। उक्त मौके पर जंतर मंतर स्थित जदयू प्रधान कार्यालय में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान 5 लाख नए सदस्य को जोड़ने के लक्ष्य के साथ तमाम कार्यकर्तों को संकल्पित करवाया गया। विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लगभग 500 नए लोगों ने देश के प्रसिद्ध नेता, जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री माननीय श्री नीतीश कुमार जी के विचारों, सिद्धांतों और विकासवादी सोच से प्रेरित होकर जदयू की सदस्यता ग्रहण की।

महा सदस्यता अभियान के दौरान संगठन को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में पाँच नए प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति भी की गई। जिसमें :-

*     राहुल कुमार को प्रधान महासचिव,

*      सर्वेश कश्यप को प्रदेश महासचिव,

*      ब्रज किशोर को युवा विंग का प्रदेश अध्यक्ष,

*      अनिल कुमार झा को पूर्वांचल मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष, तथा

*      दिग्विजय सिंह चौहान को आईटी सेल का प्रदेश महासचिव मनोनीत किया गया।

इस अवसर पर जदयू दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री शैलेंद्र कुमार ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) नीतीश कुमार जी के विचारों और नीतियों से प्रेरित होकर समाज के हर वर्ग के हित में कार्य कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी नवनियुक्त पदाधिकारी संगठन को मजबूत करने, पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुँचाने तथा दिल्ली में जदयू को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने महा सदस्यता अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया और संगठन विस्तार के लिए एकजुट होकर कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

सर्वेश कश्यप

प्रदेश महासचिव

जनता दल (यूनाइटेड) दिल्ली प्रदेश

संपर्क : 9355414142

जदयू दिल्ली प्रदेश कार्यालय में महासदस्यता अभियान का भव्य शुभारंभ,एक सप्ताह में 5 लाख नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य

रत्नाकर कुमार, शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने किया रिलीज...

भोजपुरी की फेमस सिंगर शिल्पी राज की सुरीली आवाज से श्रोताओं को मन मोह लेती हैं। तो वहीं एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव हर स्वैग में संगीप्रेमियों का दिल जीत लेती हैं। ऐसे में शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव की जोड़ी में आया बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी ने रिलीज किया है। इस गाने को पिक्चराइजेशन काफी रिच और महँगे क्लब में किया गया है, जोकि भोजपुरी गानों की मेकिंग के लिए बहुत बड़ी बात है।

इसके वीडियो में दिखाया है कि माही श्रीवास्तव लेदर की जैकेट और हाफ पैंट पहने किसी क्लब में जाती हैं, जहाँ पर हॉट लुक में बहुत लड़कियां नकाब पहने इतराते हुए नजर आ रही है। डिस्को म्यूजिक पर माही श्रीवास्तव  ठुमका लगाते हुए कहती हैं कि…

‘केतनो डेरवइबा राजा केतनो धमकइबा हो, आइब ना बात में केतनो फुलाइबा हो, रहे वाली नइखे तोहसे डर के पिया, जदि चाही ले भलाई अपना घर के पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया, न त मरि जाइब कुछ करिके पिया, त दिलवा में रखिहा मेहर के पिया…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर शिल्पी राज ने अलग अंदाज में गाया है।  एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने वेस्टर्न और इंडियन लुक में अपनी कातिल अदाओं का जलवा बिखेरा है। डायरेक्शन टीम रावये फिल्म्स, डांसर्स लुक मनीषा टांक, आर्टिस्ट मेकअप इंद्रजीत दास, हेयर पीहू का है। आर्ट डायरेक्टर सोनू एसके, असिस्टेंट डायरेक्टर रवि थापा, रजत वैद और रितिका बीटीएस और स्टिल फोटोग्राफर सौरव हैं। लोकेशन एच एल वी फिल्म सिटी, कॉस्ट्यूम रजत मनचंदा का है।

इस गीत को लेकर सिंगर शिल्पी राज ने कहा कि ‘जब ये सांग गाने के लिए मेरे पास आया तो इस गाने का बोल सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने झट हाँ कह दिया। अब ये सांग ऑडियंस के बीच आ गया है और सभी लोग इसे अपना प्यार दे रहे हैं, इसके लिए सभी को दिल से थैंक्यू, साथ ही रत्नाकर कुमार सर को तहेदिल धन्यवाद!’

एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘यह लोकगीत मनोरंजन से भरपूर है। इसमें मेरा काफी लुक और तेवर एकदम अलग है। इस बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना में परफॉर्म करके मुझे बहुत खुशी मिली है। इतना बढ़िया लोकगीत बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूँ और सभी ऑडियंस को भी धन्यवाद देती हूँ।’

 

शिल्पी राज और माही श्रीवास्तव का बिग ब्लास्ट भोजपुरी गाना ‘दिलवा में रखिहा’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने किया रिलीज

रत्नाकर कुमार, प्रिया सिन्हा, करिश्मा कक्कड़ का वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स पर रिलीज भोजपुरी गाना ‘धरा ना पातर कमर’...

खूबसूरत अदाकारा प्रिया सिन्हा ने जब से वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स म्यूजिक कंपनी के जरिये भोजपुरी सिने जगत में पदार्पण किया है तब से एक से बढ़कर एक हिट गानों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेर रही हैं। वह अपनी खूबसूरती और मनमोहक नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध कर देती हैं। इसी कड़ी में एक्ट्रेस वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने भोजपुरी की पॉपुलर सिंगर करिश्मा कक्कड़ के साथ मजेदार नया भोजपुरी लोकगीत ‘धरा ना पातर कमर’ लेकर आई हैं। इस लोकगीत को अपनी सुरीली आवाज में गाकर करिश्मा कक्कड़ ने संगीतप्रेमियों का खूब मनोरंजन कर रही हैं। यह लोकगीत वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है। इस गाने के जरिये जहाँ करिश्मा कक्कड़ मधुर स्वर ये सांग गाकर सबका दिल जीत रही है तो वहीं इस सांग के वीडियो में अदाकारा प्रिया सिन्हा अपनी कातिल अदाओं से बिजली गिरा रही हैं।

इसके वीडियो में दिखाया गया है कि प्रिया सिन्हा अपने हसबैंड से प्यार करती है मगर उसका पति शर्मीले स्वभाव का है। वह अपने पति को प्यार करने के लिए उकसाते हुए कहती है कि…

‘देही में फुर्ती बढ़ जाई, चेहरा पे नूरानी चढ़ जाई, तू मोटइबा राजा जी, धरा धरा, धरा धरा ना पातर कमर, अमर हो जइबा ए राजा जी, धरा धरा ना पातर कमर, अमर हो जइबा ए राजा जी…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत लोकगीत ‘धरा ना पातर कमर’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर करिश्मा कक्कड़ ने मधुर आवाज में गाया है। इसके वीडियो में एक्ट्रेस प्रिया सिन्हा ने शानदार अदायगी किया है। इस गाने को गीतकार मुकेश मिश्रा ने लिखा है, जबकि संगीतकार छोटू बंटी ने मधुर संगीत दिया है। वीडियो डायरेक्टर सुनील बाबा, कोरियोग्राफर रौनक शाह, डीओपी गौरव राय एंड रंजन, एडिटर आलोक गुप्ता हैं। डीआई रोहित सिंह, प्रोडक्शन पंकज सोनी ने किया है। इस गाने का ऑल राइट वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।

इस भोजपुरी लोकगीत को लेकर एक्ट्रेस प्रिया सिन्हा कहती हैं कि ‘वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स म्यूजिक कंपनी एक ऐसी म्यूजिक कंपनी है, जो हमेशा अच्छे से अच्छे गानों की मेकिंग करती है। जिससे मुझे बेस्ट से बेस्ट सांग्स करने को मिलता है। यह गाना करने मुझे बहुत अच्छा इसलिए लगा है, क्योंकि ये सांग मनोरंजन से भरपूर है। इस गाने को आडियंस का बहुत प्यार मिल रहा है। इस गाने को प्यार देने वाले सभी ऑडियंस व फैंस को दिल से धन्यवाद देती हूं।’

वहीं सिंगर करिश्मा कक्कड़ ने कहा कि ‘ये सांग मेरे दिल के बहुत करीब है। ये गाना गाकर दिल से मुझे बहुत अच्छा लगा। इतना बढ़िया गाना बनाने के लिए रत्नाकर सर को दिल धन्यवाद देती हूं। मैं श्रोताओं से यही निहोरा करती हूं कि आप लोग हमेशा ऐसे ही प्यार आशीर्वाद मुझपे बनाये रखें।’

रत्नाकर कुमार, प्रिया सिन्हा, करिश्मा कक्कड़ का वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स पर रिलीज भोजपुरी गाना ‘धरा ना पातर कमर’

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गाना ‘मेहरी से लड़बा’ ने पार किया सात मिलियन व्यूज वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी पर...

भोजपुरी सिनेमा की बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड हासिल करके माही श्रीवास्तव ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में मुकम्मल स्थान बना लिया है। वहीं नित नये भोजपुरी गानों से वह अपने फैंस एवं ऑडियंस का दिल लेती हैं। ऐसे में एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव और सिंगर गोल्डी यादव की सुपरहिट जोड़ी में आया भोजपुरी गाना ‘मेहरी से लड़बा’ ने सात मिलियन व्यूज यूट्यूब पर पार करके कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। फेमस सिंगर गोल्डी यादव की सुरीली आवाज में गाया हुआ और एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव की शानदार अदायगी से भरपूर ये भोजपुरी लोकगीत वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है। जिसे इतना प्यार मिला है कि ये सांग देखते ही देखते 7 मिलियन व्यूज क्लब में शामिल हो गया है। पति-पत्नी के बीच प्यार और प्यार भरी तकरार से भरपूर यह लोकगीत ऑडियंस को खूब पसंद आ रहा है। इस गाने में जहाँ सिंगर गोल्डी यादव की मधुर आवाज का जादू चल रहा है। तो वहीं एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव इंडियन लुक में अपनी कातिल अदाओं से लोगों को दीवाना बना रही हैं। इस गाने को श्रोताओं का भरपूर प्यार मिल रहा है।

इस भोजपुरी लोकगीत के वीडियो में दिखाया गया है कि माही श्रीवास्तव का पति अक्सर उससे झगड़ा व लड़ाई करते रहता है, जिसको समझाते हुए माही श्रीवास्तव कहती हैं कि…

‘बाते बाते में करेला हल्ला, देखि देखि हंसे टोला मोहल्ला, बोला ना तू कहिया सुधरबा हो कहिया सुधरबा, जब मेहरी अपना तू लड़बा, बलम प्यार केकरा से करबा…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत लोकगीत ‘मेहरी से लड़बा’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर गोल्डी यादव ने गाया है। इसके वीडियो में एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने शानदार अदायगी किया है। इस गाने को गीतकार मुकेश मिश्रा ने लिखा है, जबकि संगीतकार विक्की वॉक्स ने मधुर संगीत दिया है। वीडियो डायरेक्टर सुनील बाबा, डीओपी गौरव एंड रंजन, कोरियोग्राफर एमके गुप्ता जॉय, एडिटर आलोक गुप्ता हैं। डीआई रोहित सिंह, प्रोडक्शन पंकज सोनी ने किया है। इस गाने का ऑल राइट वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।

इस गाने को लेकर माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘यह सांग हसबैंड और वाइफ के बीच मीठी नोंक-झोंक पर आधारित है। यह एक सिचुएशनल भोजपुरी गाना है। अलग कॉन्सेप्ट के इस सांग में काम करके दिल खुश हो गया था। इस गाने को सात मिलियन व्यूज का प्यार देने के लिए मैं अपने फैंस और ऑडियंस को तहेदिल से धन्यवाद देती हूं। इतना साफ-सुथरा और बेहतरीन गाना बनाने के लिए रत्नाकर सर को दिल से थैंक्यू।’

वहीं सिंगर गोल्डी यादव खुश होकर कहती हैं कि ‘मुझे बहुत खुशी है कि मेरी आवाज में गाया हुआ ये गाना साथ मिलियन व्यूज यूट्यूब पर पार कर गया है। इसके लिए सभी श्रोताओं को दिल से थैंक्यू और रत्नाकर कुमार सर को तहेदिल से धन्यवाद!’

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गाना ‘मेहरी से लड़बा’ ने पार किया सात मिलियन व्यूज वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी पर

हरीश सिंह नेगी – संघर्ष से सफलता तक का प्रेरक सफर...

रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड (ग्वांस गाँव): हरीश सिंह नेगी, जो मूल रूप से उत्तराखंड के जिला रुद्रप्रयाग के ग्वांस गाँव से हैं, आज होटल इंडस्ट्री में एक सफल हेड शेफ के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। गरीब परिवार में जन्मे हरीश ने बचपन से ही कड़ी मेहनत, तपस्या और जिम्मेदारियों के साथ अपना जीवन बिताया। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

शुरुआत में हरीश अपने गाँव में घर-घर जाकर लेबर का काम करते थे। 12वीं कक्षा पास करने के बाद उन्होंने रोजगार की तलाश में होटल लाइन जॉइन की। पहले होटल में उन्होंने बर्तन धोने का काम किया, पर धीरे-धीरे अपनी लगन और मेहनत से उन्होंने कुकिंग सीखी और एक समय आया जब वह शेफ बने। कुशलता, अनुभव और अनथक मेहनत के दम पर आज वह हेड शेफ के पद पर कार्यरत हैं।

हरीश बताते हैं कि उनके पिता श्री शूर सिंह नेगी, जो एक किसान हैं, ने बेहद कठिन परिस्थितियों में भी परिवार और बच्चों की पढ़ाई का पूरा ध्यान रखा। उनकी मां श्रीमती विमला देवी, जो एक गृहिणी हैं, पढ़ी-लिखी न होने के बावजूद हर रोज सुबह 4 बजे उठकर हरीश की पढ़ाई के लिए चाय बनाती थीं ताकि वह जीवन में आगे बढ़ सकें। हरीश अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और बहन के मार्गदर्शन को देते हैं।

हरीश का सपना इंडियन आर्मी में जाने का था, लेकिन चयन न होने के बाद उन्होंने होटल उद्योग को अपना करियर बनाया। उन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज घिमतोली, रुद्रप्रयाग से पूरी की और वर्तमान में पुणे के एक प्रतिष्ठित होटल में नौकरी कर रहे हैं।

वह कहते हैं

“आज मैं जो भी हूं, अपने माता-पिता, गुरुओं और उनकी दी हुई सीख की वजह से हूं। उनके आशीर्वाद ने ही मुझे यहाँ तक पहुँचाया है।”

हरीश सिंह नेगी आज न केवल सफल शेफ हैं, बल्कि कई युवाओं को होटल लाइन में ट्रेन कर चुके हैं। उनकी मेहनत, सकारात्मक सोच और संघर्ष की कहानी आज कई युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई है।

हरीश सिंह नेगी – संघर्ष से सफलता तक का प्रेरक सफर

Ravi Chaudary – मेहनत, समर्पण और गुरु-आशीर्वाद से उभरता एक प्रेरक व्यक्तित्व...

Muzaffarnagar, Uttar Pradesh: Ravi Chaudary, PFN Hub के संस्थापक, आज फिटनेस जगत में अपनी ईमानदारी, लगन और गुणवत्ता-युक्त सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण नाम बन चुके हैं।

रवि चौधरी बताते हैं कि उनके कुल गुरु विश्वप्रसिद्ध देवराहा बाबा हैं, और वे देवराहा बाबा के सच्चे भक्त हैं।

गुरु के मार्गदर्शन और आशीर्वाद को ही वे अपनी पूरी सफलता का आधार मानते हैं।

रवि चौधरी कहते हैं कि “गुरु का सान्निध्य और उनके आशीर्वाद ने ही मुझे जीवन में सही दिशा, शक्ति और संकल्प प्रदान किया।”

उनकी कड़ी मेहनत और गुरु-आशीर्वाद ने PFN Hub को प्रतिष्ठित “भारत गौरव सम्मान” दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Ravi Chaudary का विश्वास है —

“जब संकल्प दृढ़ हो, नीयत पवित्र हो और कुल गुरु का आशीर्वाद साथ हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं रहती।”

आज Ravi Chaudary अपने समर्पण, आध्यात्मिक जुड़ाव और निरंतर प्रयासों के कारण युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।

Ravi Chaudary – मेहनत, समर्पण और गुरु-आशीर्वाद से उभरता एक प्रेरक व्यक्तित्व

१२ दिसम्बर को थियेटर में आ रहे हैं “अपना अमिताभ”...

जी हां ll चौंकिए मत हम सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की बात नहीं कर रहे हैं l हम बात कर रहे फिल्म अपना अमिताभ के विषय में जो १२ दिसंबर को थिएटर में प्रदर्शित होने जा रही है l

क्लासिक एंटरटेनमेंट कृत हिन्दी सोशल ड्रामा फिल्म “अपना अमिताभ” आगामी १२ दिसम्बर, २०२५ से सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जायेगी। लेखक एवं निर्देशक अजय आनंद*,  क्रिएटिव एवं फिल्म निर्माता विकास शर्मा की यह प्रेरक फिल्म गांवों और कस्बों के किशोरों के जीवन संघर्ष पर फोकस करती है। एक सफाईकर्मी का होनहार लड़का किस तरह अपने गाँव आस पड़ोस तथा स्थानीय लोगों के उलाहना और ताने विरोध को सीने से लगाए अपनी स्थिति सुदृढ़ करता है और एक दिन वही उनका आदर्श व प्रेरणास्रोत बन जाता है। *हिन्दी फिल्म”अपना अमिताभ”*की पाठकथा और संबाद  देखने सुनने लायक है। निर्माता *विकास शर्मा व राघवेन्द्र के०,*को- प्रोड्यूसर रमेश शर्मा, की यह फिल्म गांवों में व्याप्त जाति प्रथा और ऊॅंच नीच वाली कुव्यवस्था पर विरोध दर्ज करती है, एक ऐसे नये प्रगतिशील समाज की वकालत करती है जहां निचले पायदान पर क्रियाशील व्यक्ति का बेटा भी आपकी बराबरी में अपनी प्रतिभा निखार सके।

विजय नाम का एक लड़का इस फिल्म का नायक है और फिल्मों का शौकीन है। वह अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा फैन है। उसकी दिनचर्या में अमिताभ बच्चन की फिल्मी स्टाइल शुमार होती जाती है। उठना बैठना, चलना फिरना सब अमिताभ शैली में होने लगता है। उसकी यही चपलता लोगों को खलती है और तरह तरह की बातें उसे सुनने को मिलती हैं। विजय इस उलाहना को हथियार बना लेता है। फिर जो होता है – अपना अमिताभ बतायेगा।

१२ दिसम्बर को प्रदर्शित हो रही इस फिल्म के मुख्य कलाकार हैं : विजय रावल, अंजलि मिश्रा, जय ठक्कर, हेमंत महाउर, मुकेश भट, बच्चन पचेरा, शरत सोनू, सुरुचि वर्मा, हनुमान गुदसा, जीतेन्द्र सिंह, अमित घोष, शिल्पी कुकराती, विनय अम्बष्ट, ज्योत सिंह और अनुपम श्याम।  एडिटर चैतन्य वी. तन्ना, सिनेमैटोग्राफर शम्भु शर्मा, बैकग्राउंड स्कोर भूपेश शर्मा और संगीत निर्देशन राजेश झा का है। अजय आनंद द्वारा लिखे गाने को स्वर दिया है शहीद माल्या ने l

१२ दिसम्बर को थियेटर में आ रहे हैं “अपना अमिताभ”

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का नया भोजपुरी गीत ‘रोटी छोटी हो गया’ हुआ रिलीज वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स पर...

भोजपुरिया सिनेप्रेमियों की लाडली मोस्ट पॉपुलर एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव (Most Popular Actress Mahi Srivastava) अपनी अदाओं का जलवा बिखेरकर सबके दिलों पर राज कर रही हैं। इसी बीच माही श्रीवास्तव फेमस सिंगर गोल्डी यादव (Famous Singer Goldi Yadav) के साथ मिलकर नया धमाकेदार भोजपुरी लोकगीत ‘रोटी छोटी हो गया‘ (New explosive Bhojpuri folk song ‘Roti Choti Ho Gaya’) लेकर आई हैं। इस गीत के जरिये एक बार फिर माही श्रीवास्तव धूम धड़ाके के साथ अपने फैंस एवं ऑडियंस का दिल जीत रही हैं। उनकी दिलकश अदाओं से सजा ये भोजपुरी लोकगीत ऑडियंस को बहुत पसंद आ रहा है। इस गाने को फेमस सिंगर गोल्डी यादव ने मधुर आवाज में गाकर सबका मन मोह रही हैं। इस गाने को देखकर तथा सुनकर श्रोताओं का मन खूब झूम रहा है। ये सांग वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी (Worldwide Records Bhojpuri) के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है। इन गाने के वीडियो में माही श्रीवास्तव ग्रीन कलर साड़ी ब्लाउज पहने बला की खूबसूरत लग रही हैं और अपने खूबसूरती व नजाकत से सभी पर बिजली गिरा रही हैं।

इस गीत के वीडियो में दिखाया गया है कि माही श्रीवास्तव का पति रोटी छोटी होने पर बहुत नाराज हो गया है। इस वह अपने रूठे पति को अपनी कातिल अदाओं से मनाने का प्रयास कर रही हैं। वह प्यार से अपनी गलती मानते हुए कहती हैं कि..

‘चलनी से रोज आटा चालीले हम, काहे खिसियाईल बानी खालीं बलम, परथन डाली जब मोटी हो गया, राजा गलती से रोटी छोटी छोटी हो गया…’

वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स प्रस्तुत (Worldwide Records presents) भोजपुरी लोकगीत ‘रोटी छोटी हो गया‘ के निर्माता रत्नाकर कुमार (Producer Ratnakar Kumar) हैं। इस गीत को भोजपुरी सिंगर गोल्डी यादव ने अपनी मधुर आवाज में गाया है। इस गाने में अभिनेत्री माही श्रीवास्तव ने मनमोहक अदायगी करके सबका दिल जीत लिया है। उनके साथ एक्टर जानू यादव ने  बेहतरीन केमिस्ट्री जमाया है। इस सांग को गीतकार  गौतम राय ने लिखा है। इस गाने को संगीतकार विकाश यादव ने मधुर संगीत से सजाया है। वीडियो डायरेक्टर गोल्डी जायसवाल, डीओपी राजन वर्मा, कोरियोग्राफर सनी सोनकर, एडिटर आलोक गुप्ता, डीआई रोहित सिंह ने किया है। इस गाने का राइट्स वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के पास है।

गाने को लेकर माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘यह लोकगीत पति-पत्नी के बीच रूठने मनाने की मजेदार केमिस्ट्री पर आधारित है। इस गाने की शूटिंग में हमने खूब इंज्वॉय किया था। इतना अच्छा गाना बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूँ। इस सांग को अपना भरपूर प्यार, आशीर्वाद देने के लिए सभी को दिल से थैंक्यू।’

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का नया भोजपुरी गीत ‘रोटी छोटी हो गया ‘ हुआ रिलीज वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स पर

इम्पा अध्यक्ष अभय सिन्हा ने CII बिग पिक्चर समिट में सिनेमा तक व्यापक और किफायती पहुंच का आह्वान किया...

इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) के अध्यक्ष श्री अभय सिन्हा ने CII बिग पिक्चर समिट 2025 के दौरान पूरे भारत में किफायती और सुलभ सिनेमा इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) द्वारा आयोजित यह समिट 1 से 2 दिसंबर 2025 तक मुंबई के जुहू स्थित जेडब्ल्यू मैरियट होटल में आयोजित हुआ। यह समिट अपने बारहवें संस्करण में “AI युग में क्रिएटिविटी और कॉमर्स को जोड़ना” थीम के साथ संपन्न हुआ, जिसमें सरकार, मीडिया, टेक्नोलॉजी और एंटरटेनमेंट जगत के प्रमुख नेता शामिल हुए।

इस समिट में IMPPA का प्रतिनिधित्व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुश्री सुषमा शिरोमणि, एक्जीक्यूटिव कमेटी मेंबर व FMC के जनरल सेक्रेटरी श्री निशांत उज्ज्वल, श्री यूसुफ शेख और श्री मनीष जैन ने किया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री संजय जाजू ने समिट की अध्यक्षता की।

समिट का एक प्रमुख सत्र “Cinema Infrastructure: Building Screens and Modern Theatres for Equitable Entertainment in India” विषय पर केंद्रित रहा। सत्र को संबोधित करते हुए श्री अभय सिन्हा ने कहा कि आज मल्टीप्लेक्स में टिकट दरें 200 से 250 रुपये तक होने के कारण निम्न और मध्यम आय वर्ग के दर्शकों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं, जिससे थिएटर फुटफॉल और पूरी फिल्म इंडस्ट्री की ग्रोथ प्रभावित हो रही है।

उन्होंने थिएटर उद्योग पर लगने वाले TDS और GST जैसे करों की समीक्षा कर एग्ज़िबिशन सेक्टर को राहत देने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि बस डिपो और रेलवे स्टेशनों पर 100 सीटों वाले मिनी सिनेमाघरों का निर्माण किया जाए, ताकि आम जनता के लिए फिल्म देखना अधिक सुलभ हो सके।

श्री सिन्हा ने ट्रकों पर आधारित 100 सीटों वाले मोबाइल थिएटर शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा, जो छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच बना सकें। उनके अनुसार, यह पहल देश में मनोरंजन के नए अवसर पैदा करेगी और क्षेत्रीय दर्शकों को सिनेमाई अनुभव से जोड़ेगी।

समिट के दौरान भारत में स्क्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने को लेकर कई नवाचारी विचार सामने आए और टेक्नोलॉजी-आधारित, समावेशी विकास के प्रति इंडस्ट्री की प्रतिबद्धता को दोहराया गया।

—शशिकांत सिंह (पत्रकार)

 

इम्पा अध्यक्ष अभय सिन्हा ने CII बिग पिक्चर समिट में सिनेमा तक व्यापक और किफायती पहुंच का आह्वान किया

बिजनौर में हिंदू मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल: दुआ फाउंडेशन द्वारा सैकड़ों युवक युवतियों का सामुहिक विवाह...

नजीबाबाद, बिजनौर: दुआ फाउंडेशन के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के बिजनौर नजीबाबाद मे सामुहिक विवाह का आयोजन किया गया जहां सैकड़ों जोड़ों का सामुहिक विवाह हुआ. यहां मुख्य अतिथि के रूप में कई हस्तियाँ मौजूद रहीं. अग्रवाल फार्म हाऊस मे आयोजित कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों का निकाह किया गया वहीँ हिन्दू समाज के जोड़ों के लिए वर माला अर्पण कार्यक्रम हुआ. दूल्हे दुल्हन को अतिथियों ने दुआ से नवाजा.

दुआ फाउंडेशन के अध्यक्ष अब्दुल्ला गुलजार, उपाध्यक्ष शमीम अहमद के मार्गदर्शन में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लड़के लड़कियों के सामूहिक विवाह कराए गए। संस्था ने विवाह का पूरा खर्च उठाया और सामूहिक भोज दिया। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में हाजी यूसुफ कुरैशी, हाजी यूनुस कुरैशी, हाजी शमीम कुरैशी, अब्दुल्ला गुलजार, शमीम कुरैशी, हाजी नसीम अहमद, मो.असलम, इरफान, इमरान इकराम, अब्दुल सत्तार का विशेष सपोर्ट हासिल रहा।

दुआ फ़ाउंडेशन के द्वारा आयोजित इस सामुहिक विवाह में विशेष बात यह नजर आई कि हर धर्म और समाज के लोगों ने इसका लाभ लिया. बेहतर समाज के निर्माण में इस तरह का कदम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

गौरतलब है कि दुआ फाउंडेशन ने केवल एक साल मे लोगों की भलाई के काफी कार्य करके अपना एक नाम और मुकाम स्थापित किया है. इस संस्था के सामाजिक क्षेत्र में बहुत से कार्य हैं. ये एनजीओ गरीबों की मदद करती है. अस्पताल में भर्ती मरीजों की इलाज में मदद करती है. शिक्षा के क्षेत्र में भी गरीब और जरूरतमंद छात्रों की सहायता करती है. गरीब लड़की लड़के की शादी करवाने मे भी संस्था आगे रहती है. सैकड़ों लोगों का सामुहिक विवाह कराकर संस्था ने उन सभी लोगों, उनके परिवार वालों की दुआ ली है.

वहाँ मौजूद लोगों ने कहा कि ये एक उदाहरण देने वाला काम है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम होगी. दुआ फ़ाउंडेशन और उनकी पूरी टीम को मुबारकबाद दी गई. दुआ के बर्थडे पर ऐसे कार्यक्रम का आयोजन इस बात को सिद्ध करता है कि पैसा होना अलग बात है दिल बड़ा होना अलग बात है.

यहां सैकड़ों लोगों की भव्य शादी हुई. जो अर्थिक रूप से कमजोर परिवार था उसने भी कभी सपना देखा होगा कि उसके बेटे बेटी की शादी का बड़ा फंक्शन हो. दुआ फ़ाउंडेशन ने उन सैकड़ों घरों में खुशी फैला दी. आजकल इतनी महंगाई के दौर में लोग बच्चों की शादी में कर्ज तक ले लेते हैं. सामुहिक विवाह का आयोजन करके लोगों की दुआएं लेने का काम किया दुआ फाउंडेशन ने. बच्चियों के परिवार वाले भी काफी खुश थे.

 

बिजनौर में हिंदू मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल: दुआ फाउंडेशन द्वारा सैकड़ों युवक  युवतियों का सामुहिक विवाह

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गाना ‘मेहरी के नखरा’ ने 20 मिलियन व्यूज किया पार...

भोजपुरी सिनेमा की बेस्ट एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव (Best Actress Mahi Srivastava) और पॉपुलर सिंगर गोल्डी यादव (Singer Goldi Yadav) की सुपरहिट जोड़ी ने एक बार फिर बड़ा धमाका कर दिया है। जी हाँ! फ़िल्म निर्माता रत्नाकर कुमार (Filmmaker Ratnakar Kumar) द्वारा निर्मित एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव की मनमोहक अदायगी से भरपूर और पॉपुलर सिंगर गोल्डी यादव मधुर आवाज में गाया हुआ भोजपुरी लोकगीत ‘मेहरी के नखरा’ (Viral Bhojpuri song ‘Mehri Ke Nakhra’) ऑडियंस के बीच वायरल हो गया है। ये गाना 20 मिलियन व्यूज (Crosses 20 million views on YouTube) यूट्यूब पर पार करके धमाल मचा रहा है। मिलियन क्लब में शामिल हुआ माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव की सुपरहिट जोड़ी में आया यह गाना हर बहुत पसंद आ रहा है। इस गाने को वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल युटुब चैनल पर रिलीज किया गया है। खास कर महिला वर्ग इस सांग को बहुत ज्यादा पसंद कर रही हैं, क्योंकि महिलाओं के मिजाज का ये गाना बनाया गया है। इस गाने का गीत-संगीत सुनकर हर कोई झूम उठता है और बरबस ही लोग गुनगुनाने लगते हैं। अदाकारा माही श्रीवास्तव इस गाने में इंडियन लुक में सिल्वर कलर के डिजाईन किया गया लाल रंग का लंहगा चोली पहने लोगों पर बिजली गिरा रही हैं। साथ ही वह अपने डांस मूव्स से फैंस का दिल जीत रही हैं।

इस गाने में दिखाया गया है कि माही श्रीवास्तव आलीशान बंग्लो के पास अपने सहेलियों के साथ  है। अपने हसबैंड पर अपना रौब दिखाते हुए कहती है कि…

‘पार्लर में बाल कटवावे के पड़ी, मेकअप सेकप करवावे के पड़ी, डालिके सेनुरवा ले अइला बलमुआ, त मेहरी के नखरा उठावे के पड़ी…’

वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत गाना ‘मेहरी के नखरा’ के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर गोल्डी यादव ने गाया है। इसके वीडियो में एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने शानदार अदायगी करके कयामत ढा रही हैं। इस गाने को गीतकार आशुतोष तिवारी ने लिखा है, जबकि संगीतकार प्रियांशु सिंह ने मधुर संगीत दिया है। वीडियो डायरेक्टर सुनील बाबा, डीओपी गौरव एंड रंजन, कोरियोग्राफर एम के गुप्ता जॉय, एडिटर आलोक गुप्ता हैं। डीआई रोहित सिंह, प्रोडक्शन पंकज सोनी ने किया है। इस गाने का ऑल राइट वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।

इस गाने को लेकर के एक्ट्रेस माही श्रीवास्तव ने कहा कि ‘इस सांग को 20 मिलियन व्यूज पार करना मेरे लिए बहुत ही खुशी की बात यह है। इतना बेस्ट सांग बनाने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूं। इस गाने को हिट करने के लिए के लिए मैं अपने फैंस एवं सभी शुभचिंतकों को दिल से धन्यवाद देती हूं।’

वहीं सिंगर गोल्डी यादव ने कहा कि ‘ये लोकगीत रत्नाकर कुमार सर ने बहुत ही प्यारा बनाया है। इस गाने को गाकर मैं बहुत खुश हूं, क्योंकि ये सांग 20 मिलियन क्लब में शामिल हो गया है। इसके लिए सभी श्रोताओं को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं।’

रत्नाकर कुमार, माही श्रीवास्तव और गोल्डी यादव का भोजपुरी गाना ‘मेहरी के नखरा’ ने 20 मिलियन व्यूज किया पार

“Manthan” A Solo Exhibition By U.S.–Based Artist Anisha Sanghani, Opened At Kamalnayan Bajaj Art Gallery...

Anisha Sanghani’s first International solo show “Manthan” scheduled at Kamalnayan Bajaj Art Gallery, Nariman Point, Mumbai, December 1–6, 2025., embodies a Mythic Storm of Gods, Plastic, and Conscience. An ocean of kaleidoscopic colors unfurls, punctuated by a glimmer of gold. Gods ascend from the waves, and divinity appears revitalized. Nonetheless, upon closer examination, disillusion prevails. The resplendent display is not divine, but rather a searing commentary, as the gods’ smiles dissipate.

At Manthan, U.S. based Indian artist Anisha Sanghani rejects painting in favor of protest. Her mythic mixed-media exhibition, presents a world that has corrupted worship into waste. Drawing from the cosmic legend of Samudra Manthan, the churning of the ocean, Sanghani reimagines the myth in a world where the nectar has vanished, the ocean is slick with oil, and all that glitters is plastic. This is not Manthan. This is lamentation.

Maa Kali ascends, not with benedictions, but with blood and ire. Shiva grasps not the halahal, but mountains of discarded reverence. Vishnu floats not on cosmic waters but on rainbows of waste. Each canvas, each frame, trembles with sacred betrayal—crafted from acrylics, gold and silver foil, candy wrappers, metal, fabric, plastic, and even fishing net. These materials are not just medium. They are message.

But for Sanghani, this isn’t just an exhibition. It is resurrection. After two decades of work as a senior graphic product and package designer in U.S. the pandemic closed one door, and she opened another. Returning to art school, earning her BFA, reinventing herself as a full-time artist, muralist, and educator—this show is her soul on canvas. Her journey is one of reclamation. And each piece reflects that rebirth.

Manthan’s presence is announced with a wail, not a whisper. A sculpture visibly trembles, as if the Earth itself is experiencing a seismic event. The shimmer is mesmerizing, then unexpectedly piercing. A stark reminder that our oceans are facing destruction, our rituals are losing their essence, and our faith is being entangled in plastic. The exhibition serves as a call to action. Because when the gods rage, it is not thunder that we should fear. It is ourselves.

Manthan is a poignant and thought-provoking exploration of the intersection of oceanic wonders, ancient mythological themes, and the devastating impacts of consumerism, prompting introspective moments of recognition and reckoning. Sanghani’s canvases vividly capture the raw, suffocating terror of a world overwhelmed by its own waste, from plastic-entangled fish to gods in recoil. With a multidisciplinary background in fine arts, textiles, and graphic design, Sanghani reimagines the ancient myth of Samudra Manthan as a contemporary ecological cautionary tale, highlighting the dire consequences of human neglect. Her mixed-media works evoke a sense of both reverence and desecration, as seen in The New Manthan, where a sea turtle navigates through swirling waters as serpents and sea creatures maneuver through surreal mounds of plastic refuse, evoking a world where mythology reels under man-made disaster.

Sanghani’s artistic technique—lush, overflowing, almost seductive—draws viewers closer before confronting them with the brutality beneath. That brutality is not merely imagined. In a haunting set of personal experiments, Sanghani submerged herself in water with her face encased in plastic, attempting to inhabit the suffocating reality of marine creatures trapped in debris. “I became their voice,” she says. The image is devastating: a human being tasting the terror we force upon the ocean’s inhabitants daily. “Art cannot clean the oceans,” Sanghani notes, “but it can remind us of what they mean to us.” Manthan thus becomes a moral mirror.

Each piece elicits questions long buried beneath convenience and complacency. What are we taking from the ocean? What are we giving back? And what will surface next if we do not intervene? “I want to draw viewers in with beauty, only to expose the underlying unease,” she says. Manthan urges every visitor to face that discomfort, beginning their own inner churning toward awareness, responsibility, and renewal. Behold the new Manthan. Allow the radiance to enthrall you. Let the truth awaken your senses. For in this instance, the rainbow has fallen—and redemption is not assured. Nevertheless, there is still time.

Sanghani’s work is celebrated across the United States, India, and Puerto Rico, has won the Conceptual Artist of the Year Award from Art Comes Alive in Cincinnati, the Best Use of Theme Award from Reading Community Arts Center 2024, the Prestige Award from the University of Cincinnati, and the Garden Rotating Trophy from Sophia College, Mumbai. She has judged the Visual Arts Overture Awards for the Cincinnati Arts Association in 2024 and 2025. Her creations have been featured in the Cincinnati Enquirer, Atlanta Gazette, and more. But accolades aside, this show speaks louder than any trophy ever could.

Manthan was inaugurated on 1 December 2025 by distinguished guests, including Ms. Nidhi Choudhary, IAS, Artist, and Director, National Gallery of Modern Art, Mr. Sameer Balvally, founder of the award-winning architecture and interior design practice Studio Osmosis, Mr. Ronak Sutaria, CEO, Respirer Living Sciences, Mr. Rishiraj Sethi, Director, Aura Art Development Pvt Ltd and co-founder of Aura Art, Dilip Ranade, distinguished Indian artist and former Senior Curator at Mumbai’s CSMVS, and Prakash Bal Joshi, renowned artist and author.

Also, special thanks to Bollywood film director, writer, and producer Harshavardhan Kulkarni, Sony Marketing Strategist Parinda Singh, and Bollywood Music Director Khamosh Shah for attending the inauguration and for their appreciation for my works.

Photographers: Ajay Natke and Sharon Dev Pimento.

 

“Manthan” A Solo Exhibition By U.S.–Based Artist Anisha Sanghani, Opened At Kamalnayan Bajaj Art Gallery

साल 2025 की सबसे ज़्यादा GRP वाली फ़िल्म से अभिनेत्री ज्योति मिश्रा ने तोड़ा खुद का रिकॉर्ड...

किसी अभिनेत्री के लिए सबसे बड़ा अचीवमेंट खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ना है। जी हाँ! इन दिनों एक के बाद एक बेहतरीन फ़िल्मों से अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए अभिनेत्री ज्योति मिश्रा (Actress Jyoti Mishra) दर्शकों के बीच खूब लोकप्रियता बटोर रही है। साल 2025 की शुरुआत में जाने माने डायरेक्टर इश्तियाक शेख बंटी (Director Ishtiyaque Sheikh) निर्देशित भोजपुरी फ़िल्म ‘दुल्हन वही जो धन लाए’ (Bhojpuri Film Dulhan Wahi Jo Dhan Laye) से लेकर इस साल के आखिरी पड़ाव पर ब्लाक बस्टर भोजपुरी फिल्म ‘काला सिंदूर’ (Bhojpuri Film Kala Sindoor) देकर उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। इस फिल्म की हाईएस्ट GRP लाकर सिनेतारिका ज्योति मिश्रा ने इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई फ़िल्म ‘दुल्हन वही जो धन लाए’ की हाईएस्ट जीआरपी का रिकॉर्ड बनाने का अपना ही रिकॉर्ड फिल्म ‘काला सिंदूर’ की सबसे ज़्यादा Highest GRP लाकर तोड़ दिया है। फिल्म ‘काला सिंदूर’ में ज्योति मिश्रा का काम देख इंडस्ट्री के सभी लोगों ने उनकी एक्टिंग की जमकर तारीफ़ की है, तो वहीं दर्शकों ने उस फ़िल्म को सबसे ज़्यादा प्यार देते हुए टेलीविज़न पर चलने वाली साल 2025 की सबसे बेहतरीन फ़िल्म बना दी है।

गौरतलब है कि ज्योति मिश्रा से एक ख़ास बातचीत में उन्होंने बताया कि साल 2025 उनके लिए बहुत अच्छा रहा। उन्होंने कहा कि साल के आखिरी पड़ाव पर उन्होंने ‘चटोरी बहू 2’ और ‘पियरी’ जैसी खूबसूरत भोजपुरी फिल्म का शूट कम्पलीट किया है और आगे की तैयारी में उन्होंने बताया कि ‘एक रात की दुल्हन’ और ‘दुल्हन वही जो धन लाए 2’ की तैयारी में वो लगी हुई हैं। इन दोनों ही फिल्मों की शूटिंग साल 2026 की शुरुआत में होनी है।

उल्लेखनीय है कि एक्ट्रेस ज्योति मिश्रा अब तक दर्जनों फ़िल्में कर चुकी हैं, जिसमें ‘दुल्हन वही जो धन लाए’, ‘काला सिंदूर’, ‘भौजी हमार देवी भईया भगवान’, ‘सास अनाड़ी बहू खिलाड़ी’, ‘चटोरी बहू’, ‘हर घर की यही कहानी’, ‘घूँघटवाली सुपरस्टार’, ‘ऐसा पति मुझे दे भगवान’ आदि ये सब फ़िल्ममें हाईएस्ट जीआरपी वाली फ़िल्में हैं।

अभिनेत्री ज्योति मिश्रा का मुकाबला खुद से ही, तोड़ा खुद का रिकॉर्ड साल 2025 की सबसे ज़्यादा GRP वाली फ़िल्म से

साल 2025 की सबसे ज़्यादा GRP वाली फ़िल्म से अभिनेत्री ज्योति मिश्रा ने तोड़ा खुद का रिकॉर्ड...

किसी अभिनेत्री के लिए सबसे बड़ा अचीवमेंट खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ना है। जी हाँ! इन दिनों एक के बाद एक बेहतरीन फ़िल्मों से अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए अभिनेत्री ज्योति मिश्रा (Actress Jyoti Mishra) दर्शकों के बीच खूब लोकप्रियता बटोर रही है। साल 2025 की शुरुआत में जाने माने डायरेक्टर इश्तियाक शेख बंटी (Director Ishtiyaque Sheikh) निर्देशित भोजपुरी फ़िल्म ‘दुल्हन वही जो धन लाए’ (Bhojpuri Film Dulhan Wahi Jo Dhan Laye) से लेकर इस साल के आखिरी पड़ाव पर ब्लाक बस्टर भोजपुरी फिल्म ‘काला सिंदूर’ (Bhojpuri Film Kala Sindoor) देकर उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। इस फिल्म की हाईएस्ट GRP लाकर सिनेतारिका ज्योति मिश्रा ने इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई फ़िल्म ‘दुल्हन वही जो धन लाए’ की हाईएस्ट जीआरपी का रिकॉर्ड बनाने का अपना ही रिकॉर्ड फिल्म ‘काला सिंदूर’ की सबसे ज़्यादा Highest GRP लाकर तोड़ दिया है। फिल्म ‘काला सिंदूर’ में ज्योति मिश्रा का काम देख इंडस्ट्री के सभी लोगों ने उनकी एक्टिंग की जमकर तारीफ़ की है, तो वहीं दर्शकों ने उस फ़िल्म को सबसे ज़्यादा प्यार देते हुए टेलीविज़न पर चलने वाली साल 2025 की सबसे बेहतरीन फ़िल्म बना दी है।

गौरतलब है कि ज्योति मिश्रा से एक ख़ास बातचीत में उन्होंने बताया कि साल 2025 उनके लिए बहुत अच्छा रहा। उन्होंने कहा कि साल के आखिरी पड़ाव पर उन्होंने ‘चटोरी बहू 2’ और ‘पियरी’ जैसी खूबसूरत भोजपुरी फिल्म का शूट कम्पलीट किया है और आगे की तैयारी में उन्होंने बताया कि ‘एक रात की दुल्हन’ और ‘दुल्हन वही जो धन लाए 2’ की तैयारी में वो लगी हुई हैं। इन दोनों ही फिल्मों की शूटिंग साल 2026 की शुरुआत में होनी है।

उल्लेखनीय है कि एक्ट्रेस ज्योति मिश्रा अब तक दर्जनों फ़िल्में कर चुकी हैं, जिसमें ‘दुल्हन वही जो धन लाए’, ‘काला सिंदूर’, ‘भौजी हमार देवी भईया भगवान’, ‘सास अनाड़ी बहू खिलाड़ी’, ‘चटोरी बहू’, ‘हर घर की यही कहानी’, ‘घूँघटवाली सुपरस्टार’, ‘ऐसा पति मुझे दे भगवान’ आदि ये सब फ़िल्ममें हाईएस्ट जीआरपी वाली फ़िल्में हैं।

अभिनेत्री ज्योति मिश्रा का मुकाबला खुद से ही, तोड़ा खुद का रिकॉर्ड साल 2025 की सबसे ज़्यादा GRP वाली फ़िल्म से

Meet Roshni Bano : The Multi-Talented Force Behind And Beyond The Camera...

In our recent chat with Roshni Bano, one thing stood out she’s definitely not the type to be boxed into just one role. Growing up in Delhi, Roshni has been immersed in theatre and stage performances since she was young, which sparked her love for acting and storytelling.

Her journey has already led her down various creative paths. She’s ventured into producing as a co-producer for Shukla: The Terror, fueled by her eagerness to grasp filmmaking from all perspectives. Roshni believes that to truly evolve as an artist, she needs to dive into acting, producing, modeling, and even writing.

Her production company, FAM PICTURES, is where she envisions bringing her future projects to life especially her own scripts, which she’s eager to start developing soon. Beyond films, she’s also contributed to Zindagi Mumbai, adding yet another layer to her diverse creative journey.

With her ambition, curiosity, and a thirst for knowledge, Roshni Bano is steadily carving out her niche in the industry whether it’s on stage, behind the camera, or through her writing.

 

Meet Roshni Bano : The Multi-Talented Force Behind And Beyond The Camera

Meet Roshni Bano : The Multi-Talented Force Behind And Beyond The Camera...

In our recent chat with Roshni Bano, one thing stood out she’s definitely not the type to be boxed into just one role. Growing up in Delhi, Roshni has been immersed in theatre and stage performances since she was young, which sparked her love for acting and storytelling.

Her journey has already led her down various creative paths. She’s ventured into producing as a co-producer for Shukla: The Terror, fueled by her eagerness to grasp filmmaking from all perspectives. Roshni believes that to truly evolve as an artist, she needs to dive into acting, producing, modeling, and even writing.

Her production company, FAM PICTURES, is where she envisions bringing her future projects to life especially her own scripts, which she’s eager to start developing soon. Beyond films, she’s also contributed to Zindagi Mumbai, adding yet another layer to her diverse creative journey.

With her ambition, curiosity, and a thirst for knowledge, Roshni Bano is steadily carving out her niche in the industry whether it’s on stage, behind the camera, or through her writing.

 

Meet Roshni Bano : The Multi-Talented Force Behind And Beyond The Camera

Dr. Krishna Chouhan Successfully Organized The 7th Bollywood Legend Awards 2025...

Musicians Dilip Sen, Sunil Pal, singers Ritu Pathak, KK Goswami, ACP Sanjay Patil, producers Anil Singh, Deepak Desai, Ramesh Goyal, Dr. Yogesh Lakhani of Bright Outdoor Media, and many others were honored

Mumbai. Dr. Krishna Chouhan has been organizing the grand Bollywood Legend Awards for the past seven years. Now, for the seventh year, the Bollywood Legend Awards 2025 were organized by the Dr. Krishna Chouhan Foundation on December 1, 2025. This year, the awards ceremony was bigger and better than ever. Those who have made significant contributions to Indian cinema and its progress were honored with this award. Many celebrities attended the ceremony.

Many dignitaries were honored, including ACP Sanjay Patil, Deepak Desai, producer Anil Singh, Dr. Yogesh Lakhani of Bright Outdoor Media, singer Ritu Pathak, musician Dilip Sen, Ramesh Goyal, and Mr. Sandeep Gopinath Mahamunkar. The guests lit the lamp. Bharti Chhabria and Nitin Anand anchored the event. The awardee received the best trophy, and the event was held in a grand manner.

Musician Dilip Sen praised Dr. Krishna Chouhan. It is noteworthy that Dr. Krishna Chauhan is not only a successful film director and social worker, but also a highly regarded award-winning organizer. He has been organizing the Bollywood Legend Awards, Bollywood Iconic Awards, Legend Dadasaheb Phalke Awards, and Mahatma Gandhi Ratna Awards under KCF for several years. The awards show was held at Mayor Hall, Andheri West, Mumbai. All the guests congratulated Dr. Krishna Chouhan for organizing this event. He has been organizing this event for the past seven years.

Dr. Krishna Chouhan presented awards to several personalities, including Anil Singh, ACP Sanjay Patil, Deepak Desai, Dilip Sen, Sunil Pal, singer Ritu Pathak, Yogesh Lakhani of Bright Outdoor Media, singers NK Naresh, Sagar Acharya, Vicky Nagar, Bharti Chhabria, Praveen Wadkar, Ankita Sinha, and Vaishnav Dev. Singers Naresh and Sagar Acharya sang songs.

Dancer-actress Shirin Farid gave a live performance and received an award. Gopal Dahyabhai Suthar, Kunal Sidhu (line producer), Faheem Islam (singer), Shantanu (producer), actress Kabina Maharjan, actor Akshar Bhardwaj, Nitin Anand (anchor), Jitendra Surti (singer), Sanjana Singh, Nisha Dubey, singer Jai, and actress Miss Radhika were also honored.

The Hindi music video “Mulakaatein” directed by Dr. Krishna Chouhan was also released on this occasion.  Producer-director Dr. Krishna Chauhan’s video song is written by Pappu Kumar and edited by Agastya Kumar. The song was released by Krishna Music.

Director Dr. Krishna Chouhan’s song “Jiski Baah Pakad Le Baba” was also released. This song, sung by D.C. Madana, was released by Krishna Music. Producer B.K. Pathak and music by Harish Milan, the song is written by D.C. Madana and directed by Pappu K. Shetty.

 

Dr. Krishna Chouhan Successfully Organized The 7th Bollywood Legend Awards 2025

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के हमशक्ल, ईश्वर चित्ते का ग्लोबल सफ़र: अहमदाबाद से “लंदन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स” तक…...

ईश्वर हरचंद चित्ते ने मशहूर बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन की नकल करके और उनके हमशक्ल बनकर अपने लिए एक खास जगह बनाई है। अहमदाबाद (अहमदाबाद), गुजरात, इंडिया के रहने वाले चित्ते ने सिनेमा के आइकॉन से अपनी हमशक्ल को एक मशहूर पब्लिक पर्सनैलिटी में बदल दिया है।

हमशक्ल के तौर पर करियर:

चित्ते का करियर पूरी तरह से अमिताभ बच्चन से उनकी फिजिकल समानता पर बना है। उन्होंने इस हमशक्ल का इस्तेमाल अलग-अलग रोल में परफॉर्म करने और दिखने के लिए किया है:

फिल्म और टेलीविज़न पर दिखना, उन्हें पॉपुलर इंडियन मीडिया में दिखने का क्रेडिट दिया जाता है। बच्चन के हमशक्ल के तौर पर उनके रोल में 2010 की फिल्म दबंग और टेलीविज़न शो पार्टनर्स (2017) और इंडियन आइडल (2004) शामिल हैं। लाइव परफॉर्मेंस और सोशल मीडिया पर नाना पाटेकर जैसे दूसरे सेलिब्रिटी की नकल करने वालों के साथ, चित्ते ने कई इवेंट्स में अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीता है, जिसमें लेजेंड दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 2024 सेरेमनी भी शामिल है। वह YouTube और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म पर मौजूद रहते हैं, छोटे वीडियो शेयर करते हैं और अपने दर्शकों से जुड़ते हैं। आपको बताते चलें कि मई 2024 में तीर्थेश्वर प्रोडक्शन ने सुदेश भोसले जी से एक गाना अमिताभ बच्चन जी के जन्मदिन के लिए गवाया, जिसकी वीडियो में अमिताभ बच्चन जी की भूमिका ईश्वर चित्ते ने ही निभाई थी। 2025 में आई इनकी भूमिका वाली मराठी वामा लड़ाई संम्मानाची फिल्म के टाइटल गाने में नज़र आए, हीरोइन कश्मीरा कुलकर्णी जी के साथ, जिसे आवाज़ दी कैलाश खेर ने। डायरेक्टर अशोक कोंडके की यह मराठी फिल्म भी 200 दिन से हाउस फुल रही।

ग्लोबल पहचान:

चित्ते के करियर में एक अहम पड़ाव लंदन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से उन्हें पहचान मिलना है। उन्हें दिया गया एक सर्टिफिकेट, जो उन्हें अमिताभ बच्चन से इतनी मिलती-जुलती होने की उनकी काबिलियत के लिए सम्मानित करता है कि इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड माना जाता है। सर्टिफिकेट में उनकी “इंसानियत के लिए प्रेरणा” और हमशक्लों के फील्ड में उनकी अनोखी कामयाबी की तारीफ़ की गई है।

ईश्वर चित्ते भारतीय एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक खास तरह की शोहरत का उदाहरण हैं, जहाँ किसी सुपरस्टार से अजीब सी समानता एक कामयाब और सबके लिए मशहूर करियर का रास्ता बना सकती है।

   

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के हमशक्ल, ईश्वर चित्ते का ग्लोबल सफ़र: अहमदाबाद से “लंदन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स” तक…

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Dr. Sandeep Marwah Nominated Chair For FFI’s CINEKIND Awards For Three Years...

New Delhi / Kolkata, December 2025: In a landmark decision that reinforces India’s commitment to compassionate and value-driven cinema, the Film Federation of India (FFI), in association with People for Animals (PFA), proudly announces the establishment of CINEKIND — a prestigious national award honouring kindness, empathy, and humane storytelling in Indian cinema.

In recognition of his exceptional leadership and unwavering dedication to socially conscious media, Dr. Sandeep Marwah, Executive Body Member of FFI and President of Marwah Studios, has been nominated as Chair of the CINEKIND Award Committee for a tenure of three years.

The inaugural CINEKIND Awards will be held on December 20 in Kolkata, in the distinguished presence of Smt. Maneka Sanjay Gandhi, Chairperson of People for Animals and one of India’s most influential voices for animal welfare, along with Mr. Firdausul Hasan, President of the Film Federation of India.

CINEKIND marks a new era for the film industry — one where cinematic excellence is measured not only in artistry and craft, but also in its ability to inspire compassion, dignity, and ethical values. The award aims to celebrate films that elevate society’s moral consciousness and champion respect for all living beings.

Smt. Maneka Sanjay Gandhi, Chairperson, PFA, emphasized cinema’s profound ability to influence society: “Cinema has the power to shape the conscience of a nation. CINEKIND will encourage filmmakers to portray kindness not as an exception, but as a defining cultural strength of India — inspiring millions to treat all living beings with dignity and compassion.”

Mr. Firdausul Hasan, President, FFI, highlighted the visionary significance of the award: “The Film Federation of India is proud to champion an honour that steps beyond creative excellence into the realm of moral storytelling. CINEKIND will set a new benchmark in Indian cinema by recognising films that uplift human values and promote a compassionate vision for the world.”

Dr. Sandeep Marwah, Chair, CINEKIND Award Committee, expressed his commitment: “CINEKIND represents a monumental shift in how we acknowledge the impact of cinema. This award celebrates stories that heal, uplift, and unite. It will motivate filmmakers to explore narratives rooted in empathy — an urgent necessity in today’s evolving global landscape. I am deeply honoured to lead this mission.”

Expressing his gratitude, Dr. Sandeep Marwah extended heartfelt thanks to the Film Federation of India, People for Animals, and all industry colleagues for their trust and support in championing this transformative movement.

Dr. Sandeep Marwah Nominated Chair For FFI’s CINEKIND Awards For Three Years

Actress Vandana K. Patil Has Done Many Marathi Shows, Marathi Films, Several Web Series And Hindi Projects For Which She Gained Name And Fame...

Actress Vandana K. Patil, who is making a name for herself in the Hindi and Marathi industries, is among the select few who are forging ahead with hard work, dedication, and a constant curiosity to learn. She has made an impact with her acting in every medium, including films, web series, TV shows, and music videos. In addition to acting, she has also worked as an associate director, and her command of Lavani and Bollywood dance makes her even more versatile.

Vandana understands the psychological layers of each character before playing them. On set, she pays attention not only to her acting but also to camera angles, framing, and technical procedures. Learning from experienced actors, reading books, and improving her dialogue delivery are part of her daily routine. Negative roles are her favorite because they pose a greater challenge in terms of expression, vibes, and attitude, and she thoroughly enjoys them.

Her career so far includes six Marathi shows, two Marathi films, several web series, and Hindi projects. While playing a police officer in the TV show “Partner,” she met Asrani and many other renowned actors, which taught her a lot on the job. Vandana’s Hindi film has already been released on the Shemaroo app, in which she plays a strong cop. Upcoming films include “Ek Tu Hi Nirankar,” in which she will be seen alongside veteran actor Kulbhushan Kharbanda. She plays a pivotal role as a journalist in “Zila Hathras,” which will soon be released on DD One’s OTT platform. Shooting for a new film is also about to begin soon.

Vandana’s journey has been as strong as it has been full of struggles. In her early days, she often had only ten rupees to spend. She often had to choose between eating or buying a ticket for travel. She chose to buy a ticket because reaching work was her most important goal. She didn’t want to compromise her ideals by traveling without a ticket. Many times, breakfast would be over by the time she arrived on set, and she would shoot with complete dedication on an empty stomach. She believes that newcomers to the industry, those without a godfather, promise their parents that they will earn a name through hard work. However, many people, swayed by circumstances or influenced by others, end up going in the wrong direction. Vandana always advises to be patient, because opportunities, even if delayed, will surely come.

She says, “Don’t do anything against your conscience. Do something that makes you feel proud when you look at yourself in the mirror, not regretful.”

She further adds that there are struggles in this world of dreams, but when it does, it gives in abundance.

Vandana, a resident of Nashik, began her acting journey by chance when she came to Mumbai with her friend. There, she met her friend’s friend, a still photographer. A Marathi serial was being shot there. Suddenly, the serial’s team said, “Someone wants to do a two-line dialogue.” Vandana agreed, landing the role. Later, after seeing her on TV, her relatives and neighbors praised her profusely. This gave her the confidence to pursue acting. Back then, she didn’t even know the show was a hit Marathi serial. This moment changed the course of her career, and she made Mumbai her workplace.

Today, Vandana K. Patil is among those actresses who turn struggles into strengths, not weaknesses. Her constant desire to learn, hard work, professionalism, and passion for immersing herself in each role firmly establish her as one of the new generation of inspiring artists. She has several projects releasing in the coming days, and audiences are excited to see her in diverse roles.

Actress Vandana K. Patil Has Done Many Marathi Shows, Marathi Films, Several Web Series And Hindi Projects For Which She Gained Name And Fame

Dr. Sandeep Marwah Nominated Chair For FFI’s CINEKIND Awards For Three Years...

New Delhi / Kolkata, December 2025: In a landmark decision that reinforces India’s commitment to compassionate and value-driven cinema, the Film Federation of India (FFI), in association with People for Animals (PFA), proudly announces the establishment of CINEKIND — a prestigious national award honouring kindness, empathy, and humane storytelling in Indian cinema.

In recognition of his exceptional leadership and unwavering dedication to socially conscious media, Dr. Sandeep Marwah, Executive Body Member of FFI and President of Marwah Studios, has been nominated as Chair of the CINEKIND Award Committee for a tenure of three years.

The inaugural CINEKIND Awards will be held on December 20 in Kolkata, in the distinguished presence of Smt. Maneka Sanjay Gandhi, Chairperson of People for Animals and one of India’s most influential voices for animal welfare, along with Mr. Firdausul Hasan, President of the Film Federation of India.

CINEKIND marks a new era for the film industry — one where cinematic excellence is measured not only in artistry and craft, but also in its ability to inspire compassion, dignity, and ethical values. The award aims to celebrate films that elevate society’s moral consciousness and champion respect for all living beings.

Smt. Maneka Sanjay Gandhi, Chairperson, PFA, emphasized cinema’s profound ability to influence society: “Cinema has the power to shape the conscience of a nation. CINEKIND will encourage filmmakers to portray kindness not as an exception, but as a defining cultural strength of India — inspiring millions to treat all living beings with dignity and compassion.”

Mr. Firdausul Hasan, President, FFI, highlighted the visionary significance of the award: “The Film Federation of India is proud to champion an honour that steps beyond creative excellence into the realm of moral storytelling. CINEKIND will set a new benchmark in Indian cinema by recognising films that uplift human values and promote a compassionate vision for the world.”

Dr. Sandeep Marwah, Chair, CINEKIND Award Committee, expressed his commitment: “CINEKIND represents a monumental shift in how we acknowledge the impact of cinema. This award celebrates stories that heal, uplift, and unite. It will motivate filmmakers to explore narratives rooted in empathy — an urgent necessity in today’s evolving global landscape. I am deeply honoured to lead this mission.”

Expressing his gratitude, Dr. Sandeep Marwah extended heartfelt thanks to the Film Federation of India, People for Animals, and all industry colleagues for their trust and support in championing this transformative movement.

Dr. Sandeep Marwah Nominated Chair For FFI’s CINEKIND Awards For Three Years